Symptoms of Cholesterol: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत को लेकर कितने लापरवाह हो गए हैं। खासकर कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या के बारे में तो हमें तब पता चलता है, जब बहुत देर हो चुकी होती है। डॉक्टर्स इसे साइलेंट किलर कहते हैं, क्योंकि यह बिना किसी लक्षण के हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाता रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ संकेत हमारी उंगलियों में भी दिखाई दे सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल एक तरह का लिपिड है, जो हमारे शरीर के कई जरूरी कामों में मदद करता है। लेकिन जब यह खून में जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह बेहद खतरनाक हो जाता है। यह हमारी आर्टरीज की दीवारों में जमा होकर उन्हें नुकसान पहुंचाता है और एथेरोस्क्लेरोटिक प्लाक बनाता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
चौथी और पांचवी उंगली में छुपे हैं संकेत-
मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है, कि हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ लक्षण हमारी चौथी और पांचवी उंगली में दिखाई दे सकते हैं। ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं चलता, कि उनका कोलेस्ट्रॉल हाई है। जब तक कि वे हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कारण हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हो जाते। लेकिन अगर आप अपनी उंगलियों पर ध्यान दें. तो कुछ शुरुआती संकेत मिल सकते हैं।
ओपन एक्सेस गवर्नमेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, डुप्यूट्रेन्स कॉन्ट्रैक्चर नाम की एक कंडीशन हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकती है। यह हाथ की एक तरह की डिफॉर्मिटी है, जिसमें चौथी और पांचवी उंगली को सप्लाई करने वाले टेंडन्स हथेली में टाइट और कॉन्ट्रैक्टेड हो जाते हैं। इससे इन उंगलियों को पूरी तरह सीधा करना मुश्किल हो जाता है।
डुप्यूट्रेन्स कॉन्ट्रैक्चर के लक्षण और पहचान-
यह कंडीशन धीरे-धीरे डेवलप होती है और महीनों या सालों तक आपको कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। शुरुआत में आपको हथेली में या चौथी और पांचवी उंगली के बेस पर छोटे-छोटे गांठें महसूस हो सकती हैं। समय के साथ यह नोड्यूल्स मोटे हो जाते हैं और टिश्यू के लंबे कॉर्ड्स का रूप ले लेते हैं।
सबसे एडवांस्ड लक्षण यह है, कि यह कॉर्ड्स इतने टाइट और मोटे हो जाते हैं, कि आपके लिए प्रभावित उंगलियों को सीधा करना नामुमकिन हो जाता है। इसके साथ-साथ सूजन, दर्द, जलन और खुजली भी हो सकती है। कुछ लोगों को टेंडरनेस की समस्या भी होती है।
मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, डुप्यूट्रेन्स कॉन्ट्रैक्चर बेहद रेयर कंडीशन है और सिर्फ 5 परसेंट लोगों में ही यह देखने को मिलती है। यह ज्यादातर यूरोपियन डिसेंट के पुरुषों में होती है। इस कंडीशन में जो ग्रोथ होती है, वह हमेशा बिनाइन होती है यानी कैंसर का लक्षण नहीं बल्कि हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल का संकेत होती है।
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कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के आसान तरीके-
अगर आपको लगता है, कि आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो घबराने की जरूरत नहीं। कुछ लाइफस्टाइल चेंजेस से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान दें। सॉल्यूबल फाइबर से भरपूर चीजें खाएं, फल-सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं और हेल्दी फैट्स का सेवन करें। सैचुरेटेड फैट्स और ट्रांस फैट्स से बचें। रेगुलर एक्सरसाइज करें, खासकर एरोबिक एक्टिविटीज आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल और ओवरऑल हार्ट हेल्थ के लिए बहुत अच्छी होती हैं। रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक करें या कोई फिजिकल एक्टिविटी करें।
कुछ केसेस में डॉक्टर्स स्टेटिन्स जैसी मेडिसिन भी प्रिस्क्राइब करते हैं। लेकिन मेडिसिन लेने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह लें। स्मोकिंग छोड़ें, अल्कोहल का सेवन कम करें और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर फोकस करें। रेगुलर चेकअप कराते रहें, ताकि आपको पता रहे, कि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कैसा है।
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