BJP leader Kuldeep Nainwal: राजधानी दिल्ली में एक दिल के दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक ही दिन में दो परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। शनिवार की सुबह उत्तर पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार इलाके में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष कुलदीप नैनवाल यमुना नदी में डूब गए और इस दुर्घटना की खबर सुनकर रवाना हुई फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने रास्ते में एक 18 वर्षीय युवक रोहित पाल को टक्कर मार दी, जिससे उसकी भी मौत हो गई। यह हादसा न केवल दो जानों को निगल गया, बल्कि राजनीतिक बवाल का कारण भी बन गया है।
श्रद्धा का क्षण बना काल-
करावल नगर निवासी कुलदीप नैनवाल की दिनचर्या में हर शनिवार एक खास अहमियत रखता था। वे हर हफ्ते शनि मंदिर में पूजा करने के बाद यमुना किनारे जाकर मछलियों को दाना डालते थे। यह उनके लिए आस्था और प्रकृति से जुड़ाव का पल होता था। लेकिन इस बार वह पल उनके जीवन का आखिरी पल बन गया। शनिवार सुबह जब नैनवाल यमुना किनारे मछलियों को दाना डाल रहे थे, तभी अचानक उनका पैर फिसल गया और वे नदी की गहराई में समा गए। परिवार वालों और स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष कुलदीप नैलवाल की मौत एक हादसा नहीं, बल्कि सरकार की लापरवाही से हुई हत्या है।
— Satyendra Rao (@rao_satyendra) October 4, 2025
👉 यमुना घाट पर वो डूबते रहे
👉 CM @gupta_rekha नौका यात्रा करती रहीं
👉 NDRF टीम “फोटो-ऑप” में व्यस्त रही
6 घंटे तक सरकारी मदद नहीं मिली, आखिरकार पैसे देकर निजी गोताखोरों… pic.twitter.com/SzST4hH5TA
कुलदीप नैनवाल के परिवार में उनकी पत्नी दीपा नैनवाल, बेटी एंजल नैनवाल और उनकी मां हैं। भाजपा में सक्रिय रहे नैनवाल अपने क्षेत्र में एक जाने-माने चेहरे थे। उनकी अचानक मौत से न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
बचाव मिशन बना मौत का सबब-
सुबह करीब साढ़े आठ बजे जब दमकल विभाग को यमुना में किसी के डूबने की खबर मिली, तो शास्त्री पार्क से तुरंत एक फायर ब्रिगेड वाहन घटनास्थल की ओर रवाना किया गया। लेकिन जिंदगी बचाने की यह कोशिश एक और जान ले बैठी। पुश्ता रोड पर तेज रफ्तार से जा रही फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने बाइक पर सवार 18 वर्षीय रोहित पाल को जोरदार टक्कर मार दी।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, दमकल वाहन का चालक चौहान पट्टी के पास पुश्ता रोड से गुजर रहा था, जब उसने विपरीत दिशा से आ रहे बाइक सवार को देखा। टक्कर से बचने के लिए ड्राइवर ने वाहन को बाईं ओर मोड़ा, लेकिन दुर्घटना टल नहीं सकी। वैन सड़क किनारे की दीवार से टकरा गई और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। रोहित को तुरंत नजदीकी जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोहित सोनिया विहार के पांचवें पुश्ता का रहने वाला था और उसके परिवार के सपने उसके साथ ही बिखर गए।
राजनीतिक घमासान शुरू
इस दोहरी त्रासदी ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, कि यमुना में डूबे भाजपा नेता को बचाने के लिए कोई गंभीर या प्रभावी प्रयास नहीं किए गए। उन्होंने सवाल उठाया, कि अगर समय पर सही कदम उठाए गए होते, तो शायद यह जान बच सकती थी।
भारद्वाज ने यह भी कहा, कि दमकल विभाग की लापरवाही से एक मासूम युवक की जान चली गई, जो सिर्फ गलत जगह पर गलत समय मौजूद था। उन्होंने मांग की, कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस जांच जारी-
सोनिया विहार पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। रोहित पाल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि कुलदीप नैनवाल के शव को यमुना से निकालने की कोशिशें की गईं। अधिकारियों का कहना है, कि फायर ब्रिगेड के चालक से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है, कि क्या वाहन नियमों का पालन करते हुए चलाया जा रहा था।
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दो परिवारों का दर्द-
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने दो परिवारों को तबाह कर दिया है। एक तरफ नैनवाल परिवार अपने घर के मुखिया को खो चुका है, तो दूसरी ओर रोहित के परिवार का एक होनहार युवा असमय ही चला गया। रोहित की उम्र महज 18 साल थी और उसके सामने पूरी जिंदगी पड़ी थी। उसके सपने, उसके माता-पिता की आशाएं, सब कुछ एक पल में धूल में मिल गए।
यह घटना हमें याद दिलाती है, कि जिंदगी कितनी नाजुक और अनिश्चित है। आज सुबह जो व्यक्ति अपनी नियमित दिनचर्या में था, शाम तक वह इस दुनिया में नहीं रहा। यह त्रासदी न सिर्फ एक व्यक्तिगत नुकसान है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सबक भी है, कि हमें नदियों, सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर अधिक सतर्क और जिम्मेदार रहने की जरूरत है।
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