Nitish Kumar: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर एक आक्रामक पोस्टर लगाया है, जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को "खलनायक" के रूप में चित्रित किया गया है। इस पोस्टर में नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ "नायक नहीं खलनायक हूं मैं" वाक्य दर्शाया गया है, जो 1993 की मशहूर बॉलीवुड फिल्म 'खलनायक' का प्रसिद्ध डायलॉग है, जिसमें संजय दत्त मुख्य भूमिका में थे।
Nitish Kumar पोस्टर में नीतीश पर तीखा हमला-
पोस्टर में नीतीश कुमार पर महिलाओं, महात्मा गांधी और अब राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाया गया है। पोस्टर में लिखा है: "हां, मैंने किया है महिलाओं का अपमान," गांधी जी का किया है अपमान और अब हो गया है राष्ट्र-गान का अपमान।" यह हमला हाल ही में हुई एक घटना के बाद आया है, जिसमें नीतीश कुमार को राष्ट्रगान बजने के दौरान मंच पर बिहार के मुख्य सचिव से "बात करते" हुए देखा गया था। अधिकारी द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश के बावजूद, कुमार ने अपनी बातचीत जारी रखी और अधिकारी को बार-बार इशारा करते रहे। बाद में उन्होंने अन्य लोगों के राष्ट्रगान के लिए सावधान खड़े रहने के दौरान हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया।
VIDEO | A poster has been put up outside former Bihar CM Rabri Devi's residence in Patna by RJD workers. The poster, with a photo of state CM Nitish Kumar, reads 'Nayak Nhi Khalnayak Hu Main'.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 22, 2025
(Full video available on PTI Videos- https://t.co/dv5TRARJn4) pic.twitter.com/cyV9cjeZ2i
Nitish Kumar तेजस्वी यादव ने वीडियो शेयर कर किया नीतीश पर हमला-
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए नीतीश कुमार की आलोचना की। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, "कम से कम राष्ट्रगान का अपमान तो मत कीजिए, माननीय मुख्यमंत्री। आप पहले से ही हर दिन युवाओं, छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों का अपमान करते हैं। कभी आप महात्मा गांधी के बलिदान का मजाक उड़ाते हैं, और अब राष्ट्रगान का।"
बिहार में चुनावी माहौल के बीच बढ़ता राजनीतिक तनाव-
यह राजनीतिक विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब बिहार अक्टूबर में विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है। चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक चुनाव तिथियों की घोषणा नहीं की है। पिछले कुछ महीनों से नीतीश कुमार और विपक्षी दलों के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। RJD और उसके सहयोगी दल लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। इस पोस्टर के माध्यम से विपक्ष ने न केवल नीतीश के पिछले विवादास्पद बयानों को याद दिलाया है, बल्कि राष्ट्रगान के प्रति अनादर के नए मुद्दे को भी उठाया है।
कम से कम कृपया राष्ट्र गान का तो अपमान मत करिए मा॰ मुख्यमंत्री जी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 20, 2025
युवा, छात्र, महिला और बुजुर्गों को तो आप प्रतिदिन अपमानित करते ही है।
कभी महात्मा गांधी जी के शहादत दिवस पर ताली बजा उनकी शहादत का मखौल उड़ाते है तो कभी राष्ट्रगान का!
PS: आपको याद दिला दें कि आप एक बड़े प्रदेश… pic.twitter.com/rFDXcGxRdV
नीतीश सरकार के प्रवक्ता ने किया पलटवार-
नीतीश कुमार के समर्थक और सरकार के एक प्रवक्ता ने इस पोस्टर को "निम्न स्तर की राजनीति" करार दिया है। उन्होंने कहा, "विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे ऐसी घटिया हरकतों पर उतर आए हैं। मुख्यमंत्री जी की छवि को धूमिल करने की यह कोशिश बिल्कुल निराधार है। राष्ट्रगान के दौरान जो हुआ वह महज एक मानवीय भूल थी, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।"
जनता की प्रतिक्रिया-
पटना के आम नागरिकों ने इस विवाद पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोगों का मानना है कि राष्ट्रगान के दौरान ऐसा व्यवहार अनुचित था, जबकि अन्य इसे चुनावी माहौल में राजनीतिक रंग दे रहे हैं। पटना के रहने वाले राजेश कुमार कहते हैं, "राष्ट्रगान देश का सम्मान है और इसके बजने के दौरान हर किसी को सम्मान देना चाहिए, चाहे वह CM हो या आम नागरिक। लेकिन इसे इतना बड़ा मुद्दा बनाना भी ठीक नहीं है।" वहीं, छात्र नेता अमित यादव का कहना है, "नीतीश कुमार पहले महिलाओं पर विवादित बयान दे चुके हैं, गांधी जी के बारे में उनके शब्द भी विवादों में रहे हैं, और अब राष्ट्रगान। ये सब एक पैटर्न दिखाता है।"
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आगामी चुनावों पर असर?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे छोटे-छोटे मुद्दे आगामी चुनावों में बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। पटना विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार सिंह कहते हैं, "जब चुनाव नजदीक होते हैं, तब हर छोटी-बड़ी बात को मुद्दा बनाया जाता है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और यह निश्चित रूप से कुछ वोटरों के मन पर असर डाल सकता है।"
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए अभी आधिकारिक तारीखों का ऐलान होना बाकी है, लेकिन माना जा रहा है कि अक्टूबर में मतदान हो सकता है। ऐसे में, आने वाले दिनों में इस तरह के राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और तेज होने की संभावना है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच यह तकरार नई नहीं है। दोनों नेता पहले सहयोगी रह चुके हैं और अब कट्टर विरोधी बन गए हैं। चुनावी माहौल गरमाने के साथ ही बिहार की राजनीति में और भी रोचक मोड़ देखने को मिल सकते हैं।
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