Meaning of Dream: कभी-कभी जिंदगी के बाद भी कुछ रिश्ते खत्म नहीं होते। रात के सन्नाटे में जब हम गहरी नींद में होते हैं, तो अचानक हमारे सपनों में कोई चहेता चेहरा नजर आ जाता है, कोई दादी-नानी, कोई पुराना दोस्त या फिर कोई रिश्तेदार जो इस दुनिया को छोड़कर जा चुका है। यह अनुभव किसी हॉरर फिल्म के सीन जैसा लग सकता है, लेकिन वास्तव में यह बहुत ही गहरा और अर्थपूर्ण होता है।
मनोवैज्ञानिकों का नजरिया-
मनोविज्ञान की दुनिया में जब किसी मृत व्यक्ति का सपने में आना होता है, तो इसे शोक प्रक्रिया का हिस्सा माना जाता है। हमारा दिमाग इस तरह से अपने दुख और अधूरी भावनाओं को संभालने की कोशिश करता है। यह एक प्राकृतिक हिलिंग प्रोसेस है, जो हमारे अंदर चलती रहती है। वहीं दूसरी ओर, आध्यात्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये सच्चे आत्मिक मिलन होते हैं। कुछ लोग इसे बस अजीब मानते हैं। लेकिन एक बात तय है, कि ऐसे सपने कभी भी बेमतलब नहीं आते। इनमें हमेशा कोई न कोई गहरा संदेश छुपा होता है।
भावनात्मक सुधार का जरिया-
अगर आपके सपने में कोई मृत व्यक्ति शांत दिख रहा है, प्यार से बात कर रहा है या कोई सलाह दे रहा है, तो यह आपके दिमाग का अपना तरीका है अधूरी भावनाओं को पूरा करने का। यह एक तरह की भावनात्मक सर्विस है, बस फर्क यह है, कि ऑपरेटर दूसरी दुनिया से जवाब दे रहा है। हमारे मन में कई बार ऐसी बातें रह जाती हैं, जो हम अपने प्रियजनों से कह नहीं पाए थे। उनके जाने के बाद यह अफसोस और भी गहरा हो जाता है। ऐसे में सपने एक माध्यम बन जाते हैं, उन अधूरी बातों को पूरा करने का।
समापन की तलाश-
मृत लोगों के सपने अक्सर तब आते हैं, जब हम जिंदगी में कहीं फंसा हुआ महसूस करते हैं, चाहे वह मानसिक रूप से हो, भावनात्मक रूप से। इसका मतलब यह है, कि हमारा अवचेतन मन उन अधूरे कामों को पूरा करने की कोशिश कर रहा है, जिन्हें जागते समय हम पूरा नहीं कर पाए थे।
आध्यात्मिक मिलन या दिमागी खेल?
वैदिक मान्यताओं के अनुसार ऐसे सपने असली आत्मिक जुड़ाव होते हैं, खासकर जब ये रात 3 बजे से 5 बजे के बीच आते हैं। इस समय को आत्मा काल भी कहा जाता है। इस दौरान आत्माओं का संपर्क जीवित लोगों से होना आसान माना जाता है। लेकिन कई मनोवैज्ञानिकों का मानना है, कि यह सिर्फ दिमाग का अपना तरीका है ट्रोमा को हैंडल करने का। जैसे हम अपनी Netflix की list को organize करते हैं, वैसे ही दिमाग अपनी यादों और भावनाओं को व्यवस्थित करता रहता है।
बुरे सपने का मतलब-
अगर मृत व्यक्ति आपके सपने में डरावना लग रहा है या परेशान कर रहा है, तो यह आमतौर पर अपराधबोध, गहरे अफसोस या फिर देर रात के pizza के कारण overactive imagination का संकेत होता है। आध्यात्मिक नजरिए से देखें, तो ऐसे सपने एक वॉर्निंग हो सकते हैं, कि कुछ महत्वपूर्ण चीज पर ध्यान देने की जरूरत है। यह कोई अधूरा काम हो सकता है, भारी भावनात्मक बोझ हो सकता है या फिर पितृ पक्ष के दौरान दीया जलाना भूल जाना भी हो सकता है।
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संदेश समझना जरूरी-
चाहे यह आत्मा लोक से डायरेक्ट हो या हमारे अवचेतन मन की प्राइवेट थेरेपी, मृत लोगों के सपने हमेशा कोई न कोई संदेश लेकर आते हैं। ये रेंडम ट्विस्ट नहीं होते। इनमें हमेशा कोई गहरा मकसद छुपा होता है। इसलिए समय निकालकर इन संदेशों को सुनने और समझने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन हां, अभी कोई सीन प्लान करने की जरूरत नहीं है। बस अपने मन की आवाज को सुनें और उन प्यारी यादों को दिल में संजोकर रखें, जो आपके अपने आपको दे गए हैं।
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