Ear on Cheeks
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    Ear on Cheeks: ब्रिटेन में एक दंपति का बच्चा एक दुर्लभ बीमारी के साथ पैदा हुआ है, जिसमें उसकी एक आंख गायब है और कान गाल पर स्थित है। इस अप्रत्याशित स्थिति ने माता-पिता को गहरा आघात पहुंचाया है। चार महीने पहले जन्मे विनी जेम्स की कहानी चिकित्सा जगत और सामान्य लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।

    Ear on Cheeks सामान्य गर्भावस्था के बाद आया बड़ा झटका-

    ग्रेस और रिस जेम्स के लिए पूरी गर्भावस्था के दौरान सब कुछ सामान्य रहा। स्कैन और चेकअप में कोई समस्या नहीं दिखाई दी थी, और वे अपने पहले बच्चे के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन जन्म के समय परिस्थितियां पूरी तरह से बदल गईं, जिसने इस परिवार को एक अप्रत्याशित चुनौती से रूबरू कराया।

    26 वर्षीय पिता रिस जेम्स ने डेली मेल को बताया कि बच्चे के जन्म के समय वह सांस नहीं ले रहा था। "डॉक्टर्स ने तुरंत उसे विशेष टेबल पर ले जाकर उपचार शुरू किया। मैं असहाय महसूस कर रहा था और वॉशरूम में जाकर प्रार्थना करने लगा," रिस ने याद किया। जब उन्होंने अपने बेटे को देखा, तो पाया कि उसके दाहिने गाल पर एक छोटा कान था। "मुझे समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। मैं सचमुच बहुत सदमे में था," उन्होंने आगे बताया।

    Ear on Cheeks तत्काल चिकित्सकीय हस्तक्षेप की आवश्यकता-

    विनी को तुरंत सर्जरी के लिए ले जाया गया और उसे 65 दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ा। चिकित्सकों ने उसकी स्थिति का निदान गोल्डेनहार सिंड्रोम के रूप में किया, जो एक ऐसी बीमारी है जो चेहरे के विकास को प्रभावित करती है और अक्सर शरीर के एक हिस्से पर असर डालती है।

    जन्म के डेढ़ महीने बाद, डॉक्टरों ने बच्चे की ट्रैकियोस्टोमी की। यह एक प्रक्रिया है जिसमें गर्दन के बाहर से श्वासनली (विंडपाइप) में एक छिद्र बनाकर हवा और ऑक्सीजन को फेफड़ों तक पहुंचने में मदद की जाती है। ट्रैकियोस्टोमी वाला व्यक्ति इस छिद्र में डाली गई ट्यूब के माध्यम से सांस लेता है।

    Ear on Cheeks लंबे उपचार का सफर-

    विनी को आगे कई चिकित्सकीय प्रक्रियाओं से गुजरना होगा, जिनमें कृत्रिम आंख लगाना शामिल है, जिसे उसके बढ़ने के साथ-साथ हर साल एडजस्ट करना होगा। डॉक्टर्स कान को सही स्थान पर लाने के लिए भी सर्जरी की योजना बना रहे हैं। चिकित्सा खर्चों को पूरा करने के लिए परिवार ने एक फंडरेजर भी शुरू किया है।

    बच्चे की मां, जो पहले एक रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थीं, ने विनी की देखभाल करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी है। यह फैसला परिवार के लिए आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, लेकिन वे अपने बच्चे के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं।

    मेडिकल साइंस और रेयर कंडीशंस-

    गोल्डेनहार सिंड्रोम एक बहुत ही दुर्लभ स्थिति है, जो लगभग 3,000 से 5,000 जन्मों में एक बार होती है। यह विकार आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन से होता है, और इसका कोई ज्ञात इलाज नहीं है। हालांकि, विभिन्न सर्जरी और उपचार विकल्पों के माध्यम से इसके लक्षणों का प्रबंधन किया जा सकता है।

    चिकित्सकों का कहना है कि प्रत्येक मामला अद्वितीय होता है, और उपचार योजना बच्चे की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार तैयार की जाती है। विनी के मामले में, दीर्घकालिक समर्थन और बहु-विषयक देखभाल की आवश्यकता होगी, जिसमें प्लास्टिक सर्जन, ईएनटी विशेषज्ञ, नेत्र विशेषज्ञ और विकासात्मक विशेषज्ञ शामिल हैं।

    परिवारों के लिए समर्थन की आवश्यकता-

    इस तरह की दुर्लभ स्थितियों से प्रभावित बच्चों वाले परिवारों को न केवल चिकित्सकीय बल्कि भावनात्मक और वित्तीय समर्थन की भी आवश्यकता होती है। विनी के माता-पिता ने अपनी कहानी साझा करके जागरूकता बढ़ाने और समान स्थितियों से गुजर रहे अन्य परिवारों को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। "हम चाहते हैं कि लोग जानें कि हर बच्चा खास है, चाहे उसकी कोई भी स्थिति हो," रिस ने कहा। "विनी हमारे लिए एक आशीर्वाद है, और हम उसकी हर संभव मदद करेंगे ताकि वह एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जी सके।"

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    जैसे-जैसे विनी बड़ा होगा, उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उसके माता-पिता का प्यार और समर्पण, और चिकित्सा समुदाय का समर्थन, उसे इन चुनौतियों को पार करने में मदद करेगा। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि प्यार, धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ, हम जीवन की सबसे बड़ी चुनौतियों का भी सामना कर सकते हैं।

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