Pune Bus Rape Case: महाराष्ट्र के पुणे शहर के स्वारगेट बस डिपो में एक 26 वर्षीय महिला के साथ बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। 25 फरवरी की सुबह एक खड़ी बस के अंदर महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म की घटना ने पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप मचा दिया है। आरोपी दत्तात्रय रामदास गड़े की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 13 टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
Pune Bus Rape Case घटना का विवरण-
पीड़िता, जो एक मेडिकल काउंसलर के रूप में काम करती है, अपने घर फलटन जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। फलटन पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है। सुबह करीब 5:45 बजे आरोपी दत्तात्रय रामदास गड़े ने उसे 'दीदी' कहकर संबोधित किया और उसका विश्वास जीतने की कोशिश की।
पीड़िता ने बताया, कि आरोपी ने उसे झूठ बोला कि उसकी बस डिपो के दूसरे हिस्से में खड़ी है और उसे एक खाली शिवशाही एसी बस की ओर ले गया। शुरू में अंधेरी बस में जाने से हिचकिचा रही महिला ने अपने फोन की टॉर्च का इस्तेमाल किया, जिस दौरान आरोपी ने उसका पीछा किया, दरवाजा बंद किया और कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
Pune Bus Rape Case पीड़िता की बहादुरी-
हमले के बाद, महिला फलटन जाने वाली दूसरी बस में बैठ गई, लेकिन अपनी दोस्त के आग्रह पर वापस पुणे लौट आई और अपराध की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने तुरंत पुलिस से संपर्क किया, जिससे एक औपचारिक मामला दर्ज हुआ और आरोपी के लिए खोज अभियान शुरू हुआ।
डीसीपी स्मरतना पाटिल ने कहा, "आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया गया है। हमारी टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।" उन्होंने पुष्टि की कि आरोपी ने हमले के दौरान मास्क पहना था, जिससे प्रारंभिक पहचान मुश्किल हो गई, लेकिन पुलिस ने अन्य सबूतों के आधार पर उसकी पहचान कर ली है।
सुरक्षा में चूक-
डिपो में सुरक्षा में चूक के जवाब में, महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (MSRTC) ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए तत्काल उपाय किए हैं। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने स्वारगेट डिपो के सभी मौजूदा सुरक्षा कर्मियों को बदलने का आदेश दिया है।
MSRTC के डिवीजनल कंट्रोलर प्रमोद नेहुल ने पुष्टि की, कि यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है। उन्होंने कहा, कि बस को अनलॉक कैसे छोड़ दिया गया। डिपो में सभी 20 सीसीटीवी कैमरे चालू थे और फुटेज में आरोपी को पीड़िता को बस में ले जाते हुए कैप्चर किया गया है। इसके अलावा, लापरवाही के लिए 23 सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया गया है, और दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट सुपरिंटेंडेंट और बस डिपो मैनेजर दोनों जांच के दायरे में हैं और लापरवाही पाए जाने पर निलंबन के निर्देश दिए गए हैं।
आरोपी का आपराधिक इतिहास-
सूत्रों के अनुसार, दत्तात्रय रामदास गड़े के खिलाफ पुणे और अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन स्नैचिंग सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 2019 से एक अपराध के लिए जमानत पर बाहर था। पिछले मामले शिकरापुर और शिरूर पुलिस क्षेत्राधिकार में उसके खिलाफ दर्ज किए गए हैं।
2024 में, उसके खिलाफ एक चोरी का मामला दर्ज किया गया था और बुधवार को पुणे पुलिस ने उसके भाई से पूछताछ की। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए आठ टीमें गठित की हैं। एक टिप-ऑफ के आधार पर पुलिस टीमों ने शिरूर तालुका के गन्ने के खेतों में तलाशी ली, लेकिन संदिग्ध का पता नहीं चला।

राष्ट्रीय प्रतिक्रिया-
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने घटना का स्वतः संज्ञान लिया है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। NCW अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर तीन दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट के साथ FIR की एक प्रति मांगी है। NCW ने अपराध की निंदा करते हुए सार्वजनिक सुरक्षा पर चिंता जताई है, खासकर जब आरोपी अभी भी फरार है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस अपराध को "शर्मनाक, दर्दनाक और गुस्सा दिलाने वाला" बताया और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया और फास्ट-ट्रैक कानूनी कार्यवाही का आह्वान किया।
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विपक्ष का विरोध-
घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा किया है, विपक्षी दलों ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है। शिव सेना (UBT) नेता वसंत मोरे और अन्य कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में स्वारगेट बस स्टैंड पर न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए। खोज जारी है, और कानून प्रवर्तन अधिकारी जल्द ही आरोपी को पकड़ने के प्रति आश्वस्त हैं। आयोग इस मामले पर करीब से नज़र रखेगा और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई करेगा।
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