Mahakumbh Theft
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    Mahakumbh Theft: हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने सबसे पवित्र सपने को पूरा करने के लिए अपराध के रास्तो को चुना है। अरविंद जिसे लोग भोला नाम से जानते हैं, ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने के लिए डबरी इलाके में तीन घरों से चोरी की। उसका एकमात्र लक्ष्य था, कि वह इस 45 दिनों तक चलने वाले महापर्व में भाग लेगा, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं।

    अरविंद की कहानी(Mahakumbh Theft)-

    दिल्ली पुलिस की बरोदा सेल ने अरविंद को गिरफ्तार किया। उसका एकमात्र लक्ष्य था, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होना। अरविंद के पीछे एक दर्दभरी कहानी है, उसके पिता मजदूर हैं और माता घरेलू नौकरानी। सात भाई-बहनों के इस परिवार में संसाधनों की कमी है और आर्थिक संघर्ष उनके जीवन का हिस्सा है। नशे की लत ने उसके जीवन को और भी कठिन बना दिया है, जिसके कारण वह बार-बार अपराध की ओर मुड़ता रहा है।

    त्रिवेणी संगम में डुबकी-

    पुलिस के रिकॉर्ड में उसके खिलाफ 16 चोरी और डकैती के मामले दर्ज हैं, जिसमें पहली गिरफ्तारी 2020 में हुई थी। रिपोर्ट की मानें तो, 26 फरवरी तक लगभग 45 करोड़ लोग त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे। यह महाकुंभ न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि आस्था और विश्वास का प्रतीक भी है। लेकिन अरविंद जैसे युवाओं के लिए यह एक असंभव सपना प्रतीत होता है, जहां गरीबी और परिस्थितियां उन्हें अपराध की ओर धकेलती हैं।

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    गलत राह-

    अरविंद का मामला समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यह दर्शाता है कि कैसे शिक्षा की कमी, आर्थिक असमानता और सीमित अवसर एक युवा को गलत राह पर ले जा सकते हैं। उसका संघर्ष हमें सोचने पर मजबूर करता है कि समाज में व्याप्त असमानताओं को कैसे दूर किया जा सकता है और युवाओं को सही मार्गदर्शन कैसे दिया जा सकता है।

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