Shiv Mandir: भगवान शिव को देवों के देव महादेव और सबसे बड़ा दानी कहा जाता है। उन्हें सर्वोच्च भगवान के रूप में भी जाना जाता है। हर भक्त नकारात्मक ऊर्जा और काले जादू से सुरक्षा की मांग भगवान शिव से करते हैं। हिंदू शास्त्रों की मानें, तो वह त्रिदेवों में में से एक हैं। जिन्हें नकारात्मकता और बुरी शक्तियों के नाश करने वाले के रूप में भी जाना जाता है, जो भी भक्त काले जादू या नकारात्मकता से पीड़ित हैं। वह काले जादू से छुटकारा पाने और अनुयायियों को सुरक्षा देने के लिए नीचे इन मंदिरों में जा सकता है। वह मंदिर कौन से हैं आईए जानते हैं-
महाकालेश्वर (Shiv Mandir)-
भगवान शिव को समय के विजेता के रूप में जाना जाता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर है, जो की उज्जैन में मौजूद है। ऐसा कहा जाता है, कि भगवान नकारात्मक ऊर्जा और काले जादू से सुरक्षित रखते हैं। भस्म आरती मंदिर में की जाने वाली प्रसिद्ध रस्मों में से एक है।
थिरुनागेश्वरम और काल भैरव मंदिर (Shiv Mandir)-
तमिलनाडु में थिरुनागेश्वरम मंदिर श्रापों और गृह पीड़ाओं के उपचार के लिए जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में काले जादू और श्रापों का नाश होता है, जो भगवान शिव और राहु से जुड़ा हुआ है। वहीं काल भैरव मंदिर भगवान काल भैरव को समर्पित है और मध्य प्रदेश के उज्जैन में मौजूद है। मंदिर के संरक्षण देवता काल भैरव है। जिनकी पूजा सभी प्रकार के काले जादू और नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए की जाती है।
कालहस्तीश्वर मंदिर (Shiv Mandir)-
कालहस्तीश्वर मंदिर की बात की जाए, तो यह दक्षिण काशी के रूप में जाना जाने वाला है। यह मंदिर छाया ग्रह राहू और केतु से जुड़े होने की वजह से काफी फेमस है और इस मंदिर को काले जादू और श्राप से मुक्ति मिलने की शक्ति के लिए एक शक्तिशाली जगह माना जाता है।
एट्टामनूर मंदिर (Shiv Mandir)-
एट्टामनूर मंदिर, यह मंदिर रहस्यमई तरंगों के लिए प्रसिद्ध है, जो कि केरल में मौजूद है। यह मंदिर राक्षसी शक्तियों और काले जादू से बचने के लिए लोगों के लिए एक आध्यात्मिक अभियान के रूप में काम करता है।
चिंदबरम नटराज-
चिंदबरम नटराज मंदिर जो कि तमिलनाडु में है। यह मंदिर भगवान शिव को ब्राह्मंडीय नर्तक के रूप में समर्पित है और यह मंदिर सभी नकारात्मक और अंधकारमई चीजों को दूर करता है। लेकिन मंदिर में जाने से पहले आपको कुछ चीज सुनिश्चित करने की जरूरत है। आपको यह सुनिश्चित करना होगा, कि आप सकारात्मकता के साथ मंदिर में प्रवेश करें। मंदिर जाने से पहले समय और उपयुक्त दिन को चुने।
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जानें से पहले ध्यान रखें ये बातें-
आप मंदिर में अक्सर होने वाले अनुष्ठान जैसे की विशेष पूजा और रुद्राभिषेक कर सकते हैं और भगवान का आशीर्वाद ले सकते हैं। भक्तों को मंदिर में शालीनता बनाए रखनी चाहिए, जो नकारात्मकता को दूर करने के लिए जरूरी है। वहीं अच्छे और साफ कपड़े पहने, जो की मंदिर के लिए अनुशांक्षित है। भगवान शिव अकसर शांत जगह पर रहते हैं, इसलिए अगर आप भगवान शिव के मंदिर में जा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें, कि आप शोर ना मचाएं, बस भगवान की प्रार्थना पर ध्यान दें। आपको मंदिर जाने से पहले, इन सभी बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है।
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