Health Tips: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम सब अक्सर तैयार खाने पर निर्भर हो जाते हैं। पैकेट खोला, खाया और काम निपटाया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सुविधाजनक और स्वादिष्ट अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स चुपचाप आपकी सेहत का दुश्मन बन रहे हैं? दिल्ली के जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अलोक चोपड़ा ने हाल ही में एक वीडियो में बताया कि कैसे ये खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे आपके दिल, पेट और पूरी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
दिल्ली के आशलोक हॉस्पिटल में फाउंडर-डायरेक्टर और कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अलोक चोपड़ा ने 29 अक्टूबर को अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने चार ऐसी चीज़ों की लिस्ट दी जो आपकी किचन में नहीं होनी चाहिए। उनका कहना है कि अगर आप सच में हेल्दी लाइफस्टाइल चाहते हैं, तो इन चीज़ों को अपने घर से बाहर रखें या फिर बहुत कम मात्रा में ही खाएं।
प्रोसेस्ड मीट-
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक, डॉक्टर का कहना है, कि सॉसेज, सलामी और हॉट डॉग जैसे प्रोसेस्ड मीट को अपनी किचन से दूर रखें। इन चीज़ों में प्रिज़र्वेटिव्स की भरमार होती है जो आपके दिल और आंतों के लिए बेहद नुकसानदेह साबित होते हैं। ये मीट प्रोडक्ट्स देखने में भले ही आकर्षक और खाने में टेस्टी लगते हैं, लेकिन इनमें मौजूद केमिकल्स लंबे समय में आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। विशेष रूप से ये कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर बुरा असर डालते हैं और पाचन तंत्र को भी कमज़ोर बनाते हैं।
शुगर बॉम्ब-
कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और यहां तक कि पैकेज्ड फ्रूट जूस भी आपकी किचन से दूर रहने चाहिए। डॉ. चोपड़ा इन्हें ‘शुगर बॉम्ब’ कहते हैं। उनका कहना है कि ये पेय पदार्थ सिर्फ और सिर्फ चीनी के भंडार हैं जो आपको सीधे डायबिटीज़ की ओर धकेलते हैं। गर्मियों में ठंडा कोल्ड ड्रिंक पीने का मन तो ज़रूर करता है, लेकिन इसमें मौजूद अत्यधिक मात्रा में चीनी आपके ब्लड शुगर लेवल को तेज़ी से बढ़ा देती है। पैकेज्ड फ्रूट जूस भी इतने ही खतरनाक होते हैं क्योंकि इनमें प्राकृतिक फलों की तुलना में कहीं ज़्यादा शुगर और प्रिज़र्वेटिव्स मिलाए जाते हैं।
नमकीन स्नैक्स-
नमकीन, भुजिया और मसाला चिप्स जैसे स्नैक्स हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गए हैं। शाम की चाय के साथ या फिर बस यूं ही टीवी देखते हुए इन्हें खाने का मन करता है। लेकिन डॉ. चोपड़ा की सलाह है कि इन्हें रोज़ाना नहीं खाना चाहिए और अगर हो सके तो पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए। ये स्नैक्स रिफाइंड ऑयल और अत्यधिक नमक से भरपूर होते हैं, जो तेज़ी से आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी की समस्याओं का मुख्य कारण बनता है। इसलिए इन छोटे-छोटे पैकेट्स से सावधान रहना बेहद ज़रूरी है।
पैकेज्ड मिठाइयां-
मिठाई के डिब्बे, कुकीज़ और गमीज़ जैसी पैकेज्ड स्वीट्स में छिपी हुई चीनी, आर्टिफिशियल रंग और ट्रांस फैट्स होते हैं जो चुपचाप आपके शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। डॉ. चोपड़ा इन्हें भी अवॉइड करने की सलाह देते हैं। त्योहारों या जश्न के मौके पर मिठाई तो खानी ही पड़ती है, लेकिन पैकेज्ड मिठाइयां घर में स्टॉक करके रखना सेहत के लिए बुलावा देने जैसा है। इनमें मौजूद ट्रांस फैट्स बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं और गुड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, जिससे हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ जाता है।
क्रेविंग को कैसे कंट्रोल करें?
अब सवाल ये उठता है कि इन सभी चीज़ों से बचना तो ठीक है, लेकिन जब मन करे तो क्या करें? आखिर क्रेविंग को नज़रअंदाज़ करना इतना आसान तो नहीं होता। इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. चोपड़ा ने एक सिंपल लेकिन इफेक्टिव हैक बताया है। वो कहते हैं कि असली समस्या तब शुरू होती है जब ये चीज़ें आपकी किचन में स्टॉक हों। अगर ये घर में ही मौजूद हैं, तो आप बार-बार टेम्प्ट होंगे और खा लेंगे।
डॉ. चोपड़ा की सलाह है कि अगर आपको सच में इन चीज़ों को खाने का मन कर रहा है, तो घर से बाहर जाकर खाएं। बाहर खाने से आप कंट्रोल में रहेंगे और ज़्यादा मात्रा में नहीं खाएंगे। उनका कहना है, “मैं ये नहीं कह रहा कि इन्हें कभी मत खाओ, लेकिन एक अनुशासन के तौर पर इन्हें अपने घर में मत लाओ। अगर ये आपकी किचन में होंगी, तो आप टेम्प्ट होंगे। अगर सच में खाना है, तो बाहर जाकर खाओ, लेकिन अपने घर को एक सेफ ज़ोन बनाकर रखो।”
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हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए सही विकल्प-
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाना शुरुआत में मुश्किल ज़रूर लगता है, लेकिन धीरे-धीरे आप अपनी आदतें बदल सकते हैं। घर पर ताज़ा खाना बनाएं, फलों और सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं, और पानी पीने की आदत डालें। जब स्नैक्स खाने का मन करे तो मखाने, ड्राई फ्रूट्स या घर पर बने हुए हेल्दी स्नैक्स चुनें। याद रखें कि छोटे-छोटे बदलाव ही लंबे समय में बड़ा असर दिखाते हैं।
यह बात ध्यान रखें, कि यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है और किसी भी तरह की मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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