Kejriwal Punjab Tour
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    Kejriwal Punjab Tour: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को पंजाब दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता लक्ष्मी कांता चावला से मुलाकात की। इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गरम कर दिया है।

    केजरीवाल हाल ही में आनंदगढ़ गांव में स्थित धम्म धज विपासना केंद्र (डीडीवीसी) में 10 दिन के विपासना ध्यान से लौटे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, वे सोमवार तक अमृतसर में ही रहेंगे। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल शुक्रवार रात को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस अमृतसर पहुंची थीं और शनिवार सुबह वे डीडीवीसी भी गईं।

    Kejriwal Punjab Tour बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया-

    बीजेपी नेता और दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस मुलाकात पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "अरविंद केजरीवाल अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति असफल या निराश होता है, तो वह नया रास्ता ढूंढता है। अगर अरविंद केजरीवाल लक्ष्मी कांता चावला के घर जाकर बीजेपी में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं, तो बीजेपी उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेगी।" हालांकि, दिल्ली बीजेपी के नेता और सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इस मुलाकात को ज्यादा महत्व नहीं दिया। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि वे किससे मिले हैं या किससे नहीं; यह उनका निजी मामला है।"

    Kejriwal Punjab Tour पंजाब में आप सरकार के तीन साल-

    केजरीवाल इस समय पूर्व पंजाब कैबिनेट मंत्री और विधायक डॉ. इंदरबीर निज्जर के आवास पर ठहरे हुए हैं। पीटीआई के अनुसार, पार्टी सूत्रों ने बताया कि रविवार को केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ गोल्डन टेंपल, दुर्गियाना मंदिर और वाल्मीकि तीर्थ स्थल में मत्था टेकेंगे। यह यात्रा पंजाब में आप सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में की जा रही है।केजरीवाल के विपासना केंद्र से बाहर आने पर कई नेता मौजूद थे, जिनमें सांसद डॉ. राज कुमार, पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, और विधायक ब्रह्म शंकर जिम्पा तथा जसवीर सिंह राजा गिल शामिल थे।

    राजनीतिक विश्लेषकों की राय-

    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केजरीवाल की बीजेपी नेता से यह मुलाकात महज औपचारिक नहीं हो सकती। दिल्ली में हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद यह मुलाकात कई संदेशों को छिपाए हुए है। विशेषज्ञों का कहना है कि जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल की राजनीतिक रणनीति में बदलाव देखा जा रहा है। एक वरिष्ठ पत्रकार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "विपासना से लौटे केजरीवाल अब कम आक्रामक और अधिक संवादात्मक रुख अपना रहे हैं। बीजेपी नेता से मुलाकात इसी नई रणनीति का हिस्सा हो सकती है।"

    आप का पंजाब में तीन साल का कार्यकाल-

    पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की है। उन्होंने किसानों के लिए की गई पहलों, बिजली सब्सिडी, सरकारी स्कूलों में सुधार और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई जैसे मुद्दों पर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं। मान ने कहा, "हमने पंजाब में विकास का नया मॉडल पेश किया है। हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। हम यहां केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली मॉडल को लागू कर रहे हैं।"

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    केजरीवाल की राजनीतिक-

    अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में ईडी की हिरासत से रिहा होने के बाद से कम ही सार्वजनिक दिखाई दिए हैं। उन्होंने विपासना के लिए 10 दिन का समय निकाला, जिसके बाद यह पंजाब यात्रा उनकी पहली महत्वपूर्ण यात्रा है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, आने वाले दिनों में वे अपनी राजनीतिक गतिविधियों को फिर से तेज कर सकते हैं। पंजाब के एक स्थानीय नेता ने बताया, "केजरीवाल जी ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे जल्द ही पूरी ताकत के साथ वापस आएंगे। उनका फोकस अब 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों पर होगा।"

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