Fatty Liver Treatment
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    Fatty Liver Treatment: आजकल लिवर की बीमारियां बहुत तेजी से बढ़ रही हैं, खासकर नई पीढ़ी में। इनमें सबसे आम समस्या है, बिना शराब के होने वाली फैटी लिवर की बीमारी। पहले यह समस्या केवल बुजुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन आज यह जवानों को भी अपनी चपेट में ले रही है। आधुनिक जीवनशैली, गलत खान-पान, घंटों बैठे रहना और मोटापे जैसे कारणों से यह समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

    समस्या क्यों है इतनी गंभीर?

    अगर फैटी लिवर का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह और भी खतरनाक रूप ले सकती है। यह लिवर में सूजन, लिवर के टिश्यू सख्त होना, सिरोसिस और यहां तक कि लिवर कैंसर का कारण भी बन सकती है। समय के साथ इससे दिल की बीमारी और मधुमेह का खतरा भी बढ़ जाता है। लेकिन अच्छी खबर यह है, कि सही इलाज और जीवनशैली में बदलाव से फैटी लिवर को ठीक किया जा सकता है।

    भूमध्यसागरीय आहार अपनाएं-

    आपका खाना आपकी सेहत पर गहरा असर डालता है। भूमध्यसागरीय आहार, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे, जैतून का तेल और मछली शामिल हैं, सबसे बेहतरीन माना जाता है। शोधों से पता चला है, कि इस तरह का खाना खाने से लिवर की चर्बी कम होती है। यह आहार सूजन कम करने वाले तत्वों से भरपूर होता है और इसमें रिफाइंड कार्ब्स और प्रोसेसड चीनी नहीं होती, जो लिवर के लिए नुकसानदायक हैं।

    नियमित व्यायाम है बेहद जरूरी-

    फैटी लिवर को काबू करने के लिए नियमित व्यायाम एक शक्तिशाली हथियार है। हफते में कम से कम 150 मिनट तेज चलना या साइकिल चलाना चाहिए। साथ ही मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाली कसरत भी करें। 2017 के एक अध्ययन में पाया गया, कि फैटी लिवर का संबंध घंटों बैठे रहने की आदत से है। समझना जरूरी है, कि हमारा शरीर हिलने-डुलने के लिए बना है। शारीरिक गतिविधि फैटी लिवर के इलाज में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नियमित व्यायाम से इंसुलिन की संवेदनशीलता बेहतर होती है और लिवर की चर्बी कम होती है। यहां तक कि सीढ़ियां चढ़ना या ब्रेक के दौरान टहलना जैसे छोटे बदलाव भी फायदेमंद हो सकते हैं।

    वजन कम करना है सबसे कारगर उपाय-

    फैटी लिवर को ठीक करने के लिए वजन कम करना सबसे प्रभावी तरीका है। केवल 5-10 प्रतिशत वजन कम करने से भी लिवर की चर्बी काफी कम हो सकती है। जरूरी बात यह है, कि वजन धीरे-धीरे और टिकाऊ तरीके से कम करें। बहुत तेजी से वजन कम करना लिवर को और नुकसान पहुंचा सकता है। अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से मिलकर अपनी जरूरतों के हिसाब से एक योजना बनाएं। कमर की नाप या बीएमआई जैसे मापदंडों से अपनी प्रगति का हिसाब रखें।

    चीनी और मिठास से दूरी बनाएं-

    अपने लिवर की सेहत सुधारने के लिए सबसे कारगर उपाय है, अतिरिक्त चीनी वाली चीजों से दूरी बनाना। कोल्ड ड्रिंक, पेस्ट्री और सफेद ब्रेड जैसी चीजों से बचें। अतिरिक्त चीनी, खासकर फ्रुक्टोज, सीधे लिवर में चर्बी जमने का कारण बनती है। रिफाइंड कार्ब्स से भी बचें और इसके बजाय साबुत खाना और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें जैसे ओट्स, दाल, ब्राउन राइस और सब्जियों का सेवन करें, ताकि ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहे। 2023 के एक अध्ययन में चीनी कम करने के महत्व पर जोर दिया गया है। यह इंसुलिन प्रतिरोध, मधुमेह और मोटापे जैसी समस्याओं से भी जुड़ी हुई है।

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    कॉफी पीना हो सकता है फायदेमंद-

    अध्ययनों से लगातार यह पता चला है, कि कॉफी पीना, खासकर बिना चीनी और क्रीम की काली कॉफी, लिवर की सुरक्षा करती है। कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर में ऑक्सीडेटिव तनाव कम करने में मदद करते हैं। यह लिवर के एंजाइम के स्तर को कम करने, लिवर की सूजन घटाने और फैटी लिवर वाले लोगों में लिवर फाइब्रोसिस का खतरा कम करने से जुड़ी हुई है। 2021 के एक अध्ययन में पाया गया, कि रोजाना कॉफी के कुछ कप पीने से फैटी लिवर का खतरा 20 प्रतिशत और लिवर की बीमारी से मौत का खतरा 49 प्रतिशत तक कम हो सकता है। हालांकि, अगर आपको एसिडिटी या बेचैनी की समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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    फैटी लिवर की समस्या भले ही गंभीर हो, लेकिन सही जानकारी और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण, चीनी से परहेज और संयमित कॉफी का सेवन, ये पांच उपाय अपनाकर आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं। याद रखें, छोटे बदलाव भी बड़े परिणाम लाते हैं।