Covid Cases in India: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामले बढ़ने की खबर आई है। हाल की रिपोर्टों के अनुसार, देश भर में अब तक कुल 1,009 कोविड-19 के मामले सामने आए हैं। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से दो नए रूपों NB.1.8.1 और LF.7 के कारण हो रही है, जो कई राज्यों में तेजी से फैल रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इन नए रूपों की वजह से न सिर्फ भारत बल्कि चीन और एशिया के अन्य हिस्सों में भी कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। यह स्थिति सभी के लिए चिंता का विषय है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
Covid Cases in India केरल में सबसे ज्यादा मामले, महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर-
राज्यवार आंकड़ों को देखें, तो केरल में सबसे ज्यादा 430 मामले सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली में 104 मामले दर्ज हुए हैं। गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, और राजस्थान जैसे राज्यों में भी कोविड-19 के मामले देखने को मिले हैं। दुखद बात यह है, कि महाराष्ट्र में अब तक चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है, केरल में दो मौतें हुई हैं, और कर्नाटक में एक व्यक्ति की जान गई है। यह आंकड़े हमें याद दिलाते हैं कि कोविड-19 अभी भी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है।
नए रूपों के बारे में जानकारी-
भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, NB.1.8.1 रूप अप्रैल में तमिलनाडु में पाया गया, जबकि LF.7 के चार मामले मई में गुजरात में पुष्ट हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों रूपों को "निगरानी के तहत रूप" की श्रेणी में रखा है।
हालांकि WHO का प्रारंभिक मूल्यांकन यह बताता है कि NB.1.8.1 का वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है, लेकिन इसके स्पाइक प्रोटीन में कुछ खास बदलाव हैं जैसे A435S, V445H, और T478I। ये बदलाव इस रूप को ज्यादा संक्रामक बना सकते हैं और यह प्रतिरक्षा प्रणाली से भी बच सकता है।
VIDEO | Delhi: On the recent rise in COVID-19 cases, Indian Council of Medical Research (ICMR) Director General Dr. Rajiv Bahl says, "Cases have been rising, first in southern India, then in western India, and now in northern India. We are monitoring the situation through the… pic.twitter.com/EELYE94eS4
— Press Trust of India (@PTI_News) May 26, 2025
JN.1 अभी भी सबसे आम रूप-
फिलहाल भारत में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला रूप JN.1 है, जो जांच किए गए नमूनों का 53 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और अन्य ओमिक्रॉन उप-रूप (20 प्रतिशत) आते हैं। यह जानकारी यह समझने में मदद करती है कि अभी भी कौन से रूप ज्यादा सक्रिय हैं।
सरकारी दिशा-निर्देश और सावधानियां-
हाल ही में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, आईसीएमआर, और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस बैठक में वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी यात्रियों को पूर्ण टीकाकरण कराने की सलाह दी गई है। यह कदम अंतर्राष्ट्रीय संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी है।
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आम लोगों के लिए सलाह-
इस बढ़ती स्थिति को देखते हुए, सभी लोगों को बुनियादी सावधानियां बरतनी चाहिए। मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, और नियमित रूप से हाथ धोना जैसी आदतें अभी भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। अगर आपको कोई लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच कराएं और डॉक्टर से संपर्क करें। टीकाकरण भी बहुत जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लिया है। सरकारी केंद्रों में मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध है, इसलिए सभी को इसका फायदा उठाना चाहिए।
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