Gujarat
    Photo Source - Google

    Gujarat: लोकसभा चुनाव नज़दीक हैं और सभी पार्टियों बड़ी बड़ी रैलियों का आयोजन कर रही है। सभी ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की भी घोषणा कर दी है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं। भाजपा के लिए मुश्किलें और ज्यादा बढ़ती जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि ठाकुर, राजपुत समाज बीजेपी से नाराज़ है और अब वह सड़कों पर उतर आए हैं। ठाकुरों की नाराज़गी पहले उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक सिमित थी। लेकिन अब यह नाराज़गी बढ़कर नरेंद्र मोदी का गढ़ कहे जाने वाले गुजरात तक पहुंच गई है।

    महिलाएं तलवार लेकर सड़कों-

    गुजरात में लोग बीजेपी को वोच ना देने की कस्में खा रहे हैं। महिलाएं तलवार लेकर सड़कों पर उतर आई हैं। लोगों का कहना है कि ज़रुरत पड़ी तो वह वोट ही नही डालेंगे। लेकिन भाजपा को वोट नहीं देंगे। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि यह नाराज़गी पूरे उत्तर भारत में धीरे-धीरे फैलती जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि ठाकुर, राजपुत समाज बीजेपी से इतना नाराज़ क्यों है? तो अगर गुजरात में नाराज़गी के कारण की बात की जाए तो इसकी मुख्य वजह पुरुषोत्तम रुपाला हैं, जिन्हें पीएम मोदी का खास दोस्त माना जाता है। यह बीजेपी के कैबीनेट मंत्री रह चुके हैं और इस बार इन्हें राजकोट से टिकट दिया गया है।

    नाराज़गी का कारण-

    यह राजपुतों की नाराज़गी का कारण इसलिए बन गए। सूत्रों के हवाले से यह कहा गया कि उन्होंने एक महफिल में राजपुतों और राजपुत महिलाओं को लेकर विवादास्पद टिप्पटी कर दी। जिसके बाद राजपुत महिलाएं तलवार लेकर सड़कों पर उतर आईं। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने भगवान राम का भी निरादर किया है। जिसके बाद मामले को संभालने के लिए बीजेपी ने उनसे माफी मंगवाई। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। लोगों की नाराज़गी खत्म नहीं हुई। इसके चलते ही उनके टिकट को काटने की मांग कि जा रही। राजपुतों का कहना है कि अगर उनका टिकट नहीं काटा गया तो बीजेपी को सिर्फ राजकोट से ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात कि 26 सीटों पर कोई वोट नहीं देगा।

    उत्तर प्रदेश में ठाकुरों की नाराज़गी-

    वहीं उत्तर प्रदेश में ठाकुरों की नाराज़गी इस बात को लेकर है कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में ठाकुर नेताओं के टिकट काट दिए गए। बीजेपी में उत्तर प्रदेश के बहुत से ऐसे नेता थे, जो बहुत ज्यादा वोटों से जीते थे। उनके भी टिकट काट दिए गए हैं। इसके साथ ही बहुत से ऐसे कारण हैं जिसके चलते ठाकुर बीजेपी से नाराज़गी है। अब सवाल यह उठता है कि अगर यह नाराज़गी ऐसे ही नाराज़गी राज्य दर राज्य बढ़ती रही तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी का इस पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

    ये भी पढ़ें- Delhi के अस्पतालों से चोरी हो रहे नवजात बच्चे, CBI ने ऐसे पकड़ा रैकेट..

    ठाकुरों के साथ धोखा-

    विषेशज्ञों के मुताबिक. उत्तर प्रदेश में ठाकुरों का कहना है कि बीजेपी ने उनके के साथ धोखा दिया है। उन्होंने ठाकुर नेताओं के टिकट काट दिए हैं। क्षत्रिय समाज का कहना है कि हम बीजेपी को वोट नहीं देंगे। क्योंकि वह राजनिति से बीजेपी ठाकुर नेताओं को खत्म कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे सभी वोच हमेशा से बीजेपी को ही जाते थे। लेकिन अब उन्होंने हमारे साथ छल किया है। इसके साथ अन्य पार्टियां भी हमसे दूरी बनाई हुए हैं। क्योंकि उनका मानना है कि हम बीजेपी के ही वोटर्स हैं। अब देखना यह होगा कि इन सभी की नाराज़गी का असर बीजेपी पर लोकसभा चुनाव में होता है या फिर नहीं।

    ये भी पढ़ें- Switzerland of India: इस जगह को कहा जाता है भारत का स्विट्जरलैंड..