Iran Israel War
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    Iran Israel War: युद्ध की आग मध्य पूर्व में एक बार फिर भड़क उठी है। अब अपने छठे दिन में ईरान और इजरायल के बीच चल रहा संघर्ष पहुंच गया है और लगातार स्थिति बिगड़ती जा रही है। हवाई हमले, मिसाइल हमले, और शीर्ष नेताओं की धमकियों ने पूरे क्षेत्र को एक ज्वालामुखी बना दिया है। इस युद्ध का प्रभाव न केवल इन दो देशों तक सीमित है बल्कि पूरी दुनिया इसके परिणामों से चिंतित है।

    Iran Israel War अमेरिका ने जारी किए 30 से ज्यादा सुरक्षा अलर्ट-

    अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि संघर्ष शुरू होने के बाद से मध्य पूर्वी देशों को 30 से अधिक सुरक्षा चेतावनियां भेजी गई हैं। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के रुख को दोहराते हुए कहा कि ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। यह स्थिति दिखाती है कि अमेरिका इस संघर्ष को कितनी गंभीरता से ले रहा है।

    अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि वे इस क्षेत्र में अपने सहयोगियों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार हैं। इन सुरक्षा अलर्ट में अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी गई है।

    Iran Israel War ट्रंप का इजरायल के साथ सीधे सैन्य हस्तक्षेप की संभावना-

    सबसे चौंकाने वाली खबर यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप इजरायल के साथ मिलकर सीधे सैन्य कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। सीबीएस न्यूज के अनुसार, अमेरिकी रक्षा और खुफिया अधिकारी ईरान की फोर्डो परमाणु साइट पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। यह भूमिगत सुविधा ईरान के यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम का मुख्य हिस्सा मानी जाती है।

    यदि अमेरिका सीधे इस युद्ध में कूदता है तो यह स्थिति को और भी खतरनाक बना देगा। इससे न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी व्यापक युद्ध की संभावना बढ़ जाएगी। दुनिया भर के विशेषज्ञ इस संभावना से चिंतित हैं।

    Iran Israel War उत्तरी इजरायल में साइरन की आवाज-

    मंगलवार को उत्तरी इजरायल में हवाई हमले की चेतावनी के साइरन बजे क्योंकि ईरानी मिसाइलों का पता चला था। इजरायली सेना के अनुसार, यह आधी रात के बाद सातवीं चेतावनी थी। यह दिखाता है कि ईरान लगातार इजरायल पर हमले कर रहा है और स्थिति कितनी गंभीर हो गई है।

    इजरायली नागरिक लगातार डर और तनाव में जी रहे हैं। स्कूल बंद हैं, कार्यालयों में काम ठप है, और लोग अपने घरों में छुपकर बैठे हैं। यह स्थिति दिखाती है कि युद्ध का सबसे बुरा प्रभाव आम लोगों पर पड़ता है।

    इजरायली सेना ने तेहरान निवासियों को दी चेतावनी-

    इजरायल रक्षा बल ने तेहरान के जिला 18 के निवासियों को तत्काल उस क्षेत्र को छोड़ने की चेतावनी जारी की है। सेना ने कहा कि वह वहां ईरानी सैन्य बुनियादी ढांचे पर और हमले करने की योजना बना रही है। यह पहली बार है जब इजरायल ने सीधे तौर पर ईरानी नागरिकों को चेतावनी दी है।

    इससे पता चलता है कि इजरायल अब ईरान की मुख्य भूमि पर बड़े हमले करने की तैयारी में है। यह स्थिति को और भी खतरनाक बना सकता है क्योंकि अब तक दोनों देश एक-दूसरे के proxy groups के जरिए लड़ रहे थे।

    ईरान ने किया हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल-

    ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने कहा कि उसने अपने नवीनतम हमलों में फत्ताह-1 हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। राज्य टेलीविजन ने दावा किया कि ईरान ने कब्जे वाले क्षेत्रों के आसमान पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। यह ईरान के ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस 3 की 11वीं लहर है।

    व्हाट्सऐप पर जासूसी का आरोप-

    बढ़ते संघर्ष के बीच, ईरानी राज्य मीडिया ने लोगों से व्हाट्सऐप डिलीट करने को कहा है और इस पर इजरायल के साथ उपयोगकर्ता डेटा साझा करने का आरोप लगाया है। व्हाट्सऐप ने इस दावे को झूठा और हानिकारक बताते हुए इनकार किया है। कंपनी ने कहा कि हमें चिंता है कि इन रिपोर्टों का इस्तेमाल उस समय पहुंच को ब्लॉक करने के बहाने के रूप में किया जाएगा जब लोगों को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।

    अमेरिकी दूतावास बंद-

    यरूशलेम में अमेरिकी दूतावास शुक्रवार तक बंद रहेगा और अपने कर्मचारियों को घर के अंदर रहने को कहा है। वर्तमान सुरक्षा स्थिति के कारण यह बंदी की घोषणा की गई है। यह दिखाता है कि स्थिति कितनी गंभीर है कि अमेरिका को अपना दूतावास तक बंद करना पड़ा है।

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    ईरान अमेरिकी ठिकानों पर हमले की तैयारी में-

    न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की है कि ईरान मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर संभावित हमलों के लिए हथियार तैयार कर रहा है, यदि अमेरिका औपचारिक रूप से इजरायल के साथ युद्ध में शामिल होता है। यह स्थिति तीसरे विश्व युद्ध की चिंता को बढ़ाती है।

    यह संघर्ष न केवल दो देशों के बीच का मामला रह गया है बल्कि इसमें महाशक्तियों के शामिल होने से पूरी दुनिया खतरे में आ गई है। दुनिया भर के लोग शांति की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।

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