Mob Violence in Pune
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    Mob Violence in Pune: शुक्रवार दोपहर को पुणे जिले के दौंड तहसील के यावत गांव में एक ऐसी घटना हुई, जिसने पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना दिया। एक युवक द्वारा WhatsApp पर की गई कथित आपत्तिजनक पोस्ट के बाद गांव में हिंसक भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।

    PTI की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने पुष्टि की है, कि इस घटना में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है और अब स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पोस्ट्स की ताकत और उनके गलत इस्तेमाल के खतरों को उजागर किया है।

    क्या था विवादित पोस्ट में-

    पुलिस के मुताबिक, युवक द्वारा की गई पोस्ट हिंदू धार्मिक व्यक्तित्व से संबंधित थी और यह काफी आपत्तिजनक थी। यह पोस्ट शुक्रवार दोपहर में वायरल हुई, जिसके बाद गांव में गुस्से की लहर दौड़ गई। समस्या यह थी, कि यावत गांव में पहले से ही तनाव का माहौल था, क्योंकि हाल ही में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के अपमान की घटना हुई थी।

    शाम तक स्थिति बिगड़ गई और भीड़ ने एक बेकरी में तोड़फोड़ की, एक मोटरसाइकिल को जलाया और अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। अभी तक किसी के घायल होने या मरने की खबर नहीं है।

    कौन था पोस्ट करने वाला युवक-

    पुलिस की जांच में पता चला है, कि विवादित पोस्ट करने वाला युवक यावत गांव का स्थायी निवासी नहीं है। वह नांदेड़ से आकर कुछ समय से अपनी दादी के यहां रह रहा था। अधिकारी उसकी मंशा की जांच कर रहे हैं और यह भी देख रहे हैं, कि कहीं इसका कोई संबंध इलाके में पहले हुई भड़काने वाली घटनाओं से तो नहीं है। युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है, कि कहीं यह पोस्ट जानबूझकर तो नहीं की गई थी और इसके पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है।

    धारा 144 लगाई गई-

    अशांति को देखते हुए यावत गांव में 48 घंटे के लिए धारा 144 लगाई गई है, ताकि लोगों के जमावड़े को रोका जा सके और शांति बनाए रखी जा सके। भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जिसमें स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (SRPF) की टीमें भी शामिल हैं। पुणे ग्रामीण पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इलाके में तैनात हैं। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, एसपी (पुणे ग्रामीण) पंकज देशमुख ने कहा, “हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं, कि वे अफवाहों पर भरोसा न करें। सांप्रदायिक सद्भावना बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

    राजनीतिक प्रतिक्रियाएं-

    मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर सख्त बयान जारी करते हुए कहा, “कुछ लोग जानबूझकर आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करके शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी भी धर्म या आस्था का अपमान करने का किसी को अधिकार नहीं है। हम ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भी कहा, “सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है। धारा 144 लगाई गई है और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। मैं लोगों से अपील करता हूं, कि वे सहयोग करें और शांति बनाए रखें।”

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    पुराने तनाव की वजह से बिगड़े हालात-

    पुलिस के अनुसार, यावत गांव में स्थिति पहले से ही संवेदनशील थी। हाल ही में स्थानीय प्रतिनिधियों के भाषण और ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के अपमान की पिछली घटनाओं के कारण तनाव था। पुराने तनाव और ताजा पोस्ट के कॉम्बिनेशन ने शुक्रवार की अशांति में योगदान दिया है।

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