Coconut Water Side Effect
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    Coconut Water Side Effects: गर्मी की तपती धूप में जब हमारा गला सूखता है और शरीर में पानी की कमी होती है, तो हम सबसे पहले नारियल पानी का ही सहारा लेते हैं। सड़क के किनारे ठेले पर बैठे नारियल वाले भैया से ताजा नारियल खरीदकर सीधे उसमें पाइप डालकर पीना एक आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है? हाल ही में डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी है। उनका कहना है कि नारियल को सीधे पीने से बचना चाहिए। इसकी वजह यह है कि नारियल के अंदर फफूंद लग सकती है, जो हमारी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है।

    नारियल पानी के फायदे जो हम सभी जानते हैं-

    नारियल पानी एक प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक है जो हमारे शरीर को तुरंत ताकत देता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेशियम, कैल्शियम और अन्य जरूरी तत्व होते हैं। यह न केवल पाचन में सुधार करता है बल्कि किडनी की सफाई भी करता है। गर्मियों में पानी की कमी से बचने के लिए यह एक बेहतरीन उपाय माना जाता है। नारियल पानी में अमिनो एसिड भी होते हैं ,जो हमारी त्वचा को स्वस्थ रखते हैं और बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। यही कारण है, कि फिटनेस के शौकीन और सेहत के प्रति सचेत लोग इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाते हैं।

    फफूंद का खतरा क्यों है गंभीर?

    विशेषज्ञों के अनुसार, नारियल के अंदर का माहौल फफूंद की वृद्धि के लिए बिल्कुल सही होता है। गर्म और नमी भरे वातावरण में यह कवक तेजी से बढ़ता है। यह फफूंद देखने में रोयेंदार या चिपचिपी लगती है और इसकी वजह से नारियल पानी का स्वाद और गंध खराब हो जाता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि कुछ प्रकार की माइकोटॉक्सिन होते हैं, जो अत्यधिक जहरीले होते हैं। ये विष हमारे लिवर, किडनी और पेट को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

    फफूंद एक सूक्ष्म जीव है, जिसमें बाल जैसी संरचनाएं होती हैं। ये संरचनाएं कॉलोनियां बनाती हैं जो हमें सतहों पर दिखाई देती हैं।

    स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ते हैं?

    फफूंद के संपर्क में आने से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। सबसे आम समस्या एलर्जी है। इसमें लगातार छींकना, नाक बहना, आंखों में पानी आना, त्वचा पर दाने और सांस लेने में तकलीف शामिल है। कई लोगों को पित्ती भी हो जाती है जो बेहद असहज होती है। सबसे खतरनाक पहलू माइकोटॉक्सिन विषाक्तता है। ये विष हमारे आंतरिक अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। शुरुआती लक्षणों में पेट दर्द, जी मिचलाना और उल्टी होती है, लेकिन लंबे समय तक संपर्क में रहने से लिवर की क्षति, किडनी की समस्याएं और हार्मोन असंतुलन हो सकते हैं। शोध अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि नियमित माइकोटॉक्सिन संपर्क से कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है।

    सुरक्षित तरीके से नारियल पानी कैसे पिएं?

    डॉक्टरों की सलाह है कि नारियल खरीदने के बाद पहले उसकी सावधानीपूर्वक जांच करें। नारियल को खोलने के बाद उसके अंदरूनी हिस्से को अच्छी तरह देखें। अगर कोई भी असामान्य गंध या रंग में बदलाव दिखे तो उसका सेवन न करें। सबसे सुरक्षित तरीका यह है कि नारियल पानी को एक पारदर्शी गिलास में डालें और फिर उसका रंग और गंध की जांच करें। साफ और गंधहीन पानी ही पीना चाहिए। अगर पानी धुंधला है या उसमें कोई भी कण तैर रहे हैं तो उससे बचें।

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    भोजन में फफूंद से कैसे बचें?

    ताजे फलों और सब्जियों को सही तरीके से रखना बेहद जरूरी है। सबसे प्रभावी तरीका है सभी खराब होने वाली चीजों को रेफ्रिजरेटर या फ्रीजर में रखना। ठंडा तापमान फफूंद की वृद्धि को काफी धीमा कर देता है। हवाबंद डिब्बों का उपयोग करना भी आवश्यक है। ये डिब्बे हवा में उड़ने वाले फफूंद के बीजाणुओं को खाद्य पदार्थों तक पहुंचने से रोकते हैं। हमेशा खाद्य पदार्थों की शेल्फ लाइफ के बारे में जागरूक रहें और एक्सपायरी डेट से पहले ही उनका सेवन करें।

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