US-China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध में नया मोड़ आया है। व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक नया स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि चीन से आने वाले कुछ सामानों पर अब 245% तक का टैरिफ लगाया जाएगा। पिछले सप्ताह डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाले प्रशासन ने चीन पर 145% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था।
US-China Trade War चीन पर टैरिफ का पूरा गणित क्या है?
ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए नए टैरिफ 7.5% से लेकर 100% तक की रेंज में हैं, जो अलग-अलग वस्तुओं पर अलग-अलग दरों पर लगाए जा रहे हैं। इसी बीच बीजिंग ने वाशिंगटन से "विशिष्ट कर दर आंकड़े" मांगे हैं और जोर देकर कहा है कि उनके जवाबी उपाय पूरी तरह से "उचित और कानूनी" हैं।
Big Update
The US has slapped 245% tariff on China due to its arrogant retaliatory behavior, White House clarified today. pic.twitter.com/2f9OvtpUTT— Tulsi For President🌺 (@TulsiPotus) April 16, 2025
मंगलवार देर रात भ्रम की स्थिति तब पैदा हुई जब व्हाइट हाउस के एक तथ्य पत्रक में कहा गया कि "चीन के जवाबी कार्रवाई के परिणामस्वरूप अमेरिका में आयात पर अब 245% तक का टैरिफ लगेगा"। अमेरिकी सरकार ने कल तक यह दावा किया था कि चीन पर 145% टैरिफ लगाया जा रहा है, जिसमें 125% की पारस्परिक लेवी और फेंटनाइल संकट से निपटने के लिए पहले से लगाए गए 20% टैरिफ शामिल हैं। नवीनतम परिशिष्ट से संकेत मिलता है कि कुछ वस्तुओं पर वास्तव में यह भारी-भरकम शुल्क लगेगा, जबकि अन्य पर पहले से घोषित 145% का स्तर बना रहेगा - कम से कम फिलहाल।
US-China Trade War चार मुख्य श्रेणियों में बांटे गए टैरिफ-
रिपोर्ट्स के अनुसार, अब चीन से आने वाले सामानों पर चार मुख्य श्रेणियों में टैरिफ लगाए जा रहे हैं, जिनमें 2025 की शुरुआत में ट्रम्प के अमेरिकी सरकार का कार्यभार संभालने से पहले लगाए गए टैरिफ भी शामिल हैं। 245% का यह भारी-भरकम टैरिफ पहले ट्रम्प प्रेसीडेंसी के दौरान शुरू किए गए संरक्षणवादी लेवी से आता है, जिसे जो बाइडेन के तहत और विस्तारित किया गया था। यह शुल्क अमेरिकी उद्योगों की रक्षा के लिए है और इसकी दर 7.5% से 100% तक है।
अमेरिका के पास दुनिया भर से आयात पर लागू होने वाला 3.4% का लंबे समय से चला आ रहा बेस रेट टैक्स भी है। 'फेंटनाइल' और 'पारस्परिक' टैरिफ के अलावा, ट्रम्प ने स्टील, एल्युमीनियम और ऑटो के आयात पर दुनिया भर में 25% की लेवी भी लगाई है।
US-China Trade War किन वस्तुओं पर कितना टैरिफ?
न्यूयॉर्क टाइम्स के हालिया विश्लेषण के अनुसार, चीन से सिरिंज और सुइयों पर 245% की लेवी लगेगी। लिथियम-आयन बैटरी पर 173% टैरिफ लगेगा, जबकि स्क्विड (समुद्री भोजन) पर 170% और ऊनी स्वेटर पर 169% शुल्क वसूला जाएगा।
आर्थिक प्रभाव क्या होगा?
इन टैरिफ का प्रभाव दोनों देशों के व्यापार संबंधों पर गहरा पड़ेगा। अमेरिका में चीनी उत्पादों की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे महंगाई बढ़ सकती है और आम नागरिकों की जेब पर बोझ पड़ेगा। दूसरी ओर, चीन की अर्थव्यवस्था, जो पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रही है, पर भी इसका असर पड़ेगा। चीनी निर्यातकों को अपने सबसे बड़े बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।
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आगे क्या होगा?
ट्रम्प प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अमेरिकी उद्योगों की रक्षा के लिए और भी कदम उठाने को तैयार है। चीन ने भी संकेत दिया है कि वह जवाबी कार्रवाई करेगा। विश्लेषकों का मानना है कि दोनों देशों के बीच यह व्यापार युद्ध आने वाले महीनों में और तीव्र हो सकता है।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (WTO) ने चिंता व्यक्त की है कि इस तरह के टैरिफ युद्ध से वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है और विकासशील देशों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के बीच दुनिया भर के देश इसके प्रभावों को लेकर चिंतित हैं। भारत जैसे विकासशील देशों के लिए यह एक अवसर हो सकता है, जहां अमेरिकी कंपनियां अपने उत्पादन को चीन से बाहर स्थानांतरित करने की संभावना तलाश रही हैं।
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