Chaar Dham Yatra: हाल ही में उत्तराखंड की सरकार ने पवित्र स्थलों पर जाने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या की वजह से मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन धार्मिक स्थलों में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बैन लगाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक विशेष चार धाम बैठक में यह फैसला लिया गया है। क्योंकि राज्य प्रशासन के लिए भीड़ प्रबंधन का प्रयास 2024 की चार धाम यात्रा शुरू होने के 6 दिनों के अंदर अपर्याप्त साबित हुए हैं।
Chaar Dham Yatra 200 मीटर के दायरे में-
इसीलिए सरकार ने अब मंदिरों के 200 मीटर के दायरे में फोटोग्राफी और वीडियो शूट पर बैन लगा दिया है। सरकार ने चार धाम यात्रा के रास्तों पर तीर्थ यात्रियों के लिए अपंजीकरण वाहनों को अनुमति न देने का भी फैसला किया है। इस सीजन में तीर्थ यात्रियों की संख्या 2023 के मुकाबले दोगुनी हो गई है और इतनी भीड़ को मैनेज करना बहुत मुश्किल हो रहा है। मंदिर के पास मोबाइल फोन के इस्तेमाल से मुश्किलें बढ़ गई है और तीर्थ यात्रा में भी बहुत सी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। चार धाम यात्रा मंदिर के 200 मीटर की दूरी के अंदर ही मोबाइल इस्तेमाल पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है।
Chaar Dham Yatra राज्य की मुख्य सचिव राधा-
राज्य की मुख्य सचिव राधा का कहना है की सभी संबंधित पुलिस अधिकारी और जिला मजिस्ट्रेट को मंदिरों में निर्णय का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। चार धाम के लिए पंजीकरण के बिना कोई भी श्रद्धालु उत्तराखंड नहीं आना चाहिए। श्रद्धालुओं को सबसे पहले उत्तराखंड पर्यटन वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करना होगा। इसके बाद उन्हें आने की अनुमति दी जाएगी। इस सबसे उन्हीं का भला होने वाला है। प्रशासन को भी यात्रा को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद मिलेगी। हम अन्य राज्य सरकारों को भी लिख रहे हैं कि वह अपने क्षेत्र में लोगों को बिना पंजीकरण उत्तराखंड की यात्रा न करने के लिए जागरूक करें।
अपंजीकृत श्रद्धालु को आगे जाने की अनुमति नहीं-
उनका कहना है कि चेक पोस्टों पर कड़ी जांच होगी और किसी भी अपंजीकृत श्रद्धालु को आगे जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। क्योंकि हम अप्रबंधन को रोकना चाहते हैं और सुचारू तीर्थ यात्रा जारी रखना चाहते हैं। मुख्य सचिव ने आगे जोर देकर कहा कि सरकार यह चाहती है कि तीर्थयात्री सुरक्षित अपने घर लौट आए। उन्होंने चार धाम मार्ग पर कहीं खराब स्थिति का और ऐसी घटनाओं की सूचना देने वाले अपराध कर रहे हैं। फेक न्यूज़ फैलाना अपराध है। इस फर्जी खबर के खिलाफ हम कड़ी कार्यवाही करेंगे।
ये भी पढ़ें- Surya Arghya: रोज़ सुबह सूरज को जल चढ़ाने से होते हैं जबरदस्त लाभ
श्रद्धालुओं की भारी भीड़-
ध्यान देने वाली बात यह है कि चार धाम यात्रा मौजूदा सीजन में पिछले सालों की तुलना में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा सकती है। पिछले महीने लगभग 28 लाख से ज्यादा लोगों ने चार धाम की यात्रा के लिए अपना पंजीकरण कराया है। ध्यान देने है की बात यह है कि तीर्थ यात्रा सीजन की शुरुआत के 6 महीने के अंदर ही चार धाम मंदिरों की तीर्थ यात्रा में कितनी भीड़ उमड़ रही है। सभी तीर्थ स्थलों के परिसरों में क्षमता से ज्यादा श्रद्धालु उमड़ गए हैं, जिससे की दुर्घटनाओं की होने की आशंका पैदा हो जाती है।
ये भी पढ़ें- Ganga Jayanti 2024: कब है गंगा सप्तमी, क्यों मनाई जाती है जानें पूजा..