Kejriwal Yamuna Dispute: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ यमुना नदी के जल विवाद को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई, इस एफआईआर में केजरीवाल और आप के अन्य अज्ञात सदस्यों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Kejriwal Yamuna Dispute हरियाणा सरकार का पलटवार-
हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने केजरीवाल के बयानों को "बेतुका और भ्रामक" बताते हुए कड़ी आलोचना की है। उन्होंने चुनाव आयोग से ऐसे "निराधार बयानों" पर कड़ा संज्ञान लेने की मांग की है। गोयल ने केजरीवाल पर चुनाव से पहले "सस्ती राजनीति" करने का आरोप लगाया है।
Kejriwal Yamuna Dispute जल आपूर्ति पर विवाद-
गोयल ने कहा, "दिल्ली को जो पानी सप्लाई किया जाता है, वही पानी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी पीते हैं।" उन्होंने केजरीवाल पर दिल्ली और हरियाणा के नागरिकों के बीच भय फैलाने का आरोप लगाया। साथ ही, यमुना की सफाई में दिल्ली सरकार की विफलता की ओर इशारा करते हुए बताया कि दिल्ली के 37 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स में से केवल 17 ही चालू हैं।
चुनाव आयोग से मुलाकात-
इसी दिन केजरीवाल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की, जहां उन्होंने चुनाव से पहले हिंसा और मतदाता दमन की आशंका जताई। मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा, "चुनाव आयोग ने आज हमसे मिलने के लिए विशेष छूट दी, क्योंकि वे सामान्यतः शांत अवधि के दौरान पार्टियों से नहीं मिलते। हमने कुछ मुद्दे उठाए जिनकी वजह से कुछ जगहों पर हिंसा और गुंडागर्दी हुई है।"
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मतदाता दमन की आशंका-
केजरीवाल ने चुनाव आयोग को बड़े पैमाने पर मतदाता दमन की आशंका से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि लोगों की उंगलियों पर जबरदस्ती स्याही लगाए जाने और उन्हें मतदान से रोके जाने का खतरा है। यह मामला दिल्ली और हरियाणा के बीच लंबे समय से चले आ रहे जल विवाद का एक और अध्याय है, जो अब चुनावी मौसम में और भी गरमा गया है।
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