Strange Trees: दोस्तों क्या आपको पता है, की दुनिया में एक ऐसा पेड़ भी मौजूद है, जो इंसानों के जैसे चल फिर सकता है। वहीं एक ऐसा पेड़ भी है, जो बुर्ज खलीफा से भी लंबा है। साथ ही दुनिया में एक ऐसा पेड़ मौजूद है, जिसको मात्र देखने से इंसान का भाग्य बदल जाता है। आज हम बात करने वाले दुनिया में मौजूद बहुत ही दुर्लभ और अजीबो गरीब पेड़-पौधे की प्रजाति के बारे में। यह काफी इंटरेस्टिंग होने वाली है, तो आखिर तक ज़रुर पढ़ें।
टाइटन अरुम-
अजीबो गरीब दिखने वाला यह दुर्लभ पौधा इंडोनेशिया और मलेशिया के इक्वेटोरियल रेनफॉरेस्ट में देखने को मिलेगा। इस पौधे को ओफ्रो फालस टाइटन के अलावा टाइटन अरुम के नाम से भी जाना जाता है। इस पेड़ की खोज 1878 ईस्वी में इटेलियन बोट निस्ट डवर्ड बेकारी ने की थी। खोजबीन के बाद यह पाया गया, कि इस पेड़ पर उगने वाले फूल हमेशा नहीं उगते, बल्कि साल में सिर्फ एक बार इस पेड़ के फूल खिलते हैं और इस फूल से निकलने वाली गंध खुशबूदार नहीं होती, बल्कि बहुच भयानक तरीके की महक होती है। यह फूल एक लहसुन और रोस्टेड फिश की तरह महकता है।
मैथ्यूल्लाह का पेड़-
आपको जानकर हैरानी होगी, कि यह पेड़ 4,855 साल पुराना है, इतना पुराना होने के बाद भी यह पेड़ अपनी जगह पर इस तरह डट के खड़ा है, जैसे यह हजारों साल पहले खड़ा था। यह पेड़ आपको अमेरिका के स्टेट ईस्ट कैलिफोर्निया में देखने को मिल जाएगा। लेकिन आपको बता दें, कि इस पेड़ को एज़ अ पब्लिक टूरिस्ट के लिए इसके लोकेशन को ओपन नहीं किया गया है। हैरानी की बात यह है, कि इस पेड़ ने अपने जीवन में अब तक कई क्लाइमेट चेंज और हार्ड एनवायरमेंट को देखा होगा। लेकिन उसके बावजूद भी आज भी नॉर्थ अमेरिका के रेतीले तूफान में खुद को सुरक्षित रख जिंदा है। आपको बता दें, कि इसके 90% ख़ाल और टहनियां निकल गए हैं। इसके बाद भी आप इसे देखकर अंदाजा लगा सकते हैं, कि अपने जमाने में यह कितना चौड़ा पेड़ रहा होगा।
अबरकुह का सरू (abarkuah cypress)-
यह पेड़ एशिया का सबसे पुराने ट्री की गिनती में आता है। इसकी वजह से ईरानी इतिहास में इस पेड़ का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही ईरेनियन कल्चर में इस पेड़ की झलक देखने को मिलती है। साइंटिस्ट का कहना है, की इस पेड़ की उम्र 4,000 से लेकर 5,000 तक हो सकती है। कहा जाता है, कि प्राचीन काल में प्रॉफिट ज़ोरोस्टर नाम के एक टीचर ने अपने यात्रा के दौरान शिक्षा के उपदेश देते वक्त इस पेड़ को लगाया था। यह पेड़ भले ही कितना ही पुराना हो, लेकिन आज भी यह पेड़ जीवित है और यह अपनी सुंदरता को बनाए रखता है। कुछ लोगों का मानना है, कि इस पेड़ में देवीय शक्ति है, जिसे मात्र देख लेने से आपके मन की मुराद पूरी हो जाती है।
वॉकिंग पाम ट्री-
अगर मैं आपसे कहूं कि दुनिया में कई ऐसे पेड़ हैं, जो चल फिर सकते हैं, तो शायद आप इसे मजाक समझेंगे। लेकिन एक स्पेशल तरीके का पाम ट्री है, जो लैटिन अमेरिका में पाया जाता है। यह हर दिन 2 से 3 सेंटीमीटर चल सकता है। यानी साल में करीब 20 मीटर तक चल सकता है इसे सिंपली वॉकिंग पाम ट्री कह सकते हैं। आमतौर पर यह 15 से 20 मीटर तक ऊंचे होते हैं और 16 सेंटीमीटर का इनका डायमीटर होता है। नॉर्मली जो पेड़ होते हैं, उनकी जड़ एक्चुअली में जमीन के अंदर होती है। लेकिन इस वॉकिंग पाम ट्री की जड़ थोड़ी सी ज़मीन के ऊपर है। यही रीजन है, यह पेड़ एक झाड़ू के जैसा दिखता है। वहां पर पेड़ों के लिए सनलाइट मिलना काफी मुश्किल होता है। इसके चलने का मेकैनिज्म बहुत ही सिंपल है, जिस तरफ ज्यादा रोशनी होती है, उस तरफ इस पेड़ की जड़ें मुड़नी शुरू हो जाती है और अपने पुराने जड़ों को छोड़कर खुद से अलग कर देती है। लेकिन कुछ साइंटिस्ट का कहना है, कि एक्चुअल में इस चीज को चलना नहीं कहा जा सकता। यह मेकैनिज्म का इस्तेमाल करते हैं, जो 1 साल में 15 से 20 मीटर तक अपनी जगह से आगे खिसक जाती है और इसी वजह से इसे वॉकिंग पाम ट्री कहा जाता है।
द हाइपिरिया-
द हाइपिरिया दुनिया के सबसे बड़े पेड़ में से एक माना जाता है, अब इसे बड़ा इसलिए कह सकते हैं, क्योंकि इस पेड़ की ऊंचाई 115 मीटर यानी की 380 फीट के करीब है। यह पेड़ आपको कैलिफोर्निया में स्थित नेशनल रेडवुड पार्क में देखने को मिलेगा। कहते हैं कि पार्क में इस पेड़ के लोकेशन को लोगों से छुपा कर रखा गया है, ऐसा इसलिए क्योंकि कहा जाता है कि अगर लोगों को इस पेड़ के बारे में जानकारी मिल गई, तो यहां पर्यटकों का भीड़ जमा हो जाएगी और इस पेड़ को नुकसान हो सकता है। इस पेड़ की लंबाई इतनी है, कि इसके आस-पास के बड़े से बड़े पेड़ इसके आगे एक घास-फूस की तरह दिखाई देते हैं।
एक्सेल आरलैंडसन ट्री-
एक्सेल आरलैंडसन ट्री इस पेड़ को देखने के बाद आपको इस ट्री में आपको एक अलग तरह का पैटर्न नज़र आएगा। लेकिन आपको बता दें की इस पेड़ का आकार नेचुरल नहीं है, बल्कि इसे हाथ की मदद से ऐसा डिजाइन दिया है। जिसने इस पेड़ को ऐसा डिज़ाइन दिया है उसका नाम है एक्सेल आरलैंडसन। इसीलिए इस पेड़ का नाम एक्सेल आरलैंडसन सर्कस ट्री रखा गया है। उन्होंने इस पेड़ को काटकर अलग-अलग तरीके से शानदार आकार दिया है और उनके अनुसार यह पेड़ एक सर्कस ट्री है। इस पेड़ को बास्केट का शेप देने के लिए सिक्स साइकोमोर के पौधे को लगाकर एक डायमंड पेटर्न दिया गया है. जो दिखने में काफी अद्भुत है और यह डिज़ाइन लोगों को काफी हैरान करता है।
रेफ्लेसिया अर्नाल्ड-
यह काफी रेयर पेड़-पौधों में से एक है, यह दुनिया के सबसे बड़े फूल के लिए फेमस है। हालांकि कहने के लिए तो यह एक फूल है. लेकिन इससे निकलने वाली गंध एक फूल के जैसी जरा भी नहीं है। इस फूल में से बिल्कुल किसी सड़े गले पुराने मांस के जैसी बदबू आती है और इसी वजह से इसे लाश फूल के नाम से भी जाना जाता है। यह फूल मलेशिया और इंडोनेशिया के घने जंगलों में पाया जाता है। साथ ही इस फूल से निकलने वाली गंध कीड़ों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है और इसी वजह से इस फूल के खाली भाग में काफी ज्यादा कीड़े जमा हो जाते हैं।
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एंजल ऑक ट्री-
साउथ कैरोलिना के चार्लस्टन के पास एंजल ऑक पार्क में में एक जीवित ऑक का पेड़ है। अनुमान है कि यह पेड़ 400 से 500 साल पुराना है और यह 67 फीट ऊंचा और 28 फीट चौड़ा है, यह इतना बड़ा और घना है कि यह 17,200 स्क्वायर फीट के क्षेत्र में अपनी छाया प्रदान करता है। यह ऐतिहासिक स्थल है और मिसीसीपी के पूर्व में सबसे बड़ा जीवित ओर का पेड़ है। इसमें हर साल 40 लाख टूरिस्ट सिर्फ इसको देखने आते हैं। तो यह थे कुछ ऐसे पेड़, जो पूरी दुनिया में फेमस हैं।
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