Kidnapping of Groom: बिहार के गोपालगंज जिले में जो घटना हुई है, वो सुनकर आपको यकीन नहीं आएगा। शादी की खुशी में डूबा एक परिवार रातों-रात गम के सागर में डूब गया। दिघवा दुबौली गांव में हुई इस अजीबोगरीब घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। शुक्रवार की रात जब सोनू कुमार शर्मा की शादी हो रही थी, तो कोई नहीं सोच सकता था कि यह खुशी का दिन इतना बड़ा दुःख लेकर आएगा। शादी के लिए बुलाए गए नर्तकों ने ही दूल्हे का अपहरण कर लिया। यह घटना रात 12 बजे के बाद हुई जब पारंपरिक लौंडा नाच का कार्यक्रम चल रहा था।
Kidnapping of Groom विवाद की शुरुआत-
शादी का समारोह सुरेंद्र शर्मा के घर पर हो रहा था। सोनू कुमार शर्मा अपनी शादी के रीति-रिवाज पूरे कर चुका था और मंडप में बैठा था। खाना खाने के बाद बारातियों ने नाच का कार्यक्रम देखना शुरू किया। लेकिन जो नर्तक बुलाए गए थे, वे अपना प्रदर्शन खत्म करके जाना चाहते थे। बारातियों ने कहा, कि अभी तो रात जवान है, नाच जारी रखो। लेकिन नर्तकों का कहना था, कि उनका काम पूरा हो गया है और वे अब जाना चाहते हैं। इसी बात को लेकर दोनों तरफ से गर्मा-गर्मी शुरू हो गई। बात बढ़ते-बढ़ते हाथापाई तक पहुंच गई।
इस झगड़े में मुस्कान किन्नर नाम की एक नर्तकी घायल हो गई, जिसे अस्पताल ले जाना पड़ा। पुलिस अधिकारी के अनुसार, दूल्हा मंडप में शादी के रीति-रिवाज पूरे कर रहा था। रात के खाने के बाद बारातियों ने नाच देखना शुरू किया। नर्तक अपना कार्यक्रम खत्म करना चाहते थे, लेकिन मेहमान नाराज हो गए।
Kidnapping of Groom रात 2 बजे का हमला-
घायल नर्तकी को अस्पताल ले जाने के बाद, लगा कि मामला खत्म हो गया। लेकिन यह तो सिर्फ शुरुआत थी। रात के 2 बजे मुस्कान किन्नर ने अपने साथियों को फोन किया और एक योजना बनाई। वह अपने पूरे समूह के साथ वापस दुल्हन के घर पहुंची। इस बार वे बदला लेने आए थे। पहले उन्होंने दुल्हन के परिवार वालों पर हमला किया। फिर मंडप से दूल्हे को जबरदस्ती उठाकर ले गए। परिवार वालों ने रोकने की कोशिश की लेकिन नर्तकों का समूह ज्यादा ताकतवर था। वे दूल्हे को लेकर अपनी गाड़ी में बैठ गए और फरार हो गए।
परिवार वालों का कहना है कि नर्तकों का एक पूरा गिरोह गाड़ी में आया था। उन्होंने पहले दुल्हन के रिश्तेदारों को पीटा और फिर दूल्हे को जबरदस्ती ले गए। यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि कोई कुछ कर नहीं सका।
9 घंटे का इंतजार-
दूल्हे के अपहरण के बाद पूरा परिवार दहशत में आ गया। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तलाश शुरू की। पूरे 9 घंटे तक परिवार और रिश्तेदार डर और चिंता में डूबे रहे। दुल्हन की हालत का तो पूछना ही क्या। जो दिन उसकी जिंदगी का सबसे खुशी का दिन होना चाहिए था, वह सबसे डरावना दिन बन गया।
शनिवार सुबह 11 बजे पुलिस को कामयाबी मिली। सिवान जिले से सोनू कुमार शर्मा को सुरक्षित छुड़ाया गया। गोपालगंज के पुलिस प्रभारी अवधेश दीक्षित ने बताया कि दूल्हे के अपहरण की खबर मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और उसे बरामद कर लिया।
पैसे का विवाद-
जांच में पता चला कि यह सिर्फ इज्जत का मामला नहीं था। इस पूरे मामले की जड़ में पैसे का विवाद था। आयोजकों, मेहमानों और नर्तकों के बीच भुगतान को लेकर मतभेद हुआ था। संभवतः नर्तकों को लगा कि उन्हें उनके प्रदर्शन का उचित पैसा नहीं मिला है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं था कि वे किसी का अपहरण कर लें। यह तो हद से गुजर जाने वाली बात है। एक पारिवारिक समारोह में इस तरह का हंगामा और अपहरण की घटना बेहद शर्मनाक है।
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परिवार का दुःख-
परिवार के एक सदस्य ने कहा कि यह हमारी जिंदगी का सबसे खुशी का दिन होना चाहिए था। लेकिन यह एक डरावने सपने में बदल गया। कोई सोच भी नहीं सकता था कि शादी के मंडप से दूल्हे को कोई उठाकर ले जाएगा। अब भले ही दूल्हा सुरक्षित वापस आ गया है, लेकिन यह घटना परिवार और गांव वालों के दिलों में हमेशा के लिए बस गई है। इस तरह की घटनाएं समाज में अशांति फैलाती हैं और लोगों का भरोसा उठा देती हैं।
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