Sarah Beckstrom
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    Sarah Beckstrom: व्हाइट हाउस के पास बुधवार को हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हुई, नेशनल गार्ड की युवा जवान सारा बेकस्ट्रॉम ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दुखद खबर की पुष्टि की। सारा के आखिरी पलों में उनका परिवार उनके साथ था। उनके पिता गैरी बेकस्ट्रॉम ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, कि घाव जानलेवा था और बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। फोन पर बात करते समय वे अपनी बेटी का हाथ पकड़े हुए थे। एक पिता की टूटी आवाज में सिर्फ इतना था, “मैं अभी उसका हाथ पकड़े हुआ हूं। उसे एक जानलेवा चोट लगी है।”

    इस हमले में एक और गार्ड सदस्य, चौबीस वर्षीय स्टाफ सार्जेंट एंड्रयू वोल्फ भी गंभीर रूप से घायल हैं और क्रिटिकल कंडीशन में हैं। यह दोनों जवान वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड की उन यूनिट्स का हिस्सा थे, जो अगस्त से वाशिंगटन डीसी में तैनात थे। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने क्राइम कंट्रोल पुश के हिस्से के रूप में हजारों गार्ड सैनिकों को राजधानी में तैनात करने का आदेश दिया था।

    कौन थीं सारा एक सपने देखने वाली युवा सैनिक-

    सारा बेकस्ट्रॉम महज बीस साल की थीं और वेस्ट वर्जीनिया के समर्सविले से थीं। उन्होंने जून 2023 में वेस्ट वर्जीनिया आर्मी नेशनल गार्ड में शामिल हुई थीं और 863वीं मिलिट्री पुलिस कंपनी में सेवा देती थीं। उनके पूर्व प्रेमी एडम कार ने उन्हें एक देखभाल करने वाली और कोमल हृदय वाली इंसान बताया। एडम ने याद करते हुए कहा कि सारा नेशनल गार्ड में इसलिए शामिल हुईं क्योंकि वे FBI में अपना करियर बनाने की उम्मीद रखती थीं। यह उनका सबसे बड़ा सपना था।

    एडम ने बताया, कि सारा को प्रकृति से बहुत प्यार था, वे लंबी ड्राइव्स का आनंद लेती थीं और अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती थीं। वे एक ऐसी युवा महिला थीं, जिन्होंने अपने जीवन में एक स्पष्ट लक्ष्य रखा था और उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थीं।

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    वाशिंगटन में बदला नजरिया-

    एडम ने बताया कि सारा शुरू में वाशिंगटन भेजे जाने को लेकर बहुत उत्साहित नहीं थीं। एक बार जब वे वहां पहुंचीं, तो उन्होंने बताया कि कुछ लोग राजधानी में गार्ड की उपस्थिति से नाखुश थे। हालांकि, समय के साथ सारा ने खुद को वहां के माहौल में ढाल लिया। धीरे-धीरे उन्हें शहर पसंद आने लगा और उन्होंने वाशिंगटन डीसी के विभिन्न म्यूजियम्स का दौरा किया और मेमोरियल्स के आसपास घूमना शुरू किया। यह वे अनुभव थे, जो उन्हें वेस्ट वर्जीनिया में अपने घर वापस कभी नहीं मिले थे।

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