Israel Hamas War
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    Israel Hamas War: शनिवार को इज़राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि मजदूर लेबनान के सशस्त्र समूह हिज्बुल्लाह ने लड़ाई में भाग लेने का फैसला कर दिया है। जिस पर इज़रायल का कहना है कि अगर वह इज़राइल के खिलाफ हमले करता है तो इसके लिए उसे भारी कीमत चुकानी होगी। गैलेंट का कहना है कि ही हिजबुल्ला लड़ाई में भाग ले रहा है अगर औसा हुआ तो हम इसकी भारी कीमत वसूल करेंगे।

    भीषण हवाई हमलों का जवाब-

    आतंकवादी समूह हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला करने और इजरायल द्वारा भीषण हवाई हमलों का जवाब देने के बाद से ईरान समर्थित है। हिसबुल्लाह और इसराइल लगभग रोजाना ही सीमा पर गोलीबारी कर रहे हैं। 2006 में हिज़बुल्ला और इजरायल के युद्ध के बाद से सीमा पर यह लड़ाई सबसे घातक रही है।

    संयुक्त राज्य अमेरिका-

    अंग्रेजी समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक, इजराइल के रक्षा मंत्री ने 15 अक्टूबर को कहा कि अपने उत्तरी मोर्चे पर इजराइल को युद्ध छेड़ने में दिलचस्पी नहीं है और अगर ही हिज़बुल्ला खुद को रोकेगा तो इसराइल भी सीमा पर स्थिति को वैसे ही बनाए रखेगा। संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान को भी चेतावनी दी है कि जो आतंकवादी समूह और हिज़बुल्ला हमास का समर्थन करता है।

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    युद्ध को बढ़ाने की कोशिश-

    संकट में शामिल होने के खिलाफ दो विमान वाहक तैनात किए थे। जिनके बारे में उनका कहना है कि इसका उद्देश्य युद्ध को बढ़ाने की कोशिश करने वाले किसी भी राज्य या गैर राज्य अभिनेता को रोकना है। हिज़बुल्ला के अधिकारी ने हजारों समर्थकों के सामने एक भाषण में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन और दुर्भावना पूर्ण यूरोपीय को सावधान रहना चाहिए।

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    करीबन 1400 इजरायली हमास की शुरुआती हमले में मारे गए, जो राज्य के 75 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा खतरनाक है। इजरायली हमले में कम से कम 3800 फिलिस्तीन मारे गए हैं और दोनों पक्षों के मृतकों में अधिकांश नागरिक ही थे।