India Gate Protest
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    India Gate Protest: राजधानी दिल्ली की पॉल्यूशन से भरी हवा ने एक बार फिर लोगों को सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। रविवार को इंडिया गेट पर सैकड़ों दिल्लीवासी इकट्ठा हुए और सरकार से ठोस नीतियां बनाने की मांग की। प्रदूषण का स्तर इतना खतरनाक हो चुका है, कि दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 600 के करीब पहुंच गया है, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है। लोगों का कहना है, कि सरकार सिर्फ डेटा में हेरफेर कर रही है, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा।

    AAP नेता ने सरकार पर साधा निशाना-

    आम आदमी पार्टी की नेता प्रियंका कक्कड़ ने भी इस विरोध प्रदर्शन में शिरकत की और BJP सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया, कि सरकार प्रदूषण की समस्या को स्वीकार ही नहीं कर रही है और पूरी तरह से इनकार के मूड में है। प्रियंका ने कहा, कि दिल्ली की जनता गुस्से में है, क्योंकि राजधानी की सरकार मानने को ही तैयार नहीं है, कि प्रदूषण जैसी कोई चीज़ है।

    अपने तीखे लहजे में प्रियंका ने रेखा गुप्ता का नाम लेते हुए कहा, “रेखा गुप्ता अपने घर-ऑफिस में 13 एयर प्यूरीफायर मंगवाकर बैठी हैं, उन्हें यहां आना चाहिए था। यह जनता का गुस्सा है। क्योंकि BJP सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए एक भी कदम नहीं उठाया और इस बार सबको पता है। BJP सरकार को लोगों के बीच जमीन पर होना चाहिए था, न कि डेटा में हेरफेर करना चाहिए।”

    प्रदर्शनकारियों की मांग-

    अंग्रज़ी समाचार वेबसाइट, द् टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने अपनी बात रखते हुए कहा, कि वे सरकार से ऐसी नीतियां चाहते हैं, जो एयर क्वालिटी की बिगड़ती हालत पर काबू पा सकें। उन्होंने कहा, “AQI बुलंदियों को छू रहा है, करीब 600 के आसपास है। यूरोपीय देशों में सभी को विरोध करने का अधिकार है, यहां जब हम शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं, तो कोई सुनना नहीं चाहता। हमें यहां से हटाया जा रहा है और शांतिपूर्वक विरोध करने की इजाजत नहीं दी जा रही। यह बहुत गलत है, हम किसी को चोट नहीं पहुंचा रहे हैं।”

    क्लाउड सीडिंग जैसे प्रयोग भी फेल-

    असफल प्रयोगों पर निराशा जताते हुए प्रदर्शनकारी ने कहा, “11 साल से वे सरकार में हैं, लेकिन बदलाव लाने के लिए कुछ नहीं किया। यहां तक कि क्लाउड सीडिंग भी काम नहीं आई। वैसे भी वह कोई समाधान नहीं है। हम स्थायी समाधान चाहते हैं।” प्रदर्शनकारी ने यह भी कहा, कि ऐसे विरोध प्रदर्शनों में जनता की भागीदारी की कमी खटकती है। “जनता भी गहरी नींद में सो रही है। कई लोग यहां तमाशा देखने आए हैं, लेकिन वे अपनी आवाज नहीं उठा रहे हैं। हम सरकार से मांग करते हैं, कि इस मुद्दे पर कार्रवाई करे और नीतियां बनाए।”

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    सर्दियों से पहले बढ़ती चिंता-

    यह विरोध प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहा है, जब दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। सर्दियों के आने से पहले ही हालात बिगड़ने लगे हैं और अधिकारी स्थिति को संभालने में जूझ रहे हैं। दिल्ली की हवा में घुली जहर अब लोगों की सेहत के साथ-साथ उनके सब्र को भी परखने लगी है।

    प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट संदेश है, कि अब सिर्फ अस्थायी उपायों से काम नहीं चलेगा। दिल्लीवासियों को दीर्घकालिक समाधान चाहिए, ऐसी नीतियां चाहिए, जो प्रदूषण की जड़ पर वार करें। वे चाहते हैं, कि सरकार डेटा में हेरफेर करने की जगह जमीन पर उतरे और असली कदम उठाए। इंडिया गेट पर उमड़ी यह भीड़ दिल्ली की उस जनता की आवाज है, जो अब और इंतजार करने को तैयार नहीं है।

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