S-400 Air Defense System: हाल ही में भारत ने अपनी हवाई ताकत और रक्षा की क्षमता को बढ़ाते हुए, रूस से S-400 वायु रक्षक प्रणाली हासिल की है, जिसके बाद पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई। पाकिस्तान भारत की S-400 प्रणाली का मुकाबला करने और उससे आगे निकलने के लिए काम पर लग गया है और अब चीन से हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक की मांग कर रहा है। ध्यान देने वाली बात यह है, कि भारत ने हाल ही में लंबी दूरी वाली हाइपरसोनिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। जिससे कि पड़ोसी देश पाकिस्तान चिंता में आ गया है। पाकिस्तान क्षेत्र में अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए अब चीन से हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक की मांग कर रहा है।
हाइपरसौनिक मिसाइल की मांग-
रक्षा विशेषज्ञ रानेश राजन का कहना है, कि पाकिस्तान के द्वारा उठाए गए यह कदम, उसकी राजनीतिक रणनीति में सैन्य प्रभुत्व बनाए रखने के लिए जरूरी है। उन्होंने idrw.org को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा, कि पाकिस्तान द्वारा चीन से हाइपरसौनिक मिसाइल प्राप्त करने के भाव ने क्षेत्र में स्थिरता को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। इससे पहले पाकिस्तानी से यह खबरें आ रही थीं, कि भारत के S-400 वायु रक्षा प्रणाली को बेअसर करने के लिए डिजाइन की गई, चीन डीएफ 17 मिसाइल पाकिस्तान को दे सकता है।
क्या है डीएफ 17-
वही डीएफ 17 की बात की जाए, तो यह एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल होती है, जो हाइपरसौनिक ग्लाइड व्हीकल से भरी होती है। यह अपने कम ऊंचाई वाली क्षमता से पारंपरिक मिसाइल रक्षा प्रणालियों को चकमा दे सकती है। पाकिस्तान की सेना ने पारंपरिक रूप से भारत के साथ एक स्थिर संतुलन बनाए रखने की रणनीति बनाई है। भारत के S-400 रक्षा सेटअप के जवाब के रूप में हाइपरसोनिक मिसाइल को देखते हुए, उन्हें इस हाइपरसोनिक तकनीक को तैयार करने में अपनी सीमाओं की वजह से चीन के समर्थन पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
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सैन्य प्रयासों में पाकिस्तान का समर्थन-
पिछले कुछ सालों में चीन पाकिस्तान का एक विश्वसनीय सहयोगी रहा है, जो लगातार अपने सैन्य प्रयासों में पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है। भले ही पाकिस्तान को हाइपरसोनिक मिसाइल मिल जाए, फिर भी इस उन्नत हथियार को प्रभावी ढंग से संचालित करने की उसकी क्षमता पर सवाल खड़े होते हैं। रक्षा विशेषज्ञों की मानें, तो पाकिस्तान के सरकार में हाइपरसोनिक प्रणालियों को शामिल करने से दक्षिण एशिया में सुरक्षा गतिशीलता बदल सकती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि S-400 एक ऐसी प्रणाली है, जिसने भारत की रक्षा ताकत को और ज्यादा बढ़ा दिया है। इसके बाद हमारे पड़ोसी देश का डर तो स्वभाविक है।
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