Delhi AQI
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    Delhi और NCR के इलाकों की हवा जहरीली होती जा रही है। हवा में ज्यादा नमी और घटते तापमान की वजह से प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। इस समय दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि आम लोग भी असहज महसूस कर रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण और धीमी गति की हवाओं ने राजधानी में बढ़ती हुई सर्दी पर ब्रेक लगा दिया। ऐसे में रेड लाइन ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान से लेकर मेट्रो और बसों के फेरे बढ़ाने तक दिल्ली सरकार तमाम कोशिश कर रही है।

    विंटर एक्शन प्लान-

    राज्य के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि 1 नवंबर से Delhi में अन्य राज्यों की डीजल बसों की एंट्री को बैन कर दिया जाएगा। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली सरकार विंटर एक्शन प्लान के तहत सभी मापदंडों पर काम कर रही है। पिछले साल 29 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 397 था और कल 335 रहा। प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोशिशें की जा रही है।

    प्रदूषण पैदा करने वाले वाहनों पर रोक-

    Delhi वाले इलेक्ट्रिक वाहन चला रहे हैं, लेकिन दूसरे राज्यों की डीजल बेसन से प्रदूषण बढ़ रहा है। हमारी केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश, हरियाणा सरकार और राजस्थान सरकार से मांग है कि पूरे एनसीआर में डीजल की प्रदूषण पैदा करने वाले वाहनों को रोक दिया जाए। जिसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी बस सीएनजी की नहीं आई है। जो इसका पालन नहीं करेंगे उन पर नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

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    AQI-

    दिल्ली की हवा प्रदूषित होती जा रही है और जहरीले स्तर पर पहुंच चुकी है। बहुत से इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच चुका है। कहीं AQI 404 तो वहीं दिल्ली के नेहरू नगर में AQI 393 दर्ज किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 31 अक्टूबर तक इलाके में वायु की गुणवत्ता बहुत खराब रहने और आसमान में धूंध की आशंका जताई गई है।

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