Atiqa Mir: भारतीय रेसिंग की दुनिया में एक नया सितारा उभरा है और वो भी जम्मू-कश्मीर से। महज 10 साल की अतीका मीर ने UAE में ऐसा कमाल कर दिखाया, जिसकी मिसाल इतिहास में दर्ज हो गई। अल आइन रेसवे पर रविवार को हुई RMC UAE कार्टिंग चैंपियनशिप में अतीका ने मिनीमैक्स कैटेगरी में पहली महिला विजेता बनकर इतिहास रच दिया। जो बात इस जीत को और भी खास बनाती है, वो ये कि अतीका ने पूरी तरह से पुरुष प्रधान ग्रिड में 15 ड्राइवरों को पीछे छोड़ते हुए ये कामयाबी हासिल की।
चौथे लैप से बनाई बढ़त, फिर नहीं देखा पीछे मुड़कर-
रेस की शुरुआत में अतीका तीसरे पोजीशन से स्टार्ट हुई थीं। शुरुआती चार लैप काफी मुश्किल रहे, जहां उन्हें कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा। लेकिन चौथे लैप पर अतीका ने एक शानदार ओवरटेक लगाकर लीड हासिल कर ली और फिर क्या था, उन्होंने अपनी रफ्तार ऐसी पकड़ी, कि बाकी ड्राइवर उनकी धूल भी नहीं छू पाए। तेज हवाओं के बावजूद अतीका ने बेहतरीन पेस बनाए रखा और आखिरकार चार सेकंड से ज्यादा की बढ़त के साथ जीत हासिल की। इस रेस में आठ अलग-अलग देशों के ड्राइवर शामिल थे, जो इस जीत को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।
F1 Academy द्वारा समर्थित यह युवा ड्राइवर अपनी टीम Akcel GP के लिए RMC डेब्यू को यादगार बना गई। टीम के लिए पहली ही रेस में इतनी बड़ी जीत किसी सपने से कम नहीं थी।
कौन हैं अतीका मीर?
अतीका मीर जम्मू-कश्मीर से आने वाली एक युवा रेसिंग प्रोडिजी हैं, जो अपनी उम्र के हिसाब से असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। महज 10 साल की उम्र में वो पहले से ही इंटरनेशनल रेसिंग सर्किट में अपनी पहचान बना चुकी हैं। F1 Academy द्वारा समर्थित यह युवा ड्राइवर अपने छोटे से करियर में कई “फर्स्ट” हासिल कर चुकी हैं। भारत में महिला रेसर्स की संख्या बेहद कम है, लेकिन अतीका ने साबित कर दिया है, कि अगर जुनून और मेहनत हो तो कोई भी सपना पूरा हो सकता है। रेसिंग जैसे फिज़िकल और मेंटली डिमांडिग खेल में इतनी कम उम्र में इंटरनेशनल लेवल पर कंपीट करना उनकी डेडीकेशन और स्कील को दर्शाता है। वो न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
चोट के बावजूद नहीं हारा हौसला-
अतीका की ये जीत और भी प्रेरणादायक हो जाती है, जब हम जानते हैं, कि पिछले वीकेंड उनके हाथ में चोट लग गई थी। UAE IAME सीरीज में चोटिल होने के बावजूद उन्होंने टॉप-10 फिनिश किया था। लेकिन इस चोट ने उनके हौसले को नहीं तोड़ा और वो इतिहास रचने के लिए ट्रैक पर उतरीं।
रेस के बाद अतीका ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “ये अहसास बहुत अच्छा था। पहले चार लैप काफी टफ थे। मुझे काफी धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और लड़ती रही। बैक स्ट्रेट पर मुझे मौका मिला और मैंने लीड के लिए ओवरटेक कर लिया।” उन्होंने आगे कहा, “उसके बाद मैंने हर लैप में पूरी ताकत लगा दी, क्योंकि मुझे पता था, कि मेरे पास स्लिपस्ट्रीम नहीं था और पीछे वाले मुझे पकड़ सकते थे। लेकिन मेरी पेस अच्छी थी और मैं जीत गई। अपनी टीम Akcel GP और टीम हेड मार्क बेंस और मेरे मैकेनिक CR का बहुत-बहुत धन्यवाद। अपनी टीम के लिए डेब्यू में जीत दिलाना शानदार रहा।”
शनिवार को भी किया कमाल, बनाया नया रिकॉर्ड-
रविवार की जीत से पहले शनिवार को भी अतीका ने धमाल मचाया था। 10वें पोजीशन तक गिरने के बाद उन्होंने शानदार वापसी करते हुए तीसरे स्थान पर फिनिश किया और पोडियम पर जगह बनाई। इस रेस में उन्होंने सबसे तेज लैप का रिकॉर्ड भी बनाया और दो दिनों की रेसिंग में 59 सेकंड का बैरियर तोड़ने वाली एकमात्र ड्राइवर बनीं। यह उपलब्धि उनकी स्पीड और स्किल को साबित करती है।
टीम ने भी जताई खुशी-
Akcel GP के टीम प्रिंसिपल रोहित इस कामयाबी से बेहद खुश थे। उन्होंने कहा, “हमारे डेब्यू RMC आउटिंग के लिए यह एक असाधारण वीकेंड और ऐतिहासिक परिणाम रहा। अतीका ने शानदार परफॉर्मेंस दिया – शनिवार को हमारा पहला पोडियम हासिल किया और रविवार को उसे जीत में बदल दिया। दबाव में उनकी पेस, कंसिस्टेंसी और रेसक्राफ्ट बेहतरीन थे। यह टीम के लिए एक महत्वपूर्ण पल है और हम सभी के प्रयासों पर बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।”
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भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए गर्व का पल-
अतीका मीर की यह जीत सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए गर्व का पल है। खासकर जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य से आकर इंटरनेशनल लेवल पर इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करना किसी प्रेरणा से कम नहीं है। अपने छोटे से करियर में ही अतीका कई “फर्स्ट” हासिल कर चुकी हैं और यह सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।
महिलाओं के लिए मोटरस्पोर्ट्स में अभी भी काफी चुनौतियां हैं, लेकिन अतीका जैसी युवा प्रतिभाएं साबित कर रही हैं कि अगर जुनून और मेहनत हो तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। उनकी यह कामयाबी देश भर की युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा बनेगी जो रेसिंग जैसे अनकन्वेंशनल करियर में अपना भविष्य देख रही हैं। अतीका की अगली रेस का सभी को बेसब्री से इंतजार रहेगा। उम्मीद है कि वो इसी तरह भारत का नाम रोशन करती रहेंगी और एक दिन F1 ट्रैक पर भी भारतीय तिरंगा लहराएंगी।
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