Mobile Bathroom
    Photo Source - Google

    Mobile Bathroom: एक नई पहल के तहत महाराष्ट्र सरकार और बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने मुंबई के कांदिवली क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं के लिए एक अनोखी सुविधा शुरू की है। एक साधारण बस को अत्याधुनिक मोबाइल बाथरूम में तब्दील कर दिया गया है, जिसका उपयोग महिलाएं निःशुल्क कर सकती हैं।

    Mobile Bathroom सफलता की कहानी-

    लॉन्च के एक महीने बाद, यह मोबाइल बाथरूम सेवा बड़ी संख्या में महिलाओं को आकर्षित कर रही है, जो इस मुफ्त लक्जरी मूविंग बाथरूम का उत्साह से उपयोग कर रही हैं। यह हाई-टेक वैन पांच मोबाइल फोन और दो कपड़े सुखाने वाले ड्रायर से लैस है। प्रत्येक बाथरूम में हैंड वॉश, बॉडी वॉश, नल, बाल्टी, शैम्पू, शावर और गीजर की सुविधा के साथ-साथ टब भी उपलब्ध है।

    Mobile Bathroom तकनीकी विशेषताएं और सुविधाएं-

    पानी की बचत और लंबी कतारों से बचने के लिए, बस में मात्र 10 मिनट में सारा पानी बाहर निकालने की सुविधा भी है। यह बाथरूम बस न केवल स्वच्छता का प्रतीक बन गई है, बल्कि दो महिलाओं के लिए रोजगार का स्रोत भी बन गई है।

    Mobile Bathroom योजना का नेतृत्व और क्रियान्वयन-

    यह मोबाइल बाथरूम सुविधा महाराष्ट्र के कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा की परिकल्पना थी, जिसे जिला योजना समिति और नगर निगम द्वारा लागू किया गया। इस मोबाइल स्नान सुविधा का प्रबंधन 'बी द चेंज' नामक संगठन चलाने वाली तीन बहनों द्वारा किया जा रहा है।

    समुदाय की प्रतिक्रिया-

    स्थानीय महिलाएं इस अभियान से बेहद खुश हैं और अधिक से अधिक महिलाओं को इसका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, अब शहर के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे हाई-टेक मुफ्त मोबाइल स्नानघर लाने की तैयारियां चल रही हैं और BMC ने अपने बजट में भी इसका उल्लेख किया है।

    ये भी पढ़ें- Priyanka Gandhi ने महंगाई को लेकर निर्मला सीतारमण पर साधा निशाना, कहा कौन से ग्रह से..

    सामाजिक प्रभाव और महत्व-

    यह पहल महिलाओं की स्वच्छता और सम्मान को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल स्वच्छता की सुविधा प्रदान करती है, बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी एक उदाहरण है। इस तरह की नवीन पहलें स्मार्ट सिटी की अवधारणा को साकार करने में मदद करती हैं और समाज के सभी वर्गों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करती हैं।

    यह प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों के अनुरूप है और शहरी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं की दैनिक चुनौतियों को कम करने में मदद करता है। साथ ही, यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी का एक सफल उदाहरण भी है, जो अन्य शहरों के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकता है।

    ये भी पढ़ें- क्या Maggi खाना है आपके लिए सुरक्षित? Nestle को लेकर हाईकोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला