Depression Anxiety Foods: डिप्रेशन एक ऐसी लड़ाई है, जो रोज लड़नी पड़ती है। भले ही आपके आसपास कितने ही सपोर्टिव लोग हों, फिर भी आप खुद को अकेला महसूस कर सकते हैं। इस मानसिक स्थिति से उबरने के लिए दवाइयों और थेरेपी के साथ-साथ सही खानपान भी बेहद जरूरी है। जी हां, आप जो खाते हैं, वह सीधे तौर पर आपके मूड और मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है।
पेट और दिमाग का अनोखा कनेक्शन-
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, न्यूट्रिशनिस्ट और लाइफस्टाइल एजुकेटर करिश्मा चावला लोगों से कहती हैं, कि अपने पेट को एक व्यस्त फैक्ट्री समझें जो सेरोटोनिन बनाती है। सेरोटोनिन को हैप्पी हॉर्मोन के नाम से जाना जाता है। करिश्मा बताती हैं, कि लगभग 90 फीसदी सेरोटोनिन हमारी आंतों में बनता है, जो पाचन और मूड दोनों को प्रभावित करता है। इसका मतलब यह है, कि आप जो भी खाना चुनते हैं, वह या तो आपका मूड अच्छा कर सकता है या फिर आपको और नीचे गिरा सकता है।
फैटी फिश है ब्रेन का दोस्त-
सालमन, मैकेरल और सार्डिन जैसी फैटी फिश ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होती हैं, जो ब्रेन हेल्थ के लिए बेहद जरूरी हैं। हार्वर्ड हेल्थ की रिसर्च बताती है, कि ओमेगा-3 एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह न्यूरोट्रांसमीटर्स को प्रभावित करके मूड को कंट्रोल करने में मदद करता है। करिश्मा सलाह देती हैं कि हफ्ते में कम से कम दो बार इसका सेवन जरूर करें।
डार्क चॉकलेट और नट्स का जादू-

कौन कहता है, कि कम्फर्ट फूड हेल्दी नहीं हो सकता? कम से कम 70 फीसदी कोको वाली डार्क चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। यह सेरोटोनिन लेवल बढ़ाने में मदद करती है, जिससे तनाव कम होता है। वहीं अखरोट, बादाम, अलसी और चिया सीड्स मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो मूड रेगुलेट करने में अहम भूमिका निभाते हैं। रोजाना एक मुट्ठी नट्स खाने से ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है और एंग्जायटी कम होती है।
हरी सब्जियां और बेरीज का कमाल-
पालक, केल जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां फोलेट से भरपूर होती हैं। यह एक बी विटामिन है, जो सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर्स बनाने के लिए जरूरी है। जर्नल ऑफ साइकियाट्रिक रिसर्च में प्रकाशित स्टडीज बताती हैं, कि फोलेट की कमी डिप्रेशन से जुड़ी हो सकती है। इसी तरह ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और ब्लैकबेरी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरी होती हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करती हैं। इन्हें रेगुलर खाने से बिहेवियर और सोचने की क्षमता बेहतर होती है।
साबुत अनाज और एवोकाडो के फायदे-

ओट्स, ब्राउन राइस और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखते हैं। ये धीरे-धीरे ग्लूकोज रिलीज करते हैं जिससे दिनभर एनर्जी बनी रहती है। एवोकाडो हेल्दी फैट्स से भरा है, जो ब्रेन में ब्लड फ्लो बेहतर करता है और सोचने की क्षमता बढ़ाता है। इसमें फोलेट और पोटैशियम भी होता है, जो मूड अच्छा करने और एंग्जायटी कम करने में मदद करता है।
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अंडे, फर्मेंटेड फूड्स और ग्रीन टी-
अंडे में कोलीन होता है जो ब्रेन फंक्शन और मूड बैलेंस के लिए जरूरी है। इसे आप दिन में कभी भी खा सकते हैं। दही और किमची जैसे फर्मेंटेड फूड्स में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गट बैक्टीरिया को हेल्दी रखते हैं। संतुलित गट सेरोटोनिन बढ़ाता है, जिससे मूड बेहतर होता है। ग्रीन टी में एल-थीनीन नामक अमीनो एसिड होता है, जो शांति देता है और एंटीऑक्सीडेंट्स तनाव कम करते हैं।
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याद रखें, कि यह जानकारी सिर्फ शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी मेडिकल समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।



