Life After Death: क्या होता है मरने के बाद? यह सवाल हमेशा से इंसान के दिमाग में घूमता रहा है। दूसरी दुनिया, दूसरे ग्रह, दूसरी जिंदगी के बारे में जानने की इच्छा हर किसी के मन में होती है। जबकि NASA जैसी संस्थाएं दूसरे ग्रहों पर जीवन खोजने में लगी हैं, एक महिला का दावा है, कि उसे मौत के बाद की जिंदगी का सच पता चल गया है।
निकोल मीउज़ नाम की 49 साल की महिला का कहना है, कि वह 2 मिनट तक मृत घोषित होने के बाद जिंदा हुई है। उसका दावा है, कि इस दौरान उसे ऐसे अनुभव हुए, जो किसी भी इंसान की समझ से परे हैं। NY Post की रिपोर्ट के अनुसार, निकोल ने बताया, कि मौत के समय उसकी आत्मा शरीर से बाहर निकली और वह एक रोशनी की सुरंग में गई, जहां उसकी मुलाकात नीली त्वचा वाले अजीब जीवों से हुई।
अस्पताल में हुआ था हादसा-
यह घटना तब हुई जब निकोल अपने बच्चे को खोने के बाद अस्पताल में भर्ती थी। इमरजेंसी सर्जरी के दौरान कुछ जटिलताओं के कारण वह बेहोशी में जाने लगी। डॉक्टरों ने उसे 2 मिनट तक मृत घोषित कर दिया था। लेकिन इन्हीं 2 मिनटों में निकोल का दावा है, कि उसे एक अलग ही दुनिया का अनुभव हुआ। ग्रीस की रहने वाली यह कलाकार बताती है, “मैंने खुद को नीली और सफेद रोशनी की एक सुरंग से गुजरते हुए पाया। यह कोई साधारण रोशनी नहीं थी, बल्कि एक जीवंत गलियारा था।” उसके अनुसार, इस रोशनी का अपना तापमान और आवाज थी, “बिल्कुल पानी से बने संगीत की तरह।”
मिले थे अवतार जैसे जीव-
निकोल बताती हैं, कि जहां चांदी, हल्का बैंगनी और गहरे नीले रंग की रोशनी थी, वह एक चमकदार जगह पहुंची। “यह डरावना नहीं लगा, बल्कि ऐसा लगा जैसे मुझे घर बुलाया जा रहा हो,” वह कहती है। “वह कमरा बहुत विशाल था, धरती की किसी भी इमारत से बड़ा, और सब कुछ दिल की धड़कन की तरह धीरे-धीरे धड़क रहा था।”
फिर उसने उन जीवों को देखा जिनके बारे में उसका दावा, सबको चकित कर देता है। “दो विशाल जीव संगमरमर जैसे सिंहासन पर बैठे हुए थे, जो ऊर्जा से चमक रहे थे। उनकी आंखें बड़ी और नीली थीं, दया और पहचान से भरी हुई।” इन जीवों की त्वचा नीली थी, बिल्कुल अवतार फिल्म के किरदारों की तरह। सबसे अजीब बात यह थी, कि इन जीवों के पैर नहीं बल्कि मछली जैसी पूंछ थी, गलफड़े थे और वे शल्कों से ढके हुए थे। वे नर और मादा दोनों थे और शब्दों में बात नहीं करते थे, लेकिन निकोल समझ जाती थी, कि वे क्या कह रहे हैं।
जिंदगी का असली राज बताया-
निकोल के अनुसार, जिंदगी एक भ्रम है उसे बिना बोले ही इन जीवों ने समझा दिया और मरने के बाद असली जिंदगी शुरू होती है। उन्होंने यह भी बताया, कि उसे बच्चे पैदा करने के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि लोगों को “दूसरी दुनिया” के बारे में सिखाने का तोहफा दिया गया है। निकोल कहती हैं, “मैंने अपनी पूरी जिंदगी में कभी इतना जाना-पहचाना महसूस नहीं किया था। मैं वहां से जाना ही नहीं चाहती थी। “मैं समझ गई कि यह जगह, यह एहसास हमारा असली घर है, जहां से हम सब आते हैं।”
वापसी का अजीब अनुभव-
जब निकोल को अपने शरीर में वापस भेजा गया, तो उसने अपने पति से एक अजीब भाषा में बात की जो डॉल्फिन की आवाज जैसी थी। “यह आवाज मुझसे नहीं बल्कि मेरे जरिए आ रही थी। कई मिनट तक यह जारी रहा और सबको हैरानी हुई,” वह बताती है। वापस आने के बाद निकोल की सभी इंद्रियां तेज हो गईं। वह लोगों की आवाज में भावनाओं को रंग के रूप में सुन सकती थी। “मैं बिल्कुल अलग इंसान बनकर लौटी, जैसे फिर से जन्म लिया हो।”
अब भी दिखते हैं वे जीव-
निकोल का कहना है, कि अब भी उसे कभी-कभी उन नीली त्वचा वाले जीवों के दर्शन होते हैं। उसके अनुसार ये कोई विदेशी जीव नहीं बल्कि अप्कल्लू अंतरआयामी जनजाति के हैं, जिन्हें देवता भी कहा जाता है। माना जाता है, कि इन्होंने ही इंसानों को सभ्यता दी है। इन जीवों ने निकोल को यह संदेश दिया है, कि “प्रेम मौत से भी मजबूत होता है।” “धरती पर स्वर्ग बनाने के लिए हमें हर दिन प्रेम फैलाना चाहिए। अब मुझे मौत का डर नहीं लगता, क्योंकि मैं जानती हूं कि दूसरी तरफ क्या इंतजार कर रहा है,” वह कहती है।
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विज्ञान और आस्था के बीच सवाल-
निकोल की यह कहानी सुनने में अजीब लगती है, लेकिन यह सवाल उठाती है, कि क्या वाकई मौत के बाद कोई जिंदगी है। डॉक्टर इसे ऑक्सीजन की कमी से होने वाले सपने कहते हैं, लेकिन निकोल जैसे लोग इसे असली अनुभव मानते हैं। क्या आप मानते हैं, कि मौत के बाद भी जिंदगी है? यह सवाल हमेशा से इंसानों को परेशान करता रहा है और शायद हमेशा करता रहेगा।
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