Jaggery vs Sugar
Photo Source - Google

Jaggery vs Sugar: गुड़ एक बहुत ही आम स्वीटनर है, जिसका इस्तेमाल भारतीय उपमहाद्वीप के बड़े हिस्सों में किया जाता है। इसका इस्तेमाल प्राचीन काल से होता रहा है और यह भारतीय व्यंजनों का हिस्सा है। आयुर्वेद में इसके अलग-अलग चिकित्सक गुण भी बताए गए हैं और इसका इस्तेमाल मिठाइयों से लेकर औषधीय तक में किया जाता है। गन्ने के रस या ताड़ के पेड़ के रस से बना गुड़ स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। जब मिठास की बात आती है तो यह चीनी की तुलना में बेहतर होता है जो लाभकारी गुणों से भरपूर होता है।

भारतीय संस्कृति-

गुड़ में विटामिन और खनिज होते हैं जो सफेद चीनी में मौजूद नहीं होते। भारतीय संस्कृति में माना जाता है कि गुड़ किसी के स्वास्थ्य और पाचन में सुधार करता है। इसीलिए इसे किसी भी उचित भोजन के बाद खाने की सलाह दी जाती है।

हेल्थी स्वीटनर-

गुड़ एक हेल्थी स्वीटनर के रूप में लोकप्रिय हो रहा है, क्योंकि इसे सफेद चीनी की तुलना में ज्यादा पौष्टिक माना जाता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ इसके स्वास्थ्य लाभों का भी वर्णन करते हैं। जबकि गुड़ को औषधि मिठाई के रूप में देखा जाता है। गुड़ के क्या फायदे होते हैं आईए जानते।

बेहतर पाचन स्वास्थ्य-

गुड़ बेहतर पाचन स्वास्थ्य और एनीमिया की रोकथाम लीवर और बेहतर प्रतिरक्षक कार्य में मदद करता है। अधिकांश प्रकार के गुड़ में 70% सुक्रोज होता है, जबकि सफेद चीनी में 99.7 प्रतिशत सुक्रोज पाया जाता है। भारत की वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया का 70% गुड़ पैदा करता है।

ये भी पढ़ें- Benefits of Kalonji Water: कलौंजी का पानी पीने से होते हैं ज़बरदस्त फायदे

100 ग्राम गुड़ में-

सफेद चीनी की तुलना में गुड ज्यादा पौष्टिक होता है, जो बहुत अध्ययनों में पाया गया है। सफेद चीनी बिना किसी प्रोटीन, वसा, खनिज या विटामिन के केवल कैलोरी है। 100 ग्राम गुड़ में 383 कैलोरी, 0.4 ग्राम प्रोटीन, 0.1 ग्राम वसा, 65 से 85 ग्राम सुक्रोज, 10 से 15 ग्राम फ्रुक्टोज, ग्लूकोज, 11 मिलीग्राम आयरन, 70 से 90 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 1050 मिलीग्राम पोटैशियम, 0.2 से 0.5 मिलीग्राम मैगनीज, 20 से 90 मिलीग्राम फास्फोरस, 3.8 मिलीग्राम विटामिन ए, 7.0 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता।

गुड़ का इस्तेमाल खाना पकाने बेकिंग स्वाद को बढ़ाने से लेकर भोजन को मीठा बनाने तक कई तरीकों से किया जाता है। भारत में पारंपरिक रूप से छोटे स्थानीय कारखाने में गुड़ को तैयार किया जाता है।

ये भी पढ़ें- Black Tea vs Milk Tea कौन सी है आपके लिए बेहतर, जानें यहां

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *