Delhi
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    Delhi: हाल ही में दिल्ली से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर नवजाैत बच्चों की जा रही थी। इसके साथ ही नवजात बच्चों की खरीद-फरोस्त भी की जा रही थी। CBI ने इस मामले में गंभीरता से जांच की और जांच में पुलिस ने करीब 6 से 7 बच्चों को रैस्क्यू किया। यह एक पूरा रैकैट था जो दिल्ली के अस्पतालों से बच्चों को चुरा कर उनको बेच रहा था। इस मामले में CBI ने कुच लोगों को गिरफ्तार किया गया है मामले की जांच की जा रही।

    पुलिस को टिप मिली-

    ऐसा कहा जा रहा है कि यह काम बहुत समय से चल रहा था और कल पुलिस को एक टिप मिली। जिस पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही कुछ बच्चों को रेस्क्यु भी किया गया। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि इस काम में अस्पताल का एक वॉड बॉय शामिल था, जो बच्चों को अस्पताल से चुराकर अपने साथियों को सौप देता था।

    इस घटना के बाद से लोगों का अस्पताल से भी भरोसा उठ जाएगा। क्योंकि अस्पताल एक ऐसी जगह होती है जहां लोग अपनो की सेहत ठीक करवाने लाते हैं। उन पर भरोसा करते हैं, जब वहां ही उनके बच्चे सुरक्षित नहीं है तो लोगों का बरोसा उठना तो स्वभाविक हो जाता है। सोचने वाली बात यह है कि जब नवजात बच्चों के माता-पिता अस्पताल से सवाल करते होंगे कि उनके बच्चे कहां गए।

    अस्पताल की ज़िम्मेदारी-

    इस पर अस्पताल उन्हें क्या जवाब देता होगा। माता पिता का क्या हाल होता होगा, जिस बच्चे ने पहली बार इस दुनिया में कदम रखा उसे उसके माता पिता से अलग कर दिया गया। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि दिल्ली से लेकर नोएडा तक सड़को पर बहुत से बच्चे भीख मांगते हुए नज़र आते हैं। उनकी मासूमियत बचपन में ही उनसे छीन ली जाती। इस पर अस्पताल की यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वहां आए हर मरीज का ध्यान रखा जाए।

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    एक और मामला-

    कड़ी निगरानी चाहिए, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही किसी मासूम की जिंदगी खराब कर सकती है। इसके साथ ही यह कोई पहला मामला नहीं है जब Delhi के अस्पताल से ऐसा मामला सामने आया है। इससे पहले भी Delhi के अस्पताल से एक मामाला सामने आया था। जहां पर अस्पतालों में नकली दवाईयों का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके साथ ही सरकार से असली दवाईयों के पैसे लिए जा रहे थे। एक और मामले में सामने आया था कि अस्पताल में फर्ज़ी तरीके से ब्लड टेस्ट किया जाता है।

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