Viral Video
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    Viral Video: कभी-कभी जिंदगी में ऐसे पल आते हैं, जो हमें हिला कर रख देते हैं। ब्राज़ील के एक पत्रकार लेनिल्डो फ्राज़ाओ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब वे एक आम समाचार रिपोर्ट कर रहे थे। 30 जून को उत्तर-पूर्वी ब्राज़ील के बकाबल शहर में मेयारिम नदी के किनारे जो हुआ, वह न सिर्फ उन्हें बल्कि पूरी दुनिया को हैरान कर गया। फ्राज़ाओ अपनी स्थानीय न्यूज़ एजेंसी के लिए नदी की गहराई दिखाने के लिए पानी में उतरे थे। यह वही जगह थी, जहां रायसा नाम की एक युवा लड़की कुछ दिन पहले गायब हो गई थी। कैमरा चालू था और रिपोर्टर अपना काम कर रहे थे, लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबको दहला दिया।

    पानी में छुपा था डरावना सच-

    एबीपी न्यूज़ की मानें तो, फ्राज़ाओ की छाती तक जब पानी पहुंच गया, तो अचानक उन्हें कुछ छूने का एहसास हुआ। पानी के अंदर कुछ था, जो उनके पैर से टकराया। अपनी टीम की तरफ घबराकर उन्होंने देखा और कहा, "मुझे लगता है, यहां नीचे कुछ है।" डर से कांपते हुए उन्होंने आगे कहा, "नहीं, मैं नहीं जा रहा। मैं डर गया हूं। यह किसी हाथ जैसा लग रहा था - कहीं यह वही तो नहीं? हो सकता है कोई मछली हो। मुझे पता नहीं।" यह पल कैमरे में कैद हो गया और बाद में यह वीडियो पूरी दुनिया में फैल गया। लोगों के रोंगटे खड़े हो गए, जब उन्होंने देखा, कि एक पत्रकार को कैसे एहसास हुआ, कि वे किसी के शरीर पर खड़े हैं।

    खोज पूरी हुई, सच्चाई सामने आई-

    इस डरावने पल के तुरंत बाद, दमकलकर्मियों ने अपनी खोज फिर से शुरू की। इस बार गोताखोरों की मदद ली गई और वास्तव में उसी जगह पर लड़की का शरीर मिला जहां फ्राज़ाओ खड़े थे। रिपोर्टर का डर सच साबित हुआ था। रायसा एक स्थानीय स्कूली छात्रा थी, जिसका पूरा नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। वह अपने दोस्तों के साथ तैराकी कर रही थी, जब यह दुर्घटना हुई। फ्राज़ाओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया था ,कि नदी का बहाव तेज़ है और गहराई अलग-अलग है। नदी के तल में छुपे गड्ढे तैराकों के लिए जाल बन सकते हैं।

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    प्राकृतिक मौत की पुष्टि-

    अधिकारियों ने इसे एक दुर्घटना करार दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कोई हिंसा के निशान नहीं मिले। लड़की की डूबने से मौत हुई थी। उसी दिन शाम को उसका शरीर बरामद कर लिया गया और उसे दफना दिया गया। स्थानीय नगरपालिका स्कूल ने तीन दिन के शोक की घोषणा की। पड़ोसियों और प्रियजनों ने मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना सभा आयोजित की। लोगों ने उसकी याद में फूल और श्रद्धांजलि रखी।

    पत्रकार की चुप्पी और विवाद-

    वीडियो वायरल होने के बाद से फ्राज़ाओ ने इस घटना पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। उनकी न्यूज़ एजेंसी ने बताया, कि वे सरकारी प्रोटोकॉल के अनुसार और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर रिपोर्टिंग कर रहे थे।

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