RCB Ban: RCB और उनके फैंस के लिए ये वह दिन था, जिसका वह सालों से इंतज़ार कर रहे थे। हजारों फैन्स बेंगलुरु की सड़कों पर टीम की पहली IPL विक्ट्री का सेलिब्रेशन करने के लिए उमड़ पड़े थे। लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था, कि यह खुशी का मौका इतनी बड़ी ट्रैजेडी में बन जाएगा। आइविटनेस अकाउंट्स और वीडियो फुटेज से पता चला कि प्रॉपर एक्जिट्स, इमर्जेंसी मेडिकल सर्विसेज और ऑर्गनाइजर्स और ऑथॉरिटीज के बीच कॉर्डिनेशन की कमी थी।
भीड़भाड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। छोटे बच्चे और बुजुर्ग लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। फैन्स जो अपनी फेवरेट टीम का जश्न मनाने आए थे, वे कभी नहीं सोचते थे कि उनकी जिंदगी इस तरह खतरे में पड़ जाएगी। यह इंसिडेंट दिखाता है कि बड़े इवेंट्स के लिए प्रॉपर प्लानिंग और सेफ्टी मेजर्स कितने इंपॉर्टेंट हैं।
RCB Ban पुलिस का एक्शन-
बेंगलुरु पुलिस ने RCB, इवेंट मैनेजमेंट फर्म DNA एंटरटेनमेंट और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के खिलाफ FIR फाइल की है। पुलिस ने शुक्रवार को निखिल सोसले को अरेस्ट किया, जो RCB के हेड ऑफ मार्केटिंग हैं और इसकी पेरेंट कंपनी डियाजियो के एम्प्लॉई भी हैं।
बढ़ते पॉलिटिकल और पब्लिक प्रेशर के बीच दो KSCA ऑफिशियल्स - सेक्रेटरी ए शंकर और ट्रेजरर ईएस जयराम ने शनिवार को रेजिग्नेशन दे दिया। कई विक्टिम्स की फैमिलीज ने भी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और स्ट्रिक्ट एक्शन और कॉम्पेंसेशन की डिमांड की है। यह दिखाता है कि जब लापरवाही की वजह से लोगों की जान जाती है तो कैसे जिम्मेदार लोगों को जवाब देना पड़ता है।
RCB Ban BCCI की सफाई-
बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) ने क्लेरिफाई किया है कि यह परेड एक फ्रेंचाइजी-लेड प्रोग्राम था और बोर्ड द्वारा ऑर्गनाइज नहीं किया गया था। BCCI सेक्रेटरी देवजित साइकिया ने कहा कि यह "एक अनफॉर्च्यूनेट इंसिडेंट" था।
साइकिया ने क्रिकबज से कहा कि किसी स्टेज पर BCCI को कुछ करना होगा। हम साइलेंट स्पेक्टेटर नहीं हो सकते। यह RCB का प्राइवेट अफेयर था, लेकिन हम BCCI में भारत में क्रिकेट के लिए रिस्पॉन्सिबल हैं, और हम एंश्योर करने की कोशिश करेंगे कि ऐसी इंसिडेंट्स फ्यूचर में रिपीट न हों।
IPL, BCCI की मोस्ट वैल्यूएबल प्रॉपर्टी है, और इस इंसिडेंट ने बोर्ड को डिफिकल्ट पोजीशन में डाल दिया है। अकाउंटेबिलिटी की कॉल्स बढ़ रही हैं, लेकिन किसी फ्रेंचाइजी को पनिश करने के मेजर कमर्शियल और लीगल कॉन्सिक्वेंसेज हो सकते हैं।
RCB Ban बैन की अफवाहें और स्पेक्यूलेशन-
सोशल मीडिया पर 2026 IPL सीजन के लिए RCB पर पोटेंशियल बैन के बारे में स्पेक्यूलेशन सरफेस हुई है। IPL की हिस्ट्री में फ्रेंचाइजी को बैन करना कोई नई बात नहीं है। टीम बैन का प्रेसिडेंट है, जिसमें 2015 में स्पॉट-फिक्सिंग चार्जेज के बाद चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स का टेम्परेरी सस्पेंशन शामिल है।
हालांकि, करेंट मैटर में लाइव्स का लॉस इन्वॉल्व है, और एक्ट करने का कोई भी डिसीजन कर्नाटक गवर्नमेंट की ऑनगोइंग इन्वेस्टिगेशन के फाइंडिंग्स पर डिपेंड करेगा। अगर ग्रॉस नेग्लिजेंस प्रूव होती है, तो BCCI को एक्ट करने का प्रेशर फेस करना पड़ सकता है।
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फैन्स की डिमांड और सोसाइटी का सवाल-
यह इंसिडेंट सिर्फ RCB या IPL का मामला नहीं है, बल्कि यह दिखाता है, कि इंडिया में बड़े पब्लिक इवेंट्स की प्लानिंग कैसे की जाती है। स्पोर्ट्स इवेंट्स में फैन्स की एंथूज़िया्स्म को अंडरएस्टिमेट करना डेंजरस हो सकता है। हजारों लोग जब एक साथ जमा होते हैं तो सेफ्टी को टॉप प्रायोरिटी होना चाहिए।
फैन्स और फैमिली मेंबर्स की डिमांड है, कि ऐसे इवेंट्स के लिए प्रॉपर गाइडलाइन्स बनाई जाएं। इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम्स, मेडिकल फैसिलिटीज और क्राउड मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स का होना जरूरी है। इंडिया में स्पोर्ट्स कल्चर बढ़ रहा है लेकिन सेफ्टी स्टैंडर्ड्स उसी रेट से इम्प्रूव नहीं हो रहे।
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