Delhi-Meerut Expressway: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 1 अप्रैल से दिल्ली मेट्रो मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स 10% तक बढ़ा दिया है। हल्के वाहनों पर प्रति यात्रा 5 प्रतिशत अतिरिक्त टोल लगाने की संभावना जताई जा रही। हालांकि बड़े वाहनों के लिए टोल शुल्क दस प्रतिशत तक बढ़ाने की संभावना है। इस बदलाव की वजह से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करने वाले हजारों यात्री प्रभावित होंगे। इस एक्सप्रेसवे पर फिलहाल 2.19 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल काटा जाता है। यह देखते हुए की एक्सप्रेसवे 135 किलोमीटर लंबा है।
लागत में काफी वृद्धि-
इस बढ़ोतरी के बाद से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर यात्रा की लागत में काफी वृद्धि हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस बढ़ोतरी का मकसद एक्सप्रेसवे पर बुनियादी ढांचे के विकास और प्रकार के लिए अतिरिक्त आय पैदा करना है।
कीमतों में वृद्धि-
समाचार वेबसाइट न्यूज 18 के मुताबिक, एक्सप्रेसवे में 6 प्रवेश और निकासी के लिए जगह है। सराय काले खां विजयनगर, इंदिरापुरम, डसना, रसूलपुर, सरकोटा रोड और भोजपुर एक्सप्रेसवे पर प्रमुख टोल प्लाजा काशी मेरठ में मौजूद है। मेरठ में सराय काले खां तक ड्राइव के लिए वर्तमान टोल 160 रुपए है और हल्के वाहनों के लिए 250 रुपए। अप्रैल में कीमतों में वृद्धि के साथ वाहनों के लिए 168 रुपए और हल्के वाहनों के लिए 262.5 रुपए तक जाने की संभावना है।
1 अप्रैल से लागू-
राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 के मुताबिक, समायोजन वार्षिक आधार पर होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, संशोधित टोल कीमतों का प्रस्ताव 25 मार्च को NHAI की परियोजना कार्य एवं इकाई द्वारा दिया गया था। बयान के मुताबिक, सड़क और परिवहन मंत्रालय से मंजूरी के बाद संशोधित दरें 1 अप्रैल से लागू की जाएंगी। 2022 में टोल टैक्स सीमा में 10% की वृद्धि की गई थी। जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा करने वाली सभी प्रकार की कारों पर टैरिफ शुल्क 10 रुपए से 60 रुपए तक बढ़ गया था।
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मासिक पास सुविधा-
एलाइनमेंट के मुताबिक, मासिक पास सुविधा प्लांट टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के अंदर रहने वाले व्यक्तियों के लिए सस्ती है, में 10% की वृद्धि की जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल 33,881 करोड रुपए था, जो कि पिछले साल की तुलना में कम से कम 21% ज्यादा था। साल 2018 से 19 के बाद देश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर एकत्र टोल की राशि में 32% की वृद्धि हुई, जो कि कल एक लाख 4,84,05 करोड़ रुपए है।
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