Ganesh Chaturthi 2024 Bhog: महाराष्ट्र में भगवान गणेश से संबंधित गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़ी भक्ति और दावत के साथ मनाया जाता है। वहीं पारंपरिक व्यंजन बनाना इस त्यौहार का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है, जो भगवान गणेश के प्रति भक्ति और प्रेम का प्रतीक है। गणेश चतुर्थी इस साल 7 सितंबर को शुरू होने वाली है। आज हम आपको भगवान गणेश को प्रसाद के रुप में चढ़ाने वाले उनके मनपसंद भोग के बारे में बताएंगे। जिनका आप गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश को भोग लगा सकते हैं।
मोदक-
सबसे पहले भगवान गणेश के सबसे प्रिय प्रसाद मोदक की बात करते हैं, मोदक भगवान गणेश को अर्पित किया जाने वाला सबसे खास प्रसाद होता है और ऐसा कहा जाता है कि यह उनका पसंदीदा है। चावल के आटे में कसा हुआ नारियल और गुड़ मिलाकर बनाए गए, इस मीठे मिष्ठान को भांप में पकाया जाता है या ताला जाता है। इसका अनोखा आकार और स्वादिष्ट स्वाद इसे त्यौहार के लिए जरूरी बनाता है।
पूरन पोली-
वहीं पूरन पोली एक मीठी रोटी होती है, जिसमें चना दाल और गुड़ भरा जाता है। इसमें इलायची, जायफल का स्वाद भी दिया जाता है। यह महाराष्ट्र का प्रिया व्यंजन होता है। इसे अक्सर गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को अर्पित किया जाता है। इसे समृद्धि के प्रतीक के रूप में चढ़ाने के लिए जाना जाता है।
श्रीखंड-
श्रीखंड भगवान गणेश को भोग के रूप में परोसा जाता है, यह त्यौहार के लिए काफी अच्छा माना जाता है। श्रीखंड एक मलाईदार मीठा दही वाला व्यंजन होता है, जिसमें इलायची और केसर का स्वाद होता है। इसे पिस्ते, बादाम और मेवे के साथ सजाया जाता है। यह ताजा और स्वादिष्ट व्यंजन त्यौहार के लिए बहुत अच्छा होता है।
साबूदाने की खिचड़ी-
साबूदाने की खिचड़ी एक लोकप्रिय व्रत का व्यंजन होता है, जिसे साबूदाना, मूंगफली, आलू और हल्के मसाले के साथ बनाया जाता है। यह हल्का होने के साथ-साथ पेट भरने वाला भी होता है और इसे अक्सर गणेश चतुर्थी के व्रत के दौरान खाया जाता है। इसकी सादगी और स्वादिष्ट व्यंजन इसे भक्तों के लिए पसंदीदा बनाती है।
कोथुमवीर-
कोथुमवीर वादी एक स्वादिष्ट व्यंजन, जिसे बेसन, ताजा धनिया पत्तियों और मसाले के घोल से बनाया जाता है। इसे कुरकुरे स्वादिष्ट करने के लिए पकाया जाता है और फिर हल्का ताला जाता है। जिससे यह स्वादिष्ट बनते हैं और त्योहार पर खाने के लिए बढ़िया होते हैं।
थालीपीठ-
थालीपीठ एक पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन होता है, खाली पेट एक बहु अनाज वाली चपटी रोटी है, जो चावल, चना, गेहूं और बाजरे के आटे के मिश्रण से बनाई जाती है। इसमें मसाले और जड़ी बूटियां मिलाई जाती है। यह एक पोस्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन है। जिसे अक्सर मक्खन के साथ परोसा जाता है और यह त्यौहार के दौरान काफी अच्छा प्रसाद है।
रवा शिरा-
रवा शिरा जिसे सूजी का हलवा भी कहा जाता है, एक सूजी से बनी मिठाई है। जिसे घी, चीनी और दूध के साथ पकाया जाता है और इलायची के साथ इसका स्वाद बढ़ जाता है। यह एक झटपट बनने वाली और आसानी से बनने वाला मिष्ठान है। जिसे अक्सर गणेश चतुर्थी के अवसर पर उसके स्वाद और शुभ महत्व की वजह से प्रसाद के रूप में बनाया जाता है।
चना उसल-
चना उसल एक मसालेदार छोले की सब्जी होती है, जिसे प्याज, मसाले, टमाटर और नारियल के मिश्रण से बनाया जाता है। यह एक स्वादिष्ट और प्रोटीन से भरपूर व्यंजन है, जिसे चावल या रोटी के साथ परोसा जा सकता है। जिससे यह त्यौहार के दौरान भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाला एक पौष्टिक प्रसाद बन जाता है।
ये भी पढ़ें- Ganesh Chaturthi 2024: कब है गणेश चतुर्थी? यहां जानें तारीख, शुभ मुहुर्त..
पात्रा-
पात्रा अरबी के पत्तों से बना एक स्वादिष्ट नाश्ता है, अरबी के पत्तों पर मसालेदार बेसन का पेस्ट लगाया जाता है। फिर उसे रोल किया जाता है। फिर इसे भांप में पकाया जाता है और फिर तला जाता है। इस स्वादिष्ट नाश्ते का स्वाद अनोखा होता है और यह गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर बनाने के लिए महाराष्ट्रीयन व्यंजन है।
आम्रखंड-
आम्रखंड एक प्रकार का श्रीखंड ही होता है, जिसे आम, दही, चीनी, इलायची और केसर के साथ बनाया जाता है। यह महाराष्ट्र में काफी पसंद की जाती है और अक्सर त्योहारों के मौसम में भगवान गणेश के प्रसाद के रूप में तैयार की जाती है।
ये भी पढ़ें- शनिवार को किए ये उपाय दिताले हैं हर मुश्किल से छुटकारा, शनिदेव होते हैं प्रसन्न