Pithoragarh Viral Outbreak
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    Pithoragarh Viral Outbreak: सीमांत जिले में इन दिनों वायरल बुखार और मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। हालात ऐसे हैं, कि छुट्टी के दिन भी सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ कम नहीं हो रही। बुधवार को विश्वकर्मा जयंती की छुट्टी के चलते जिला अस्पताल की ओपीडी बंद रही, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने अस्पताल पहुंचे।

    छुट्टी के बावजूद अस्पताल में भीड़-

    बुधवार को सुबह से ही जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में मरीजों की लाइनें लगनी शुरू हो गईं। छुट्टी का दिन होने के बावजूद अस्पताल में अफरातफरी जैसा माहौल दिखा। हर कोई अपने इलाज और दवाइयों के लिए परेशान नजर आया। कई परिवार छोटे बच्चों और बुजुर्गों को लेकर पहुंचे थे, जिन्हें तुरंत डॉक्टर की ज़रूरत थी।

    इमरजेंसी वार्ड पर बढ़ा दबाव-

    हिंदी समाचार वेबसाइट हिन्दुस्तान के मुताबिक, अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात मेडिकल ऑफिसर (एमओ) डॉ. प्रशांत अधिकारी ने बताया, कि उन्होंने अकेले ही डेढ़ सौ से अधिक मरीजों का इलाज किया। इनमें ज्यादातर मरीज बुखार, जुकाम और वायरल से पीड़ित पाए गए। लगातार बदलते मौसम के कारण लोगों में संक्रमण की आशंका बढ़ रही है और यही कारण है, कि अचानक मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई।

    मौसमी बीमारियों का बढ़ता खतरा

    डॉ. प्रशांत ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, कि इस मौसम में अचानक तापमान बदलने से शरीर कमजोर हो जाता है और वायरल संक्रमण जल्दी फैलता है। ऐसे में लोगों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने और बाहर का असुरक्षित खाना-पीना कम करने की ज़रूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि हल्के लक्षणों को नजरअंदाज करने के बजाय समय पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए, ताकि बीमारी गंभीर रूप न ले सके।

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    स्वास्थ्य कर्मियों की दिनभर भागदौड़-

    अस्पताल में मौजूद नर्सिंग अधिकारी मनोज सिंह लुंठी और वार्ड सहायक चन्दन सिंह गैड़ा ने इमरजेंसी में पहुंचे मरीजों को संभालने में पूरा सहयोग दिया। कई बार मरीजों को इंतजार करना पड़ा, लेकिन स्टाफ ने पूरी कोशिश की कि किसी भी मरीज को इलाज से वंचित न रहना पड़े।

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    पिथौरागढ़ जिले में मौसमी बीमारियों का यह प्रकोप एक गंभीर संकेत है। यह दिखाता है, कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव बढ़ रहा है और लोगों को खुद भी अपनी सेहत के प्रति सजग रहना होगा। इस समय जरूरत है, कि हर कोई अपनी दिनचर्या में साफ-सफाई, हेल्दी डाइट और समय पर डॉक्टर से परामर्श जैसी आदतों को अपनाए।