Preparation for Job
    Symbolic Photo Source - Google

    Preparation for Job: आजकल नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो गया है। हर जगह इतनी होड़ है, कि नए लोगों के लिए अपनी जगह बनाना बहुत कठिन हो जाता है। खासकर जब आपके पास ज्यादा काम का तजुर्बा नहीं है, तो लगता है, कि शायद कोई कंपनी आपको काम पर नहीं रखेगी।

    लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ 6 महीने के तजुर्बे के साथ जहां भी नौकरी के लिए आवेदन दिया, वहां सफल हुई। यह है शेरोन मेल्जर की प्रेरणादायक कहानी, जो सोशल मीडिया और बातचीत के काम में विशेषज्ञ हैं।

    शेरोन ने बताया, कि कैसे उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में ही एक खास रणनीति अपनाई, जिसने हर इंटरव्यू में उन्हें विजेता बनाया। उनकी यह टेकनीक वाकई में लाजवाब है और आप भी इसे अपना सकते हैं।

    उनकी सफलता का सीक्रेट-

    शेरोन की कामयाबी का राज़ था – हर नौकरी के आवेदन को इस तरह से करना, जैसे कि वह नौकरी उन्हें पहले से ही मिल चुकी है। सुनने में यह आसान लगता है, लेकिन इसके पीछे की मेहनत और सोच वाकई कमाल की थी।

    जब भी कोई कंपनी उनसे इंटरव्यू के दौरान कोई काम करने को कहती थी, तो वे सिर्फ जितना जरूरी था, उतना ही नहीं करतीं। बल्कि उससे कहीं ज्यादा और बेहतर करके दिखातीं। यही चीज उन्हें बाकी लोगों से अलग बनाती थी और हर बार उन्हें जीत दिलाती थी।

    एक मिसाल जो आपकी सोच बदल देगी-

    शेरोन ने अपने तजुर्बे में एक खास बात का जिक्र किया है, जो बताती है, कि कैसे थोड़ी सी एक्सट्रा मेहनत बड़ा फर्क लाती है। जब वह एक सोशल मीडिया और समुदाय प्रबंधक की पोस्ट के लिए आवेदन दे रही थीं, तो कंपनी ने उनसे एक नए शिक्षा कार्यक्रम के लिए सामग्री की योजना बनाने को कहा।

    अब आमतौर पर कोई भी व्यक्ति एक साधारण कागज बनाकर जमा कर देता है। लेकिन शेरोन ने कुछ और ही सोचा। उन्होंने न सिर्फ एक पूरी तरह से विस्तृत सामग्री की योजना बनाई, बल्कि उसमें पोस्ट के नमूने और अपने बनाए हुए, डिजाइन भी शामिल किए। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने विचारों को पेश करने के लिए एक पूरा वीडियो भी बनाया और उसे शेयर भी किया।

    जरूरत से ज्यादा करने का फायदा-

    यह सब कुछ करना जरूरी नहीं था, कंपनी ने मांगा भी नहीं था। लेकिन इससे शेरोन को बहुत बड़ा लाभ हुआ। इससे न सिर्फ उनकी तकनीकी योग्यता दिखी, बल्कि यह भी पता चल गया, कि वे किसी भी काम को पूरी जिम्मेदारी के साथ करती हैं। नियोक्ताओं को लगा, कि यह व्यक्ति पहले से ही एक टीम के सदस्य की तरह सोचता है और काम को आगे बढ़ाने की क्षमता रखता है।

    शेरोन का कहना है, कि इंटरव्यू के दौरान मिले काम को वे असली काम की तरह मानती थीं। यही तरीका उनके पक्ष में हमेशा काम आया। यह सिर्फ ज्यादा काम करने की बात नहीं थी, बल्कि यह दिखाने की बात थी, कि आप एक नेता की तरह सोचते हैं और जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं।

    सफलता के पीछे की असली वजह-

    शेरोन मानती हैं, कि भर्ती की प्रक्रिया के दौरान अतिरिक्त मेहनत करना ही उनकी सफलता का मुख्य कारण था, खासकर जब उनके पास ज्यादा तजुर्बा नहीं था। उन्होंने स्पष्ट किया, कि यह सिर्फ ज्यादा काम करने की बात नहीं थी, बल्कि यह दिखाने की बात थी कि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो नेतृत्व के गुण रखते हैं और जिम्मेदारी लेने के लिए हमेशा तैयार हैं।

    इस स्तर की प्रतिबद्धता दिखाने से न सिर्फ उनकी संभावना दिखी, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा भी बनी कि वे पूर्णता से काम करती हैं और अपने काम में पूरी तरह से शामिल रहती हैं। शेरोन का कहना है, कि यही तरीका उनके करियर की वृद्धि में लगातार सहायक रहा है और आज भी वे इसी दृष्टिकोण को अपनाती हैं।

    ये भी पढ़ें- जानिए कौन हैं IAS Arti Dogra? 3.5 फीट की कद-काठी वाली महिला जिन्होंने पहली बार में क्रैक किया..

    आपके लिए क्या सीख है-

    शेरोन की कहानी से हमें यह सीख मिलती है, कि अगर आपके पास कम तजुर्बा है, तो घबराने की बात नहीं है। बल्कि आप अपनी मेहनत और सक्रियता से किसी भी अनुभवी व्यक्ति को पीछे छोड़ सकते हैं। जरूरत है, सिर्फ अपनी सोच बदलने की और हर अवसर को अपनी क्षमताओं को साबित करने के मौके की तरह देखने की।

    ये भी पढ़ें- AI Career Guide 2025: भारत में AI डेटा साइंटिस्ट की सैलरी, फ्रेशर से सीनियर तक पूरी जानकारी