Police Car Accident
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    Police Car Accident: दिल्ली में ऐसी घटना घटी जिसने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। दिल्ली पुलिस की गश्ती गाड़ी की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। दरअसल गुरुवार को दिल्ली के थाना मंदिर मार्ग इलाके में एक दुखद घटना घटी। दिल्ली पुलिस की गश्ती गाड़ी ने एक व्यक्ति को कुचल दिया, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, चालक से गलती से तेज़ी का पैडल दब गया, जिससे गाड़ी सड़क किनारे की ढलान पर चढ़ गई और उस व्यक्ति से जा टकराई।

    आगे की जांच-

    नई दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हुकमा राम ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “यहां पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई कर रही है। हम मृतक के परिवार को सभी संभावित सहायता प्रदान करेंगे और मुआवजा भी दिया जाएगा। हम सभी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखेंगे। आगे की जांच जारी है।”

    धौला कुआं हिट एंड रन मामले का नया मोड़-

    दूसरी तरफ, दिल्ली में एक और चौंकाने वाली घटना को लेकर अदालत में सुनवाई हुई। धौला कुआं में बीएमडब्ल्यू गाड़ी की टक्कर से वित्त मंत्रालय के अधिकारी नवजोत सिंह की मौत के मामले में अदालत ने आरोपी महिला चालक गगनप्रीत कौर को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

    यह मामला भी किसी परिवार के लिए अचानक आई आफत की कहानी है। 52 वर्षीय नवजोत सिंह, जो आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव थे, अपनी पत्नी के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारे से घर लौट रहे थे। यह एक सामान्य पारिवारिक यात्रा थी, जो त्रासदी में बदल गई। जब बीएमडब्ल्यू ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, तो नवजोत सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं।

    अदालत की कार्यवाही और कानूनी प्रक्रिया-

    ड्यूटी मजिस्ट्रेट आकांक्षा सिंह ने 38 वर्षीय गगनप्रीत कौर को अपने निवास पर पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने कहा, कि उसकी पुलिस हिरासत में पूछताछ की जरूरत नहीं है। गगनप्रीत के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता विकास पाहवा ने यह जानकारी दी। न्यायाधीश ने दिल्ली पुलिस और पीड़ित के परिवार को जमानत याचिका पर नोटिस भी जारी किए हैं और उन्हें 17 सितंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। उस दिन संबंधित अदालत में इस मामले की सुनवाई होगी।

    गगनप्रीत पर हत्या के समान नहीं किंतु दोषपूर्ण हत्या और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उसे सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया था।

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    सड़क सुरक्षा की चुनौती-

    ये दोनों घटनाएं दिल्ली में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की गंभीर समस्या को उजागर करती हैं। चाहे वह पुलिस की गाड़ी हो या किसी निजी व्यक्ति की, लापरवाही की कीमत जान से चुकानी पड़ रही है। पहले मामले में तकनीकी खराबी या चालक की गलती के कारण एक निर्दोष व्यक्ति की जान गई, जबकि दूसरे मामले में तेज़ रफ़्तार और लापरवाह ड्राइविंग का परिणाम था।

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    दिल्ली की सड़कों पर रोजाना हजारों गाड़ियां दौड़ती हैं और लोग अपने काम धंधे में व्यस्त रहते हैं। लेकिन एक छोटी सी गलती या लापरवाही किसी परिवार का सब कुछ छीन सकती है। नवजोत सिंह के परिवार के लिए यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि उनके जीवन का सबसे बड़ा नुकसान है।