भारतीय संस्कृति और हमारे शास्त्रों में कहा गया है, गुरु बिन ज्ञान न उपजे, गुरु बिन मिलता न मोक्ष। जीवन में सही दिशा और ज्ञान पाने के लिए गुरु का होना उतना ही ज़रूरी है, जितना सूरज के लिए रोशनी।
मेरे जीवन में भी एक ऐसे गुरु आए, जिन्होंने मुझे सिर्फ काम नहीं सिखाया, बल्कि जीना भी सिखाया। मैंने उनसे वेबसाइट का काम सीखा, उसे संभालना और ऑनलाइन दुनिया में अपनी पहचान बनाना सीखा। जब शुरुआत की थी, तो मुझे कुछ भी नहीं आता था। लेकिन उन्होंने मुझे सिखाया समझाया। उन्होंने बहुत बार मुझे मोटिवेट भी किया।
आज मैं अपनी खुद की वेबसाइट चला रही हूँ, लेकिन ये रास्ता मैंने अकेले तय नहीं किया। इसके पीछे मेरे गुरु का गाइडेंस है। मैंने उन्हें सीधे-सीधे नहीं बताया, कि मैं अपनी साइट पर काम कर रही हूं, लेकिन सच्चाई ये है, कि अगर उन्होंने मुझे सिखाया न होता, तो मैं ये कभी नहीं कर पाती।
गुरु और शिष्य का रिश्ता सिर्फ पढ़ाने-सिखाने तक सीमित नहीं होता। एक अच्छा गुरु आपको अपनी मेहनत पर भरोसा करना सिखाता है, गिरने पर उठना सिखाता है और सबसे ज़रूरी बात, हार न मानना सिखाता है। मेरे गुरु ने मुझे यही सिखाया। उन्होंने मुझे आत्मविश्वास दिया।
Teacher’s Day पर मैं अपने गुरु को दिल से धन्यवाद कहना चाहती हूं। चाहे मैंने उन्हें पहले नहीं बताया हो, लेकिन मेरा हर कदम, मेरी हर मेहनत उनके आशीर्वाद के बिना अधूरी है। आज अगर मेरी वेबसाइट पर कोई भी शब्द लिखा है, तो उसमें मेरे गुरु की सीख और उनका योगदान छिपा है।
मैं मानती हूं, कि दुनिया का सबसे बड़ा सौभाग्य है, किसी को सच्चा गुरु मिले। ऐसे गुरु का साथ हमें आगे बढ़ाता है और जीवनभर रोशनी देता है।
इस Teacher’s Day पर मैं अपने गुरु को यही कहना चाहती हूं – Thank you Sir, aapne mujhe sirf ek skill nahi sikhayi, balki ek soch di hai. Aap mere liye hamesha guru rahenge.