Apache Helicopter
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    Apache Helicopter: भारतीय सेना के लिए यह एक बहुत खुशी का दिन है। आज देश की सैन्य ताकत में एक नया अध्याय जुड़ा है, जब दुनिया के सबसे शक्तिशाली हेलिकॉप्टरों में से एक Apache का पहला बैच भारतीय सेना में शामिल हुआ। Boeing कंपनी द्वारा बनाए गए, ये अत्याधुनिक युद्धक हेलिकॉप्टर भारत की रक्षा क्षमताओं को कई गुना बढ़ाने वाले हैं। यह सिर्फ एक हेलिकॉप्टर नहीं है, बल्कि आधुनिक तकनीक का एक अद्भुत नमूना है, जो हमारी सेना को दुश्मनों के सामने और भी मजबूत बनाएगा। इन हेलिकॉप्टरों के आने से पहले ही दुनियाभर में इनकी धाक है और अब ये भारत के आसमान की सुरक्षा करेंगे।

    दुनिया के बेहतरीन हेलिकॉप्टरों की कतार में भारत-

    Boeing द्वारा निर्मित AH-64E Apache हेलिकॉप्टर को दुनिया का सबसे उन्नत बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलिकॉप्टर माना जाता है। छह हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति के कॉन्ट्रैक्ट के तहत ये पहले हेलिकॉप्टर भारत पहुंचे हैं। इन हेलिकॉप्टरों की असेंबली, संयुक्त प्राप्ति निरीक्षण और शामिल करने की बाकी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार पूरी की जाएंगी। इन Apache हेलिकॉप्टरों के साथ भारत उस खास क्लब में शामिल हो गया है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल और मिस्र जैसे देश हैं। यह बात अपने आप में भारत की बढ़ती सैन्य प्रतिष्ठा को दर्शाती है।

    जानिए कितने खतरनाक हैं ये हेलिकॉप्टर-

    ये Apache हेलिकॉप्टर सिर्फ दिखने में ही भयानक नहीं हैं, बल्कि इनकी मारक क्षमता भी दुनिया की सबसे बेहतरीन है। इन हेलिकॉप्टरों में 30 मिमी की शक्तिशाली चेन गन लगी है, जो दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकती है। इसके अलावा, लेजर और रडार गाइडेड Hellfire मिसाइलें लगी हैं, जो बिल्कुल सटीक निशाना लगाती हैं। सबसे खास बात यह है, कि इन हेलिकॉप्टरों में रॉकेट पॉड भी लगे हैं, जो एक साथ कई जमीनी लक्ष्यों पर हमला कर सकते हैं। यानी एक ही बार में कई दुश्मनों का सफाया हो सकता है। इस तरह की तकनीक दुश्मनों के लिए एक बड़ा खतरा है।

    4168 करोड़ का सौदा-

    भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए लिखा, “भारतीय सेना के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है, जब Apache हेलिकॉप्टरों का पहला बैच आज भारत पहुंचा। ये अत्याधुनिक मंच भारतीय सेना की परिचालन क्षमताओं को काफी बढ़ाएंगे।” रक्षा मंत्रालय ने 2017 में Boeing से 4,168 करोड़ रुपये की लागत में छह Apache हेलिकॉप्टर और हथियार प्रणालियों की खरीद को मंजूरी दी थी। यह राशि भले ही बड़ी लगे, लेकिन देश की सुरक्षा की कीमत इससे कहीं ज्यादा है।

    पहले भी मिले थे Apache-

    दरअसल, भारत ने पहले भी Apache हेलिकॉप्टर खरीदे थे। 2015 में भारतीय वायुसेना ने अमेरिकी सरकार और Boeing के साथ 22 Apache हेलिकॉप्टरों के लिए अरबों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट किया था। ये हेलिकॉप्टर लद्दाख और पश्चिमी सेक्टर में तैनात किए गए हैं और बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। अब जो छह नए हेलिकॉप्टर आए हैं, वे खासतौर पर भारतीय सेना के Aviation Corps के लिए हैं। इससे सेना की अपनी हवाई ताकत और भी मजबूत हो जाएगी।

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    स्वदेशी हेलिकॉप्टरों को भी मिली हरी झंडी-

    Apache हेलिकॉप्टरों के अलावा, भारत अपने स्वदेशी हेलिकॉप्टरों के विकास में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार ने 8,073.17 करोड़ रुपये के दो कॉन्ट्रैक्ट्स पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत 34 उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव Mk III खरीदे जाएंगे। इनमें से 25 भारतीय सेना के लिए और 9 भारतीय तटरक्षक बल के लिए होंगे।

    यह कदम रक्षा निर्माण में स्वदेशीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न सिर्फ विदेशी निर्भरता कम होगी, बल्कि देश के रक्षा उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। Apache हेलिकॉप्टरों का आना भारतीय सेना के लिए एक नई शुरुआत है। ये हेलिकॉप्टर न सिर्फ हमारी सुरक्षा बढ़ाएंगे, बल्कि दुश्मनों को भी यह संदेश देंगे, कि भारत अपनी रक्षा के मामले में किसी से पीछे नहीं है। देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले हमारे जवानों के पास अब दुनिया का सबसे बेहतरीन हथियार है।

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