Operation Sindoor: बुधवार की सुबह भारत ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से चलाए गए इस संयुक्त अभियान के बारे में भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और सऊदी अरब सहित कई देशों को तुरंत सूचित कर दिया।
PTI के अनुसार, इस घटनाक्रम से अवगत एक व्यक्ति ने बताया, “भारतीय वरिष्ठ अधिकारियों ने कई देशों में अपने समकक्षों से बात करके उन्हें भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस शामिल हैं।”
Operation Sindoor पहलगाम हमले के बाद बढ़ा था भारत-पाक तनाव-
भारतीय सशस्त्र बलों की यह कार्रवाई पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के कुछ हफ्तों बाद आई है, जिसने पूरे देश में आक्रोश पैदा किया था और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया था। मंगलवार, 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में अंधाधुंध गोलीबारी कर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह हमला बैसरन में हुआ था, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से भी जाना जाता है।
#WATCH | #OperationSindoor, Col. Sofiya Qureshi says, "Operation Sindoor was launched to give justice to victims of Pahalgam terrorist attack. Nine terrorist camps were targeted and destroyed." pic.twitter.com/8nbLHN6a3k
— ANI (@ANI) May 7, 2025
पहलगाम हमले के बाद से ही माहौल तनावपूर्ण हो गया था। देश भर में लोगों ने इस कायराना हरकत की निंदा की थी और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना था कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ हो सकता है।
Operation Sindoor अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दिया बयान-
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें पता था कि कुछ होने वाला है और वे उम्मीद करते हैं कि “यह जल्द ही समाप्त हो जाएगा”।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा, “हमने इसके बारे में अभी सुना, जब हम ओवल ऑफिस के दरवाजे से अंदर जा रहे थे। मुझे लगता है कि हमें पता था कि अतीत के कुछ अनुभवों के आधार पर कुछ होने वाला है।”
यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि अमेरिका को पहले से ही इस कार्रवाई के बारे में कुछ जानकारी थी, जो भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है।
Operation Sindoor पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: ‘युद्ध जैसा कृत्य’-
इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान को भारत द्वारा थोपे गए इस युद्ध जैसे कृत्य का करारा जवाब देने का पूरा अधिकार है, और वास्तव में एक मजबूत जवाब दिया जा रहा है।”
शरीफ के इस बयान से साफ है कि पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को गंभीरता से लिया है और वह प्रतिक्रिया देने की तैयारी कर रहा है।
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलाबारी-
सैन्य हमलों के बाद पाकिस्तान ने पूंछ-राजौरी क्षेत्र के भीमबर गली में नियंत्रण रेखा के साथ तोपखाने की गोलीबारी शुरू कर दी। भारतीय सेना ने कहा कि सैनिक “नियंत्रित तरीके से उचित जवाब दे रहे हैं”।
यह गोलीबारी बताती है कि सीमा पर तनाव और बढ़ सकता है, हालांकि भारतीय सेना की ओर से संयमित प्रतिक्रिया दिखाती है कि वह स्थिति को और नहीं बिगड़ने देना चाहती।
पाकिस्तान का दावा: ‘5 भारतीय विमान मार गिराए’-
पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने पांच भारतीय विमानों को मार गिराया है। पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि देश ने भारत के 3 राफेल विमान, 1 Su-30 और 1 MiG-29 को मार गिराया है। हालांकि, अब तक भारत की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान अक्सर ऐसे दावे करता है, जिनकी पुष्टि नहीं होती। ऐसे में इस दावे पर संदेह बना हुआ है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का कड़ा रुख-
यह कार्रवाई भारत के उस दृष्टिकोण को दर्शाती है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा और जरूरत पड़ने पर सीमा पार हमले भी करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पहलगाम हमले का बदला लेने के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का एक संदेश भी है।
रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अशोक मेहता ने कहा, “यह कार्रवाई दिखाती है कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। यह आतंकवादियों और उनके समर्थकों के लिए एक कड़ा संदेश है।”
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क्या आगे होगा?
अब सवाल यह है कि इसके बाद क्या होगा? क्या यह तनाव और बढ़ेगा या फिर कूटनीतिक प्रयासों से स्थिति सामान्य हो जाएगी?
अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञ प्रोफेसर राजीव कुमार का कहना है, “दोनों देशों के पास अब दो विकल्प हैं – या तो तनाव को और बढ़ाना या फिर शांति की दिशा में कदम बढ़ाना। मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों देश संयम बरतेंगे और कूटनीतिक चैनलों का उपयोग करेंगे।”
अभी तक सीमा पर तनाव बना हुआ है, और भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है। सरकार ने सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा बढ़ा दी है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस स्थिति का क्या असर होगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।
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