Yamuna Water: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हवा तो जहरीली हो ही गई थी और अब यमुना का पानी भी पहले से ज्यादा जहरीला हो गया है। यमुना में झाग की परत खतरनाक रसायनों के बढ़ने से नजर आने लगी है। यमुना में झाग ऐसे समय पर बढ़ा है, जब छठ पूजा नजदीक है और रोक के बावजूद भी बड़ी संख्या में व्रती नदी में पूजा करने पहुंचते हैं। दिल्ली में बारिश के बाद मिली राहत एक बार फिर से खत्म हो चुकी हैं।
हवा की गुणवत्ता काफी खराब-
मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हवा की गुणवत्ता काफी खराब है। सुबह 8:00 बजे से राजधानी में AQI365 यानी बहुत खराब हो गई। 40 में से 9 केंद्रो के आकड़े मिल पाए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बाकी केंद्रो पर निगरानी पर्याप्त आंकड़ा उपलब्ध कराने में विफल रही। स्विट्जरलैंड की कंपनी मुताबिक, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में सोमवार को दिल्ली सबसे ऊपर है।
24 घंटे का औसत AQI-
इसके बाद पाकिस्तान के लाहौर और कराची थे। जबकि प्रदूषित शहरों में मुंबई पांच बार कोलकाता छठे स्थान पर आ गए। दिल्ली में रविवार को दिवाली के दिन 8 साल बाद सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी तथा 24 घंटे का औसत AQI शाम 4:00 बजे 218 दर्ज किया गया था। हालांकि रविवार को हुई आतिशबाजी के चलते प्रदूषण का स्तर कम तापमान के बीच तेजी से बढ़ गया।
यमुना की हालत सुधर नहीं-
सफाई के बहुत से गांव के बावजूद भी यमुना की हालत सुधर नहीं हो रहा है। नदी में अमोनिया और फास्फेट की मात्रा बढ़ती ही जा रही है। जिसकी वजह से एक बार फिर यमुना में झाग के मोटी परत आ गई है। नदी में इन रसायनों की मात्रा और अधिक बढ़ने की वजह से दिल्ली वालों को जल संकट का भी सामना करना पड़ सकता है। पिछले साल जुलाई में भी यमुना में अमोनिया की मात्रा ज्यादा बढ़ गई थी।
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जलापूर्ति प्रभावित-
जिसकी वजह से ओखला ट्रीटमेंट प्लांट, वजीराबाद और चंद्रावल को बंद करना पड़ा था। दिल्ली कैंट, नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और उत्तर दिल्ली के इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हुई थी। दिल्ली में हवा के प्रदूषण को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में सियासी जंग यमुना की वजह से और बढ़ती हुई नजर आ रही है।
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