GRAP Stage 3
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    GRAP Stage 3: दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है और राजधानी के निवासी सांस लेने में मुश्किल महसूस कर रहे हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग यानी CAQM ने Graded Response Action Plan (GRAP) के उपायों को और कड़ा कर दिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब दिल्ली का समग्र AQI शनिवार सुबह 9 बजे 360 था, जो Central Pollution Control Board (CPCB) के अनुसार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

    CAQM का यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा GRAP में बड़े संशोधनों की अनुमति देने के कुछ दिनों बाद आया है। आयोग ने कहा, कि अब कुछ GRAP Stage 4 के उपाय GRAP Stage 3 के तहत ही लागू किए जाएंगे। यह बदलाव 21 नवंबर को अंतिम रूप दिए गए और इससे शॉर्ट-टर्म प्लान के शुरुआती चरणों में ही सख्त उपाय लागू हो जाएंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अधिक तेजी से कार्रवाई करने का संकेत देता है।

    GRAP के नए नियम क्या बदला है-

    पहले की व्यवस्था में GRAP Stage 4 के नियम तब लागू होते थे, जब AQI 450 से ऊपर चला जाता था। लेकिन अब कुछ Stage 4 के नियम Stage 3 में ही लागू कर दिए गए हैं। GRAP Stage 3 तब लागू होता है, जब AQI 401 से 450 के बीच रहता है। इसी तरह, Stage 3 के उपाय अब Stage 2 (AQI 301-400) में लागू होंगे और Stage 2 की एडवाइजरी Stage 1 (AQI 201-300) में दी जाएगी। यह पूरी व्यवस्था को एक स्तर आगे बढ़ा देती है, जिससे प्रदूषण बढ़ने से पहले ही सख्त कदम उठाए जा सकें।

    यह बदलाव इसलिए जरूरी था, क्योंकि पिछले कुछ सालों में दिल्ली-NCR में सर्दियों के दौरान प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाता है। जब तक Stage 4 लागू होता था, तब तक स्थिति बहुत गंभीर हो चुकी होती थी। नई व्यवस्था में जल्दी कार्रवाई करके समस्या को बढ़ने से रोकने की कोशिश की जा रही है।

    स्कूल और ऑफिस में वर्क फ्रॉम होम-

    GRAP Stage 3 के तहत अब जो नए Stage 4 उपाय लागू होंगे, उनमें सबसे महत्वपूर्ण है ऑफिसों में काम करने की व्यवस्था में बदलाव। NCR की राज्य सरकारें और दिल्ली सरकार यह फैसला ले सकती हैं, कि पब्लिक, म्युनिसिपल और प्राइवेट ऑफिसों में केवल 50 प्रतिशत स्टाफ ही ऑफिस में मौजूद रहे और बाकी कर्मचारी घर से काम करें। यह एक बड़ा कदम होगा जो सड़कों पर गाड़ियों की संख्या को काफी हद तक कम कर सकता है।

    केंद्र सरकार भी अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देने पर उचित निर्णय लेगी। यह निर्णय दिल्ली-NCR में काम करने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों को प्रभावित करेगा। हालांकि स्कूलों के लिए ऑनलाइन क्लासेज की कोई स्पष्ट हिदायत नहीं दी गई है, लेकिन मौजूदा GRAP 3 नियमों के तहत कक्षा 5 तक के छात्र पहले से ही घर से अपनी कक्षाएं अटेंड कर सकते हैं। यह बच्चों को जहरीली हवा के संपर्क से बचाने के लिए एक सुरक्षात्मक उपाय है।

    GRAP क्या है और क्यों जरूरी है-

    GRAP पूरे NCR के लिए एक आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र है, जो औसत AQI स्तर और दिल्ली में मौसम संबंधी स्थितियों के पूर्वानुमान के आधार पर काम करता है। यह NCR में कई हितधारकों, कार्यान्वयन एजेंसियों और अधिकारियों को एक साथ लाता है ताकि क्षेत्र में बिगड़ती वायु गुणवत्ता की स्थितियों का जवाब दिया जा सके। CAQM ने एक नोट में कहा, कि NCR के लिए GRAP वैज्ञानिक डेटा, हितधारकों के परामर्श, विशेषज्ञों की सिफारिशों के साथ-साथ पिछले वर्षों के फील्ड अनुभव और सीखों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद तैयार किया गया है।

    यह योजना चरणबद्ध तरीके से काम करती है। जब प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, तो अलग-अलग चरणों में अलग-अलग उपाय लागू होते हैं। इन उपायों में निर्माण कार्यों पर रोक, गाड़ियों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध, स्कूलों और कॉलेजों को बंद करना और ऑफिसों में वर्क फ्रॉम होम जैसे कदम शामिल हैं। इस तरह की योजना प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समन्वित प्रयास सुनिश्चित करती है।

    Stage 3 से Stage 2 में शिफ्ट हुए उपाय-

    पहले Stage III (AQI 301-400) के तहत सूचीबद्ध उपायों को अब Stage II में स्थानांतरित कर दिया गया है। इनमें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में सरकारी कार्यालयों के लिए कार्य के घंटों को अलग-अलग करना शामिल है। केंद्र भी इस क्षेत्र में अपने कार्यालयों के लिए अलग-अलग समय पर निर्णय ले सकता है। इसका मतलब है, कि सभी ऑफिस एक साथ खुलने और बंद होने के बजाय अलग-अलग समय पर खुलेंगे और बंद होंगे, जिससे पीक आवर्स में ट्रैफिक कम होगा।

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    हाई कोर्ट का फैसला-

    बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए, दिल्ली हाई कोर्ट ने पहले सभी आउटडोर स्पोर्ट्स इवेंट्स को रद्द करने का आदेश दिया था। यह निर्णय स्कूली बच्चों की शिकायतों के बाद आया, जिन्होंने कहा, कि ये जहरीले सर्दियों के महीने उनके फेफड़ों और समग्र स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम था, क्योंकि बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और प्रदूषण उन्हें ज्यादा प्रभावित करता है।

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    दिल्ली-NCR में प्रदूषण की समस्या सिर्फ एक मौसमी चुनौती नहीं रह गई है, बल्कि यह एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन गई है। GRAP के नए सख्त नियम इस समस्या से निपटने की दिशा में एक सकारात्मक कदम हैं, लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए और भी व्यापक प्रयासों की जरूरत है। हर नागरिक को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और प्रदूषण कम करने में योगदान देना होगा।