Flights Cancelled: पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिशोध में भारत द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सटीक मिसाइल स्ट्राइक के पश्चात राष्ट्रीय उड्डयन क्षेत्र में व्यापक प्रभाव पड़ा है। मंगलवार-बुधवार (6-7 मई) की मध्यरात्रि को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा संचालित 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद, सुरक्षा कारणों से लगाए गए प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप 300 से अधिक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द होने की अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न हुई है।
Flights Cancelled रणनीतिक सीमावर्ती हवाई अड्डों पर अस्थायी प्रतिबंध-
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, भारत के सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तरी और पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित 25 प्रमुख हवाई अड्डों को राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के मद्देनज़र अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है। इस सूची में श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कुशोक बकुला रिमपोची एयरपोर्ट (लेह), जम्मू एयरपोर्ट, श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (अमृतसर), पठानकोट एयरबेस, चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जोधपुर एयरपोर्ट, जैसलमेर एयरपोर्ट, शिमला एयरपोर्ट, गग्गल एयरपोर्ट (धर्मशाला) और जामनगर एयरपोर्ट सहित अन्य प्रमुख उड्डयन केंद्र शामिल हैं।
NOTAM (Notice to Air Missions) द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, यह प्रतिबंध 10 मई सुबह 05:29 IST तक प्रभावी रहेगा, जिसके बाद स्थिति का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी, जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बात की, ने हमारे संवाददाता को बताया, "यह एक सुनियोजित रणनीतिक निर्णय है जो देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। हम स्थिति पर 24×7 निगरानी रख रहे हैं और प्रत्येक यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहे हैं। हमारी क्षेत्रीय निगरानी प्रणालियां उच्चतम सतर्कता पर हैं।"
विमानन उद्योग पर व्यापक प्रभाव-
भारतीय विमानन क्षेत्र, जो COVID-19 महामारी के बाद अभी पूरी तरह से उबर ही रहा था, को एक और बड़े झटके का सामना करना पड़ रहा है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो, जिसका भारतीय घरेलू बाजार में लगभग 60% हिस्सा है और जो प्रतिदिन औसतन 2,200 उड़ानों का संचालन करती है, ने 165 से अधिक फ्लाइट्स को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की घोषणा की है। Flights Cancelled
इंडिगो के मुख्य परिचालन अधिकारी ने एक विशेष प्रेस ब्रीफिंग में बताया, "हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों पर DGCA और गृह मंत्रालय द्वारा जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसरण में, हमें अमृतसर, बीकानेर, चंडीगढ़, धर्मशाला, ग्वालियर, जम्मू, जोधपुर, किशनगढ़, लेह, राजकोट और श्रीनगर जैसे रणनीतिक महत्व के स्थानों से 165+ उड़ानें 10 मई सुबह 05:29 बजे तक रद्द करनी पड़ी हैं। हम प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करने के लिए 24×7 काम कर रहे हैं।"
टाटा समूह द्वारा संचालित एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने संयुक्त रूप से 140 से अधिक उड़ानों को रद्द किया है, जिससे प्रतिदिन लगभग ₹12-15 करोड़ का राजस्व नुकसान अनुमानित है। एअर इंडिया के प्रवक्ता ने एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट हवाई अड्डों के परिचालन अस्थायी रूप से निलंबित होने के कारण, राष्ट्रीय वाहक के रूप में हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दें और इन मार्गों पर अपनी सेवाएँ अगली सूचना तक स्थगित करें।"
अन्य प्रमुख वाहकों में, स्पाइसजेट ने 80+ उड़ानें, अकासा एअर ने 35+ उड़ानें रद्द की हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस जैसे लुफ्थांसा, एमिरेट्स, सिंगापुर एयरलाइंस और कतर एयरवेज़ ने भारतीय हवाई क्षेत्र में अपने मार्गों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। विमानन विश्लेषकों का अनुमान है कि इन प्रतिबंधों से समग्र भारतीय विमानन उद्योग को प्रतिदिन ₹50-60 करोड़ का नुकसान हो रहा है।
सभी एयरलाइन्स ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी उड़ान स्थिति के नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप या कॉल सेंटर से संपर्क करें। अधिकांश एयरलाइंस ने पूर्ण धनवापसी या बिना अतिरिक्त शुल्क के पुनर्निर्धारण की सुविधा प्रदान की है।
Flights Cancelled 'ऑपरेशन सिंदूर'-
भारत की यह सुनियोजित सैन्य कार्रवाई 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए जघन्य आतंकी हमले की प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया है, जिसमें 7 भारतीय नागरिकों और 3 सुरक्षाकर्मियों की जान गई थी। रक्षा मंत्रालय के विशेष ब्रीफिंग के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई की मध्यरात्रि को कोड नेम 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एक अत्याधुनिक सैन्य अभियान संचालित किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ हाई-वैल्यू आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए गए।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस ऑपरेशन में भारत ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और प्रहार बैलिस्टिक मिसाइल समेत अपने स्वदेशी विकसित हथियारों का उपयोग किया, जिनकी सटीकता और मारक क्षमता विश्वस्तरीय है। इन हमलों में बहावलपुर शहर विशेष निशाने पर था, जो कुख्यात आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र माना जाता है।
विश्वसनीय खुफिया सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन सटीक हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों सहित लगभग 30-35 उच्च स्तरीय आतंकवादी मारे गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया में लीक हुई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग में मसूद अजहर को यह कहते हुए सुना गया है, "अल्लाह ने मेरे परिवार को शहादत बख्शी है… काश मैं भी उनके साथ शहीद हुआ होता।"
भारतीय सेना के पूर्व उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) संजय कुलकर्णी ने हमारे विशेष संवाददाता को बताया, "यह ऑपरेशन न केवल भारत की तकनीकी और सामरिक क्षमता का प्रदर्शन है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि हम अपनी सीमाओं पर किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी प्रतिक्रिया या उल्लंघन का तत्काल और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।"
राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत 'आत्मरक्षा के अधिकार' के तहत पूरी तरह न्यायसंगत है, और विश्व के अधिकांश देशों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है।
Flights Cancelled हवाई क्षेत्र प्रतिबंध-
भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों का जटिल इतिहास रहा है, जो दोनों देशों के बीच विद्यमान भू-राजनीतिक तनावों का प्रत्यक्ष परिणाम है। विमानन इतिहासकार प्रोफेसर अरुण प्रकाश के अनुसार, "1965 और 1971 के युद्धों के दौरान और 1999 के कारगिल संघर्ष के समय भी इसी प्रकार के हवाई क्षेत्र प्रतिबंध लागू किए गए थे। 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भी दोनों देशों ने एक-दूसरे के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए थे, जिससे अंतरराष्ट्रीय विमानन को महीनों तक नुकसान उठाना पड़ा था।"
हालिया घटनाक्रम में, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की प्रारंभिक कार्रवाई के प्रतिशोध में पाकिस्तान ने 24 अप्रैल, 2025 को सभी भारतीय वाहकों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की थी। इसके जवाब में, भारत ने 30 अप्रैल को पाकिस्तानी एयरलाइन्स के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया था।
अब, 'ऑपरेशन सिंदूर' के सफल क्रियान्वयन के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को एक व्यापक NOTAM (Notice to Air Missions) जारी किया है, जिसके तहत ऐसे 25 प्रमुख हवाई मार्गों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जो विमानों को भारतीय हवाई क्षेत्र से पाकिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति देते थे।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, "हमने सभी अंतरराष्ट्रीय विमान वाहकों को वैकल्पिक उड़ान मार्गों का उपयोग करने का निर्देश दिया है। विशेष रूप से, यूरोप और मध्य पूर्व जाने वाले विमानों को भारतीय हवाई क्षेत्र से निकलने के बाद पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के बजाय ईरान, ओमान या समुद्री मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है। यह निर्णय हमारे राष्ट्रीय हित में लिया गया है और अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठन (ICAO) को इसकी सूचना दे दी गई है।
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यात्रियों पर प्रभाव-
इन प्रतिबंधों का सबसे बड़ा प्रभाव आम यात्रियों पर पड़ रहा है। हजारों यात्री अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, और कई लोगों को अपनी यात्रा योजनाओं में बदलाव करना पड़ रहा है।
दिल्ली के रहने वाले सुनील शर्मा, जो अमृतसर जा रहे थे, ने कहा, "मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है और अगली उपलब्ध उड़ान दो दिन बाद की है। मेरा काम बहुत जरूरी था, अब मुझे ट्रेन से जाना पड़ेगा।"
एयरलाइन्स ने रद्द की गई उड़ानों के यात्रियों को रिफंड या वैकल्पिक बुकिंग की सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
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