Junk Paintings: सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प कहानी वायरल हो रही है एक ऐसे शख्स की, जिसने अपनी पेंटिंग्स को 'कबाड़' कहकर उनका मजाक उड़ाया, लेकिन फिर भी उन्हें बेचकर 2023 तक 300,000 पाउंड (लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक) कमा लिए। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब उन्होंने इन पेंटिंग्स को बेचकर 400,000 पाउंड (लगभग 4 करोड़ रुपये) कमा लिए हैं। लेकिन इस कहानी का सबसे खास पहलू यह है कि इन पैसों से उनका अपना कोई फायदा नहीं हुआ, बल्कि पूरी रकम चैरिटी के लिए दान की गई।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, वेस्ट सस्सेक्स के रहने वाले पेट-पोर्ट्रेट आर्टिस्ट हरक्यूल वैन वोल्फविंकल, जिनका असली नाम फिल हेकल्स है, ने 2020 में यह अप्रत्याशित यात्रा शुरू की थी। उनकी सफलता इतनी शानदार रही कि उन्होंने अपनी कमर्शियल प्रॉपर्टी में फुल-टाइम नौकरी छोड़कर एक फुल-टाइम आर्टिस्ट और फंडरेज़र बनने का फैसला किया। उन्होंने बीबीसी को बताया, "मुझे मेरे समर्थक मेरे काम को 'कबाड़' कहने पर डांटते हैं।"
Junk Paintings 2020 में कैसे हुई शुरुआत-
एक दिन, अपने बेटे के साथ कलरिंग करते समय, उन्होंने अपने पालतू कुत्ते का एक रैंडम पोर्ट्रेट बनाया। उन्होंने फेसबुक पर इन "कबाड़" ड्रॉइंग्स को पोस्ट किया और मजाक में 299 पाउंड की कीमत पर कमीशन की पेशकश की। उनके आश्चर्य की बात यह थी कि उन्हें वास्तविक अनुरोध मिलने लगे। "मुझे लगता है कि लोगों को वे मजेदार लगे, ऐसे समय में जब हंसने-मुस्कुराने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था," उन्होंने बीबीसी के हवाले से कहा।
उस साल, उन्होंने पालतू जानवरों के "कबाड़" चित्र बनाकर और उन्हें ऑनलाइन बेचकर एक बेघर चैरिटी के लिए लगभग 5,000 पाउंड जुटाए। उन्होंने इन इलस्ट्रेशन्स को सोशल मीडिया पर मुफ्त में शेयर किया और मजेदार फेक रिव्यूज जोड़े - जिनमें से कई वायरल हो गए और हजारों लाइक्स प्राप्त किए।
लोग उन्हें उनकी कलाकृतियों के लिए भुगतान करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा, "मैं उनका पैसा नहीं ले सकता - तस्वीरें तो कबाड़ हैं।" इसके बजाय, उन्होंने एक जस्टगिविंग पेज बनाया और सुझाव दिया कि लोग इसके बजाय दान करें। सिर्फ पांच हफ्तों के भीतर, उनके डूडल्स हिट बन गए, और 38 वर्षीय कलाकार ने टर्निंग टाइड्स के लिए 4,903 पाउंड जुटाने में सफलता प्राप्त की - यह एक चैरिटी है जो बेघर लोगों की मदद करती है और बेघरता को खत्म करने के लिए काम करती है, जैसा कि बीबीसी द्वारा बताया गया।
Junk Paintings 2023 तक की उपलब्धियां-
बीबीसी की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि 2023 तक, उन्होंने 300,000 पाउंड (3 करोड़ रुपये से अधिक) जुटाए और अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर फुल-टाइम पेट पोर्ट्रेट आर्टिस्ट बन गए। तब से, उन्होंने अपने पेट पोर्ट्रेट्स की दो किताबें प्रकाशित की हैं और यहां तक कि अपने फंडरेजिंग प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री से एक पुरस्कार भी प्राप्त किया है।
Junk Paintings एक मजाक से बना सफलता का किस्सा-
हरक्यूल वैन वोल्फविंकल, या फिल हेकल्स, की यह अद्भुत यात्रा बताती है कि कैसे एक छोटा सा मजाक बड़े बदलाव ला सकता है। जब उन्होंने अपने बेटे के साथ रंग भरते हुए उस पहले पालतू पोर्ट्रेट को बनाया था, तब उन्हें यह अंदाजा भी नहीं था कि यह मजाक इतना बड़ा रूप ले लेगा।
"मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे हास्यास्पद ड्रॉइंग्स इतने लोकप्रिय होंगे," उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा। "मेरे पास कोई फॉर्मल आर्ट ट्रेनिंग नहीं है, और मुझे लगता है कि शायद यही कारण है कि लोगों को मेरी अजीबोगरीब कलाकृतियां पसंद आती हैं - वे बेहद ईमानदार और बिना किसी प्रिटेंशन के हैं।"
Junk Paintings हास्य और परोपकार का अनोखा मिश्रण-
फिल के काम का सबसे खास पहलू यह है कि उन्होंने हास्य और परोपकार को एक अनूठे तरीके से जोड़ा है। उनके द्वारा बनाए गए पेट पोर्ट्रेट्स में एक विशेष चार्म है - वे प्रोफेशनल तो बिल्कुल भी नहीं हैं, लेकिन उनमें एक प्यारी सी मासूमियत है जो लोगों के दिलों को छू लेती है।
"मैं अपने सभी पेट पोर्ट्रेट्स में एक व्यक्तित्व डालने की कोशिश करता हूं, भले ही वे तकनीकी रूप से अच्छे न हों," फिल ने बताया। "मुझे लगता है कि लोग इसलिए कनेक्ट करते हैं क्योंकि वे देख सकते हैं कि इसमें मजाक है, लेकिन साथ ही प्यार भी है।"
जब उनके काम वायरल हो गए, तो उन्होंने तुरंत इसे एक अच्छे कारण के लिए इस्तेमाल करने का फैसला किया। "मुझे लगा कि अगर लोग मेरे काम के लिए पैसे देना चाहते हैं, तो वह पैसा उन लोगों की मदद के लिए जाना चाहिए जिन्हें वास्तव में इसकी जरूरत है," उन्होंने कहा।
प्रेरणादायक प्रभाव-
फिल की कहानी ने न केवल लाखों लोगों को प्रेरित किया है, बल्कि यह प्रदर्शित करती है कि कला का सच्चा मूल्य तकनीकी परफेक्शन में नहीं, बल्कि उसके पीछे के इरादे और भावना में होता है। उनकी सफलता से पता चलता है कि जब आप खुले दिल से कुछ शेयर करते हैं, तो उसका प्रभाव कितना व्यापक हो सकता है।
"मुझे खुशी है कि मेरे कबाड़ ने इतना अच्छा किया है," वे हंसते हुए कहते हैं। "यह सिर्फ इस बात का सबूत है कि आपको महान कलाकार होने की जरूरत नहीं है - बस आपके पास एक अच्छा हृदय और थोड़ा सा हास्य बोध होना चाहिए।"
अब, 400,000 पाउंड से अधिक जुटाकर, फिल का मिशन जारी है। वे अभी भी अपने "कबाड़" आर्ट के माध्यम से लोगों को खुशी दे रहे हैं और साथ ही जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।
प्रशंसकों का समर्थन-
फिल के अनोखे कला यात्रा में उनके प्रशंसकों का बड़ा योगदान रहा है। दुनिया भर से लोग उनके पेट पोर्ट्रेट्स के लिए अनुरोध भेजते हैं, और कई बार तो मांग इतनी अधिक हो जाती है कि उन्हें बुकिंग बंद करनी पड़ती है।
"मेरे पास एक बार में हजारों अनुरोध आ जाते हैं, और मैं हर एक को पूरा नहीं कर सकता," उन्होंने स्वीकार किया। "लेकिन मैं जितना हो सके उतना करने की कोशिश करता हूं, क्योंकि मुझे पता है कि हर पोर्ट्रेट से मदद मिलती है।"
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योजनाएं-
अपनी नई पहचान और सफलता के साथ, फिल अब और भी अधिक लोगों तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं। उनकी दो पुस्तकों के बाद, वे अब अपनी कला को और भी व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के तरीके तलाश रहे हैं।
"मैं चाहता हूं कि लोग जानें कि कला के लिए सही या गलत तरीका नहीं होता," उन्होंने कहा। "अगर आप कुछ बना रहे हैं जो आपको या दूसरों को खुशी देता है, तो वह सफल कला है - भले ही कोई इसे 'कबाड़' कहे।"
इस अनोखे कलाकार की कहानी हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी जीवन के सबसे अच्छे मोड़ अप्रत्याशित होते हैं, और अगर हम अपनी असफलताओं या सीमाओं का मजाक उड़ा सकें और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा में बदल सकें, तो हम अद्भुत चीजें हासिल कर सकते हैं। फिल हेकल्स ने अपनी "कबाड़" कला से न केवल हजारों लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाई है, बल्कि कई जरूरतमंदों के जीवन में भी महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं।
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