Island in Iran: हम लोग सदियों से अपने भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए मसालों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इन मसालों के इस्तेमाल से खाने का स्वाद बढ़ जाता है। आज हर देश के अपने अपने मसाले होते हैं। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो यहां आपको बहुत से मसाले मिलते हैं जो आपके खाने के स्वाद को दोगुना कर देते हैं।
भारत के हर राज्य में आपको अलग-अलग मसालों का स्वाद चखने को मिलेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दुनिया में एक ऐसा भी देश है जहां मसालों की जगह पर रेत और बालू का इस्तेमाल किया जाता है। जी हां वहां के लोगों का मानना है कि रेत और मिट्टी मिलाने से उनके खाने का स्वाद और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यह जगह कौन सी है और यह लोग ऐसा क्यों करते हैं आईए जानते हैं-
रंग-बिरंगी पहाड़ियां-
हम बात कर रहे हैं एक द्वीप की यह द्वीप ईरान में मौजूद है और इस द्वीप का नाम होर्मुज द्वीप है, यहां की मिट्टी मे लोगों को स्वाद मिलता है। इस मिट्टी से उनके खाने का स्वाद और ज्यादा बढ़ जाता है। इस जगह पर रंग-बिरंगी पहाड़ियां मौजूद है जिसकी वजह से इसे रैम्बो आईलैंड भी कहा जाता है। यहां पर मौजूद रंग-बिरंगी मिट्टी और खूशबू काफी अच्छी होती है। जैसे हम अपने भोजन में मसाले मिलाते हैं ठीक उसी तरह यह भी अपने भोजन में रेत मिलाते हैं।
स्वास्थ के लिए भी काफी फायदेमंद-
इस आईलैंड पर मिलने वाली रेत सिर्फ स्वाद को ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह स्वास्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। यहां रहने वाले लोग ही नहीं यहां आने वाले पर्यटक भी यहां के खाने का मज़ा लेते हैं। यह द्वीप फारस की पहाड़ी के पास मौजूद है और यहां कि मिट्टी में 70 प्रकार के खनिज होते हैं और यह आयरन से भरपूर होती है। इन मसालों से भरे पहाड़ो पर एक नमक का टीला भी मौजूद है। (Island in Iran)
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बहुत बार अध्यन-
इस मिट्टी में काफी अच्छी खूशबू भी आती है। इसी के चलते इस मिट्टी पर बहुत बार अध्यन भी किया गया है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां पर कई सालों तक खनिज इक्ट्ठा रहे। जिसके चलते इन खनिजों ने मिट्टी का रुप ले लिया। ऐसा कहा जाता है कि यहां के लोग अलग-अलग मसालों की पहचान उसके रंगों से करते हैं। अब आप सभी यह सोच रहे होंगे की आखिर यह लोग रेत कैसे खा सकते हैं। लेकिन आप इसे ऐसे समझ सकते है कि जैसे हम लोग प्राकृतिक रुप से मसालों को उगाते हैं ठीक उसी तरह से यह रेत उनके लिए एक प्राकृतिक मसाला है।
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