Bihar Election: बिहार की राजनीति में एक बार फिर तूफान मच गया है। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के बीच चुनाव के दौरान हुई झड़पों ने सुर्खियां बटोर ली हैं। पहले चरण के चुनाव में भारी मतदान के बीच कुछ ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लखीसराय में मतदान के दौरान जो कुछ हुआ, वह Bihar की चुनावी राजनीति की कड़वी सच्चाई को उजागर करता है। एक तरफ जहां CPI-ML के एक नेता पर हमला हुआ, वहीं RJD के भाई विरेंद्र सिंह ने सार्वजनिक रूप से एक चुनाव अधिकारी को धमकी दी। इन घटनाओं के बीच खुद उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा भी निशाने पर आ गए।
उपमुख्यमंत्री का गंभीर आरोप-
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट की मानें, तो साक्षात्कार में विजय कुमार सिन्हा ने कहा, कि ऐसी घटनाएं कई दिनों से लगातार हो रही हैं। उनका आरोप है, कि जिस क्षेत्र में ये सारी वारदातें हो रही हैं, वहां के पुलिस अधीक्षक कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है। सिन्हा ने प्रशासन के कुछ सदस्यों पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाते हुए कहा, कि चुनाव के दौरान प्रशासन का एक हिस्सा पूरी तरह से इनएक्टिव दिख रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने लखीसराय में लोगों को वोट डालने से रोके जाने के आरोप लगाए थे, हालांकि पुलिस ने इसका खंडन करते हुए कहा, कि मतदान शांतिपूर्वक हो रहा था। इस विरोधाभास ने स्थिति को और भी मुश्किल बना दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो-
RJD विधान पार्षद अजय सिंह के साथ सिन्हा की जोरदार तकरार का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लखीसराय से विधायक रहे विजय कुमार सिन्हा ने इस पूरे प्रकरण की तफसील देते हुए बताया, कि कैसे घटनाओं का क्रम बढ़ता गया। उनका कहना है, कि RJD के सदस्य अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों को कई मतदान केंद्रों पर वोट डालने से रोक रहे थे। जैसे ही उन्हें इसकी सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए।
सिन्हा ने कहा, कि RJD के लोग ग्रामीणों को धमका रहे थे और मतदाताओं को बूथ तक जाने से रोक रहे थे। इसकी वजह से मतदान केंद्र पर कोई नहीं था। जब उन्होंने गांव में प्रवेश करने की कोशिश की, तो RJD के सदस्यों ने पत्थर और गोबर फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें गाड़ी पीछे करनी पड़ी और दूसरे इलाके में जाना पड़ा।
बॉलीवुड स्टाइल में हुई भिड़ंत-
दोनों नेताओं के बीच विवाद “तुम कौन हो” से शुरू हुआ और तेजी से बढ़ता चला गया। शराबबंदी वाले Bihar में नशे में होने के आरोप, गुंडागर्दी और बूथ कैप्चरिंग के इल्जाम जमकर उड़े। यहां तक, कि राजनीतिक अंत की भविष्यवाणी भी की गई, कि चौदह तारीख के बाद देखा जाएगा और आप खत्म हो गए हैं।
सिन्हा ने कहा, कि जब उनकी सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड आगे बढ़ा, तो RJD विधान पार्षद ने महिलाओं और बच्चों को आगे धकेल दिया। उन्होंने आरोप लगाया, कि RJD विधान पार्षद अजय सिंह उनके इलाके में मतदाताओं को धमका रहे थे। जब वे उस तरफ जा रहे थे, तो रास्ते में विधान पार्षद से मुलाकात हो गई, जिसने बकवास करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया, कि विधान पार्षद पहले से ही नशे में थे। सिन्हा ने सवाल उठाया, कि जब वह केंडिडेट नहीं थे, तो वहां क्या कर रहे थे और इसकी जांच होनी चाहिए।
बुलडोजर चलाने की चेतावनी-
उपमुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा, कि ऐसी घटनाएं RJD और Congress की मानसिकता को दर्शाती हैं। उनका आरोप है, कि RJD के लोग योजनाबद्ध तरीके से अराजकता फैलाते हैं और उपद्रव मचाना उनकी मैंटेलिटी है। उन्होंने इन तत्वों को गुंडा तत्व करार देते हुए कहा, कि गुंडागर्दी ही उनका काम है।
विजय कुमार सिन्हा ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत देते हुए कहा, कि वह बीस साल से गुंडों से लड़ रहे हैं और अपराधियों के सीने पर बुलडोजर चलाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा, कि अपराधियों के दिलों में भय पैदा करने के लिए समय पर कार्रवाई करना बेहद जरूरी है। यह बयान BJP की उस नीति की ओर इशारा करता है, जिसमें अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का वादा किया जाता है।
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प्रशासन की भूमिका पर सवाल-
इन तमाम घटनाओं के बीच सबसे बड़ा सवाल प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर उठ रहा है। उपमुख्यमंत्री ने पुलिस की ढिलाई का आरोप लगाया है और इस मामले में प्रशासन को लिखित शिकायत भी दी है। हालांकि पुलिस का कहना है, कि मतदान शांतिपूर्वक हो रहा था, लेकिन मैदान में हुई घटनाएं कुछ और ही कहानी बयान करती हैं।
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