Bihar Election
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    Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में वोटिंग के दौरान एक बड़ा विवाद सामने आया है। लखीसराय में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (Vijay Sinha) के काफिले को रोककर हमला किया गया। इस घटना में भीड़ ने उनकी गाड़ियों पर चप्पल और पत्थर फेंके, जबकि विरोध में “मुर्दाबाद” के नारे भी लगाए गए। यह घटना दोपहर के समय तब हुई, जब सिन्हा अपने निर्वाचन क्षेत्र में पोलिंग बूथों का दौरा कर रहे थे।

    विजय कुमार सिन्हा का आरोप और गुस्सा-

    तीन बार विधायक रह चुके भूमिहार नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Sinha) इस बार भी अपनी होम सीट लखीसराय से चुनाव लड़ रहे हैं। घटना के बाद गुस्से में आए बीजेपी नेता ने आरोप लगाया, कि प्रदर्शनकारी मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) द्वारा समर्थित गुंडे थे। अपनी भड़ास निकालते हुए सिन्हा ने कहा, “एनडीए की सरकार बिहार में दोबारा सत्ता में आ रही है। हम उनकी छाती पर बुलडोजर चलाएंगे।” उन्होंने कुछ बूथों पर बूथ कैप्चरिंग का भी आरोप लगाया और दावा किया, कि उनके पोलिंग एजेंट को बूथ से बाहर निकाल दिया गया था और लोगों को वोट डालने से रोका जा रहा था।

    पुलिस प्रशासन का पक्ष-

    हालांकि, पुलिस का कहना है, कि स्थिति नियंत्रण में है और जिले में वोटिंग शांतिपूर्वक हो रही है। जिला पुलिस प्रमुख अजय कुमार ने स्पष्ट किया, कि बूथ कैप्चरिंग की अफवाह थी। उन्होंने कहा, “हम यहां आए और पाया, कि वोटिंग शांतिपूर्वक हो रही है। अगर किसी को वोट डालने से रोका जाता, तो कतार नहीं होती।” आईपीएस अधिकारी ने दो बूथों पर बीजेपी के पोलिंग एजेंट को डराने-धमकाने के आरोपों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “मैं यहां हूं, वह आए तो मैं उसे सुरक्षा दूंगा। एजेंट नहीं आ रहा है। अगर शिकायत है, तो हम कार्रवाई करेंगे। पूरे जिले में वोटिंग शांतिपूर्वक हो रही है।”

    पुलिस अधिकारी को कायर बताया-

    वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की टिप्पणी से उपमुख्यमंत्री नाराज हो गए। सिन्हा ने जिला पुलिस प्रमुख को “कायर” और “कमजोर” करार दिया। उन्होंने कहा, “वह (प्रदर्शनकारी) उपमुख्यमंत्री को अंदर जाने नहीं दे रहे हैं। प्रशासन को शर्म आनी चाहिए।” बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कि सिन्हा के काफिले को विरोध का सामना करना पड़ा था और वह इसकी जांच कर रहे हैं।

    चुनावी मुकाबला और उम्मीदवार-

    लखीसराय से मौजूदा विधायक सिन्हा का मुकाबला कांग्रेस के अमरेश कुमार से है। इस सीट पर जन सुराज पार्टी के सूरज कुमार भी चुनाव मैदान में हैं। यह सीट बिहार की हाई वोल्टेज विधानसभा चुनाव का हिस्सा है, जहां पहले चरण में कड़ी टक्कर देखी जा रही है।

    चुनाव आयोग की सख्ती-

    चुनाव आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया है और साफ कहा है, कि किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार के पुलिस प्रमुख को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया, कि परेशानी पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    प्रशासन का रुख-

    जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्रा ने कहा, कि हर उम्मीदवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाने का अधिकार है। उन्होंने कहा, “लोगों को भी अपनी शिकायतें रखने का अधिकार है। प्रशासन अपना काम कर रहा है। अगर हमें कोई शिकायत मिलती है, तो हम उसकी जांच करेंगे। हम शांति बहाल करने में लगे हैं। स्थिति के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”

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    मुंगेर के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल राकेश कुमार ने उस गांव का दौरा किया, जहां हमला हुआ था। उन्होंने कहा, “इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जांच चल रही है। मेरे अधीन तीन क्षेत्र हैं: मुंगेर, लखीसराय और शेखपुरा। तीनों क्षेत्रों में वोटिंग शांतिपूर्वक हो रही है। वोटिंग में कोई व्यवधान नहीं आया है।”

    चुनाव में बढ़ता तनाव-

    यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। राजनीतिक दलों के बीच सत्ता की जंग तेज होती जा रही है और मैदान में उतरे नेताओं को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन का दावा है, कि वोटिंग शांतिपूर्वक हो रही है।

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