Dhirendra Shastri
    Photo Source - Twitter

    Dhirendra Shastri: छत्तीसगढ़ में एक वीडियो ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। बागेश्वर धाम के प्रमुख और आध्यात्मिक प्रवचनकर्ता धीरेंद्र शास्त्री जब सरकारी विमान से राज्य पहुंचे, तो एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस अधिकारी ने उनके पैर छुए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और इसके बाद कांग्रेस ने सरकार पर ‘जनता के पैसों के दुरुपयोग’ का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोल दिया। दूसरी ओर, भाजपा ने पुलिस अधिकारी के इस कदम को ‘व्यक्तिगत आस्था’ बताते हुए, कांग्रेस पर सनातन धर्म के खिलाफ होने का आरोप लगाया है। आइए जानते हैं पूरा मामला

    छत्तीसगढ़ में क्या हुआ?

    गुरुवार को राज्य मंत्री गुरु खुशवंत साहब के साथ धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंचे। एक धार्मिक प्रवचन के लिए उन्हें दुर्ग जिले के भिलाई शहर में बुलाया गया था। जब वे सरकारी विमान से उतरे, तो जो दृश्य सामने आया वह सोशल मीडिया पर छा गया। वीडियो में साफ दिख रहा है, कि यूनिफॉर्म में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने पहले मंत्री को सैल्यूट किया, फिर अपनी कैप और जूते उतारकर आगे बढ़े और धीरेंद्र शास्त्री के पैर छुए। यह वीडियो वायरल होते ही बवाल मच गया।

    कांग्रेस का तीखा हमला-

    छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने शनिवार को इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री को लाने के लिए सरकारी विमान भेजना ‘जनता के पैसों की बर्बादी’ और ‘राज्य के खजाने का दुरुपयोग’ है। शुक्ला ने सवाल उठाया कि किस संवैधानिक अधिकार के तहत शास्त्री के लिए विमान की व्यवस्था की गई? उन्होंने सरकार से आधिकारिक स्पष्टीकरण की मांग की।

    कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया, कि धीरेंद्र शास्त्री न तो किसी मान्यता प्राप्त धार्मिक स्थल के प्रमुख हैं और न ही किसी पीठाधीश्वर हैं। उन्होंने शास्त्री पर देश की साझा संस्कृति के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया और कहा, कि वे सामाजिक कलह फैला रहे हैं, जो सनातन धर्म के समावेशी मूल्यों के विपरीत है। हनुमान जी का उदाहरण देते हुए शुक्ला ने कहा, कि जो लोग हनुमान जी की कथा सुनाकर अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं, उन्हें प्रेम, सहनशीलता और क्षमा जैसे गुण खुद में लाने चाहिए।

    भाजपा का पलटवार-

    राज्य भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संतोष पांडे ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी का किसी धार्मिक गुरु को प्रणाम करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, “क्या मुस्लिम रेलवे कर्मचारी और एयरपोर्ट स्टाफ रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर नमाज नहीं पढ़ते? जब एक पुलिस अधिकारी अपनी व्यक्तिगत आस्था से गुरु को प्रणाम करता है तो कांग्रेस को क्यों तकलीफ होती है?”

    ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति से तीन बच्चों को मिला पुरस्कार, जानिए श्रवण, ज्योति और अनाथ वंश की कहानी

    सरकारी विमान के इस्तेमाल पर पांडे ने कहा, कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए, कि किसके कार्यकाल में तांत्रिकों को सरकारी हेलीकॉप्टर और विमान का इस्तेमाल करने दिया गया था। उन्होंने आगे आरोप लगाया, कि कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म के खिलाफ रही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन और कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने सनातन की तुलना मच्छर, डेंगू और बीमारी से की थी, यह याद दिलाते हुए पांडे ने दावा किया, कि सनातन का विरोध करना कांग्रेस के खून में है।

    ये भी पढ़ें- नए साल से पहले दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 285 लोगों समेत 21 देसी…

    By sumit

    मेरा नाम सुमित है और मैं एक प्रोफेशनल राइटर और जर्नलिस्ट हूँ, जिसे लिखने का पाँच साल से ज़्यादा का अनुभव है। मैं टेक्नोलॉजी और लाइफस्टाइल टॉपिक के साथ-साथ रिसर्च पर आधारित ताज़ा खबरें भी कवर करता हूँ। मेरा मकसद पढ़ने वालों को सही और सटीक जानकारी देना है।